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बिहार की राजनीति में बड़ा उलटफेर: जमुई विधानसभा में BJP को मिली थी ऐतिहासिक जीत

जमुई  बिहार की जमुई विधानसभा जिले की हॉट सीट के रूप में जानी जाती है। समाजवादियों और कांग्रेसियों का गढ़ कहे जाने वाले क्षेत्र में 2020, यानी भाजपा के गठन के 40 साल के बाद पहली बार कमल खिलने में कामयाब हुआ। अब बात इस क्षेत्र के पिछले चुनावी इतिहास की करें तो 1995 में पहली बार इस सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में वीरेंद्र सिंह ने चुनाव लड़ा और उन्हें महज पांच हजार वोट से ही संतोष करना पड़ा। इसके बाद गठबंधन का दौर शुरू होने पर यह सीट जदयू के खाते में चली गई। फिर यहां से नरेंद्र सिंह ने जदयू प्रत्याशी के तौर पर 6379 वोट से जीत दर्ज की। काफी मशक्कत के बाद 2015 में यह सीट भाजपा के खाते में आई और पार्टी ने निवर्तमान विधायक अजय प्रताप पर भरोसा जताया, लेकिन पार्टी द्वारा दूसरी बार किया गया यह प्रयोग असफल हुआ और अजय प्रताप को हार का सामना करना पड़ा। 2020 के चुनाव में बाजी आखिर भाजपा के हाथ आ ही गई और पहली बार इस विधानसभा क्षेत्र से श्रेयसी सिंह ने भाजपा विधायक के तौर पर जीत हासिल की। अब देखने वाली बात यह होगी कि इतने लंबे अरसे और इतने कठिन प्रयास के बाद खिला कमल यहां खिलकर बड़ा होता है या इसकी चमक कम होती चली जाती है, यह तो इस चुनाव में ही पता चल पाएगा। 1952 में दुर्गा मंडल बने प्रथम विधायक 1952 से ही इस विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाते रहे हैं। त्रिपुरारी सिंह और सुशील कुमार सिंह को छोड़कर हर बार के चुनाव में यहां सत्ता की धुरी अलग-अलग नेताओं के साथ घूमती रही है। दुर्गा मंडल इस विधानसभा क्षेत्र से 1952 में हुए प्रथम चुनाव में कांग्रेस पार्टी से विधायक के रूप में निर्वाचित हुए। इसके बाद हरी प्रसाद शर्मा और गुरु रामदास भी कांग्रेस पार्टी से विधायक बने। त्रिपुरारी प्रसाद सिंह ने चार बार इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद नरदेव प्रसाद भगत ने विधायक के रूप में जीत दर्ज की। सुशील कुमार सिंह उर्फ हीरा जी ने भी विधायक के तौर पर तीन बार प्रतिनिधित्व किया। इसी विधानसभा क्षेत्र से अर्जुन मंडल, नरेंद्र सिंह, उनके मंझले पुत्र अभय सिंह, बड़े पुत्र अजय प्रताप और विजय प्रकाश ने भी जीत हासिल की। त्रिपुरारी सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष पद को किया सुशोभित इस विधानसभा क्षेत्र से त्रिपुरारी सिंह 1967 से लेकर 1977 तक चार बार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से विधायक के रूप में निर्वाचित हुए। उन्होंने अलग-अलग विभागों के मंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष के