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रांची में त्योहारों की तैयारी तेज़, DC ने दिए विशेष दिशा-निर्देश

रांची झारखंड की राजधानी रांची में आगामी दीपावली, काली पूजा और छठ पर्व के सफल एवं सुरक्षित आयोजन को लेकर उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम, पुलिस प्रशासन, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, परिवहन, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता एवं अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। भजंत्री ने निर्देश दिया कि सभी छठ घाटों की सुरक्षा, स्वच्छता एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने रांची नगर निगम को सभी प्रमुख घाटों की सफाई, चूना छिड़काव और अस्थायी शौचालयों की व्यवस्था समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया। दीपावली, काली पूजा एवं छठ पूजा को लेकर सभी घाटों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। महिला पुलिस की भी उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। नगर निगम द्वारा घाटों की सफाई, कचरा निस्तारण और रोशनी की व्यवस्था करने के निर्देश। प्रत्येक प्रमुख घाट पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे। विद्युत विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति और पेयजल विभाग को पर्याप्त जल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। ट्रैफिक पुलिस द्वारा घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर विशेष यातायात योजना लागू की जाएगी। एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की टीम को सतकर् मोड में रखा जाएगा ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। सभी छठ तालाबों और घाटों में सुरक्षित गहराई में बैरिकेड करने के निर्देश दिए। छठ पूजा को सौहार्दपूर्ण एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता भजंत्री ने दीपावली, काली पूजा एवं छठ पूजा को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था, विधि व्यवस्था को लेकर कई निर्देश दिए। छठ घाटों में अस्थाई चेंजिंग रूम बनाने को लेकर निर्देश। इन पूजा के दौरान वालंटियर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। बिजली विभाग के सभी पदाधिकारी/कर्मी सभी फोन उठाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति होने पर लोग उनसे संपर्क कर पाए। सभी प्रमुख स्थानों में सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए गए। पर्व के दौरान असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर बनाए रखने एवं लोकल थाना द्वारा लगातार पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया। सभी काली पूजा पंडालों एवं छठ घाटों की साफ सफाई करने के निर्देश दिए गए। छठ, काली पूजा समिति के सदस्यों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया गया। भजंत्री ने कहा कि छठ पूजा लोक आस्था का महापर्व है, इसे सौहार्दपूर्ण एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से लगातार निगरानी रखें और जनसहभागिता को बढ़ावा दें। साथ ही विशेष रूप से कहा की इन पर्व के दौरान ध्वनि प्रदूषण को लेकर उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित सभी मानकों का पालन सुनिश्चित रूप से हो। टीम बना कर मानकों का पालन करने का निर्देश दिया गया। पर्व के दौरान बेहतर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार एंटी क्राइम चेकिंग चलाने का निर्देश वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा दिया गया। इस दौरान वरीय पुलिस अधीक्षक, राकेश रंजन, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था रांची, राजेश्वर नाथ आलोक, पुलिस अधीक्षक शहर, ग्रामीण एवं ट्रैफिक, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची, उत्कर्ष कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू, किस्टो बेसरा, जिला नजारत उप समाहर्ता रांची, डॉ. सुदेश कुमार, कार्यपालक अभियंता (पेयजल एवं स्वच्छता), सभी सम्बंधित डीएसपी, विद्युत विभाग के पदाधिकारी, अग्निशमन विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।  

झारखंड पुलिस की बड़ी जीत: TSPC संगठन के दो एरिया कमांडर ने किया आत्मसमर्पण

रांची  झारखंड में चतरा और पलामू जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय खतरनाक टीएसपीसी नक्सली संगठन के दो बड़े एरिया कमांडर कुलदीप गंझू उफर् पत्थर (कुणाल) और रोहनी गंझू उफर् रोहनी पाहन ने शुक्रवार को चतरा में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण समारोह चतरा समाहरणालय के सभाकक्ष में बोकारो प्रक्षेत्र के आईजी सुनील भास्कर और चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल की मौजूदगी में संपन्न हुआ। कुलदीप गंझू के खिलाफ चतरा जिले के कुंदा, सदर, मनातु, छतरपुर, प्रतापपुर और गिद्धौर थाना क्षेत्रों में कुल 16 गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं, रोहनी गंझू पर कुंदा और मनातु थाना क्षेत्रों में 10 आपराधिक मामले हैं। नक्सलियों ने पुलिस को हथियार भी सौंपे। रोहनी गंझू ने एसएलआर राइफल समेत 82 जिंदा राउंड और कुलदीप ने सेमी ऑटोमैटिक राइफल के साथ 103 राउंड जिंदा गोला-बारूद सौंपा। ये दोनों नक्सली क्षेत्र में कई कुख्यात वारदातों में शामिल रहे हैं, जिनमें 25 मई 2024 को पंकज बिरहोर और उनके पिता बिफा बिरहोर की निर्मम हत्या और 7 फरवरी 2024 को अफीम विनष्टिकरण से लौट रहे पुलिस जवानों पर हमले की घटना प्रमुख हैं। उस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। चतरा एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि यह सफलता लगातार चलाए जा रहे पुलिस अभियान और झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति‘नई दिशा'के व्यापक प्रचार-प्रसार का नतीजा है। पुलिस ने नक्सली परिवारों को इस नीति के बारे में गांव-गांव जाकर जानकारी दी और मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया। टीएसपीसी संगठन के अंदर भी उत्पन्न तनाव और पुलिस की प्रभावी दबिश के कारण ये नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का कदम उठाया।

पशुपति पारस ने किया ऐलान—महागठबंधन से नहीं गठजोड़, अब तक 33 सीटों पर उम्मीदवार

पटना राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कहा कि हमने महागठबंधन के साथ गठबंधन करने की काफी कोशिश की, लेकिन गठबंधन साकार नहीं हो सका। इसीलिए हमने तय किया है कि हम चुनाव अकेले लड़ेंगे। हमलोगों ने पहले चरण की 33 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। मुझे उम्मीद है कि चुनाव के पहले चरण में हम अच्छी संख्या में सीटें जीतेंगे। पशुपति पारस ने कहा कि 2005 में हमारी पार्टी ने अकेले ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा था। 29 सीटों पर हमलोग जीते थे। इस बार भी हम लोगों ने महागठबंधन के साथ गठबंधन करने का प्रयास किया। लेकिन, कुछ कारण वश ऐसा नहीं हुआ। हमारा संगठन पूरे बिहार में है। हमारा दलित सेना पूरे बिहार में है। इस बार हमारी पार्टी ने फैसला किया कि हम लोग अकेले चुनाव लड़ेंगे। पहले चरण में हम लोगों ने 33 अपने कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी बनाया। इसमें छह महिलाओं को टिकट दिया है। हम लोगों ने बिहार के जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखना है। मुझे उम्मीद है की प्रथम चरण के चुनाव परिणाम में हमारी संख्या काफी अच्छी रहेगी। महागठबंधन में सीट बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज तक सीट बंटवारा फाइनल नहीं हुआ तो अब क्या होगा? मुकेश सहनी के साथ पिछले बार भी गलत हुआ और इस बार भी हो रहा है। हम लोगों के साथ भी ऐसा ही किया गया इसलिए हमलोग अलग हो गए। पारस ने कहा कि यह बिहार के लिए दुर्भाग्य की बात है जो सामाजिक न्याय की सरकार बननी थी, उसमें अवरोध पैदा हो गया है। यह चीज गठबंधन के लिए अच्छी बात नहीं है कुछ सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार आमने-सामने हो गए हैं, इस सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि इसका मतलब स्पष्ट है कि उम्मीदवारों का चयन गलत किया गया है। एक तरफ आप गठबंधन की बात करते हो और दूसरी तरफ दोस्ताना संघर्ष की बात करते हो। लालगंज, वैशाली समेत कई जगहों पर दोस्ताना संघर्ष हो रहा है। यह गठबंधन के लिए अच्छी बात नहीं है। पशुपति पारस ने स्पष्ट कहा की कि हम लोगों को सभी जाति धर्म के लोग वोट करेंगे और हमारी जीत होगी।  

चुनावी हलचल: तेजस्वी यादव ने टिकट दिया विवादित नेता की पत्नी को

नवादा बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट ले रही है। नवादा जिले में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर असंतोष बढ़ता दिख रहा है। खासकर वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कुख्यात बाहुबली अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता को राजद ने वारिसलीगंज से अपना उम्मीदवार बनाया है। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का सिंबल सौंपते हुए समर्थन भी दिया। वहीं, कांग्रेस ने उसी सीट से सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को मैदान में उतारकर सीधा मुकाबला खड़ा कर दिया है। महागठबंधन के इस 'दोस्ताना मुकाबले' के पीछे रणनीति जो भी हो, असल में यह भीतर ही भीतर फूट की कहानी भी बयां कर रहा है। वारिसलीगंज से दोनों उम्मीदवारों का नामांकन शनिवार को होना है। नवादा सदर सीट, गोविंदपुर और रजौली विधानसभा सीटों पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। राजद के कौशल यादव गोविंदपुर और नवादा सीटों पर अपने और अपनी पत्नी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। वहीं, गोविंदपुर सीट पर मौजूदा विधायक मो. कामरान भी टिकट पर अड़े हुए हैं। कामरान मगध प्रमंडल से जीतने वाले अकेले मुस्लिम विधायक थे, और उन्हें किनारे किया जाना कई राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। रजौली विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक प्रकाशवीर को तेजप्रताप यादव की पार्टी जन शक्ति जनता दल ने अपना उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतार दिया है। यह कदम महागठबंधन के अंदर नई राजनीतिक हलचलों को जन्म दे रहा है। प्रकाशवीर ने हाल ही में जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी और अब वह ब्लैकबोर्ड के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। अब सवाल यह उठता है कि क्या महागठबंधन की यह रणनीति वोटों के बंटवारे का कारण बनेगी? क्या मतदाता इस 'दोस्ताना लड़ाई' को स्वीकार करेंगे या इसे महागठबंधन की विफलता के रूप में देखेंगे? नवादा की जनता अब इन सियासी गणनाओं का मूल्यांकन करेगी, और नतीजे तय करेंगे कि महागठबंधन की यह चाल बाजी मानेगी या मात।  

बिहार चुनाव: JMM के लिए चर्चा जारी, सुदिव्य कुमार सोनू ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की

रांची झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को उन सीटों के बारे में सूचित कर दिया है, जिन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बिहार में चुनाव लड़ने को इच्छुक है। घाटशिला सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में, छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है तथा मतगणना 14 नवंबर को होगी। सोनू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने हाल में पटना में एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी, जिसमें झामुमो की भागीदारी से ‘इंडिया' गठबंधन को मिलने वाले संभावित लाभों को रेखांकित किया गया था, विशेष रूप से मतों के एकीकरण के संदर्भ में। मंत्री ने कहा कि उन्होंने छह अक्टूबर को राजद के साथ हुई गठबंधन की बैठक में ये मुद्दे उठाए थे। मंत्री ने बताया कि उसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव आपस में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। घाटशिला में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बारे में सोनू ने कहा कि यह सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है। मालूम हो कि घाटशिला उपचुनाव मतदान 11 नवंबर को होगा जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस निर्वाचन क्षेत्र में 2.56 लाख मतदाता हैं, जिनमें 1.31 लाख महिला मतदाता हैं। एक अधिकारी ने बताया कि कुल 231 स्थानों पर 300 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे।  

हिन्दुस्तान बिहार समागम: अमित शाह का जोरदार संदेश, 20 साल की कामयाबी दिखाती है कि जंगलराज नहीं लौट सकता

पटना होम मिनिस्टर अमित शाह ने हिन्दुस्तान बिहार समागम में कई अहम सवालों के जवाब दिए हैं। उन्होंने घुसपैठिया, बिहार के विकास, जंगलराज, चुनाव आयोग के SIR समेत कई मसलों पर बात की। उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर उपजे मतभेदों पर कहा कि एनडीए में कोई विवाद नहीं है। अमित शाह ने कहा कि हम राजनीतिक दल हैं और सभी की अपनी मांग होती है, लेकिन जब एक बार सीटें तय हो जाती हैं तो फिर सब मिलकर काम करने लगते हैं। राहुल गांधी की ओर से वोट चोरी के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि जो देश का नागरिक नहीं है, वह कैसे तय करेगा कि सरकार किसकी होगी। देश का पीएम विदेशी नागरिक थोड़ी तय करेंगे। अमित शाह ने प्रधान संपादक शशि शेखर से बातचीत में कहा, 'यदि चुनाव आयोग SIR के जरिए घुसपैठियों को निकालता है तो उन्हें तकलीफ क्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने घुसपैठ होने देकर अपना वोट बैंक बढ़ाया है। हम भाजपा के रूप में यही मांग रखते हैं कि पूरे देश में SIR होना चाहिए और चुन-चुनकर घुसपैठियों को निकाला जाए।' उनसे पूछा गया कि घुसपैठ रोकने का काम तो केंद्र सरकार का ही है और आप कितने सफल हुए हैं? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि बंगाल और झारखंड में हमारी सरकार नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बॉर्डर कोई सीधी सड़क नहीं है। वहां बहुत सी जटिलताएं होती हैं। मौसम की मार भी होती है। नदी के बहाव, पर्वत, बर्फबारी जैसी स्थितियों में 24 घंटे की निगरानी करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि जब कोई घुसपैठिया एंट्री करता है तो किसी गांव में जाता है। ऐसी स्थिति में वहां का स्थानीय प्रशासन कैसे निगरानी करता है और उन्हें बाहर क्यों नहीं निकलता। यह जरूरी सवाल है। नई पीढ़ी के तमाम लोगों को तो जंगलराज याद ही नहीं है, जिसकी आप बात करते हैं। इस पर अमित शाह ने कहा कि मैं उसे ही याद दिलाने यहां आया हूं। 20 साल से हम यहां हैं तो क्या हुआ? इसका जवाब है कि हमने सारे गड्ढे भरे हैं। पहले 10 साल में यहां की कानून व्यवस्था सही हुई है। नरसंहार, फिरौती, कत्लेआम का दौर समाप्त हुआ है। इसके बाद हमने सड़कें बनानी शुरू कीं। सामाजिक न्याय के तहत नए युग की शुरुआत हुई। फिर अगले 10 साल में कई बड़े-बड़े निर्माण हुए हैं। गंगा में 10 नए पुल बन रहे हैं और 4 बन चुके हैं। पटना से गया जाने में मुझे साढ़े 6 घंटे लगे थे, जब मैं पिताजी का श्राद्ध करने गया था। अब यह टाइम दो घंटे का ही है। अमित शाह ने बताया- अगले 10 साल में बिहार में क्या करेंगे अब जो 10 साल आएंगे, उसमें हम बिहार को औद्योगिक राज्य बनाएंगे। एआई का हब बनाएंगे। बिहार में पानी की कमी नहीं है और मेहनती लोग हैं। यहां के लोग बुद्धिमत्ता में भी बहुत आगे हैं। बिहार में पूर्णिया, दरभंगा और पटना में एयरपोर्ट बन गए हैं। हमने साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च करके बिहार की सड़कें मजबूत की हैं। बिहार में बिजली के 4 कारखाने लगे हैं और राज्य अब विद्युत आपूर्ति में आत्मनिर्भर बन चुका है। 20 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो गया है। हमारी कोशिश है कि कपड़े बदलकर या चेहरा बदलकर जंगलराज फिर से बिहार में ना आ जाए। 'मैंने तो घुसपैठिया बोला है, हिंदू या मुसलमान तो कहा नहीं' उन्होंने कहा कि बिहार में जमीन की कमी रही है। जमीन अधिग्रहण में इसके चलते समस्याएं रही हैं। ऐसी स्थिति में हम बिहार को एआई का हब बनाना चाहते हैं। हम एआई की तकनीक में तैयार युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रयास करेंगे। बिहार में बाढ़ के चलते तबाही मचती रही है, लेकिन नरेंद्र मोदी ने 2024 के बजट में कोसी के लिए हजारों करोड़ का बजट दिया है। इससे 50 हजार एकड़ से ज्यादा भूमि सिंचित भी होगी और राज्य बाढ़ से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। वहीं ध्रुवीकरण के आरोप की बात आई तो अमित शाह ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ कहां कहा। मेरा शब्द सिर्फ घुसपैठिया है। मैंने हिंदू या मुसलमान घुसपैठिया नहीं कहा है। दिक्कत विपक्ष की है, जो कह रहा है कि मुस्लिम घुसपैठिया है तो उसे रहने दीजिए। यही सांप्रदायिकता है और यही ध्रुवीकरण की राजनीति है। हम तो ऐसा कुछ नहीं कर सकते।  

2 से 3 की हो गई कड़ी टक्कर, JLKM ने घाटशिला उपचुनाव में किया ऐलान

घाटशिला घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और झामुमो के बाद झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने रामदास मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि पहले भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन और झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन के बीच कांटे की टक्कर थी, लेकिन अब झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने मैदान में अपना उम्मीदवार उतारा है तो यह मुकाबला और टक्कर का हो गया है। देखना ये है कि तीनों में से किसके सिर ताज सजेगा और किसे हार मिलेगी। मालूम हो कि नयी दिल्ली में 15 अगस्त को रामदास सोरेन के निधन के बाद से यह सीट रिक्त हो गई थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बीते बुधवार को पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे सोमेश चंद्र सोरेन को घाटशिला विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। बाबूलाल सोरेन ने 2024 का विधानसभा चुनाव इस सीट से लड़ा था, लेकिन वह रामदास सोरेन से 22,464 मतों के अंतर से हार गये थे।  

पर्यटन प्रेमियों के लिए खुशखबरी: झारखंड में टाइगर सफारी की तैयारी शुरू

रांची झारखंड अपनी पहली ‘टाइगर सफारी' परियोजना शुरू करने की तैयारी कर रहा है और यह राज्य के वन्यजीव पर्यटन तथा वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रस्तावित ‘टाइगर सफारी' परियोजना की विस्तृत प्रस्तुति की शुक्रवार शाम रांची स्थित अपने सरकारी आवास में समीक्षा की। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पलामू बाघ अभयारण्य के बाहर स्थित लातेहार जिले के पुटुवागढ़ क्षेत्र में विकसित करने का प्रस्ताव है।  

कारोबारी पर हमला, रांची पुलिस की बड़ी कार्रवाई—6 गिरफ्तार

रांची  झारखंड के रांची के पुंदाग इलाके में सीमेंट-छड़ कारोबारी राधेश्याम साहू पर हुए फायरिंग मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर 6 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इनमें से दो रांची के बिल्डर और जमीन कारोबारी बताए जा रहे हैं। पुलिस हिरासत में लिए लोगों से पूछताछ कर रही है और हमलावरों को पकड़ने के लिए आसपास के जिलों में तलाशी अभियान भी चला रही है। पीड़ित कारोबारी राधेश्याम साहू के बेटे सज्जन कुमार ने नगड़ी थाना में इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनकी शिकायत में दो नामजद अभियुक्त पुरुषोत्तम कुमार और शशि शेखर हैं। सज्जन के अनुसार, उनके पिता का इन दोनों के साथ ढाई एकड़ जमीन को लेकर लंबा विवाद चल रहा था, जो अब न्यायालय में लंबित है। यह विवाद इस हिंसक घटना की वजह बताया जा रहा है। सज्जन कुमार ने पुलिस को बताया कि करीब दो महीने पहले पटना निवासी शशि शेखर ने उनके पिता को धमकी दी थी कि यदि यह मामला जल्दी सुलझाया नहीं गया तो उनकी जान को खतरा रहेगा। फायरिंग के समय राधेश्याम साहू के स्टाफ सदस्य संजय सिन्हा, नागेन्द्र दुबे और सोमरा उरांव भी मौके पर मौजूद थे, जिन्होंने घटना का तुरंत पुलिस को सूचना दी। रांची पुलिस इस हाई-प्रोफाइल मामले के खुलासे के लिए कई टीमें बना कर हमलावरों की खोज में जुटी हुई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आसपास के जिलों में भी पुलिस दल भेजे गए हैं, ताकि अपराधियों को पकड़कर न्याय दिलाया जा सके।  

राहुल-प्रियंका की जोड़ी उतरेगी बिहार रण में, कांग्रेस ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची

पटना बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को बिहार चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के लिए अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा इसमें शामिल हैं। इनके अलावा कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री समेत विभिन्न राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी बिहार में प्रचार की कमान संभालेंगे। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को भी इसमें जगह दी गई है। इनके अलावा कन्हैया कुमार, अखिलेश प्रसाद सिंह, रंजीता रंजन, राजेश राम, शकील अहमद खान, मदन मोहन झा, कृष्णा अल्लावरु के भी नाम हैं। ये हैं स्टार प्रचारक केसी वेणुगोपाल, सुखविंदर सिंह सुखु, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, दिग्विजय सिंह, अधीर रंजन चौधरी, मीरा कुमार, सचिन पायलट, रणदीप सिंह सुरजेवाला, सैयद नासिर हुसैन, चरणजीत सिंह चन्नी, गौरव गगोई, तारिक अनवर, मोहम्मद जावेद, मनोज राम, अलका लांबा, पवन खेड़ा, इमरान प्रतापगढ़ी, शकील अहमद, जीतू पटवारी, सुखदेव भगत, राजेश कुमार राम, शकील अहमद खान, मदन मोहन झा, अजय राय, जिग्नेश मेवानी, अनिल जयहिंद, राजेंद्र पाल गौतम, फुरकान अंसारी, उदय भानु चिब, सुबोध कांत सहाय का नाम भी स्टार प्रचारकों में है। बिहार में दो चरणों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। 6 नवंबर को पहले चरण जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को मतदान होंगे। इसमें महागठबंधन के किस पार्टी के कितने उम्मीदार मैदान में उतरेंगे इस पर क्लियर पिक्चर अभी तक नहीं आई है। कई सीटों पर दोस्ताना संघर्ष है। दरअसल महागठबंध में सीट का पेंच अभी तक फंसा है। शनिवार को पटना में कांग्रेस पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के बाद बिहार में कांग्रेस की ताकत बढ़ी है। इसके मद्देनचह पार्टी अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। लेकिन आरजेडी कांग्रेस की मांग पर सहज और सहमत नहीं है। वैशाली की दो सीटों पर कांग्रेस और राजद ने अपने उम्मीदवारों को टिकट देकर नामांकन भी करवा दिया है।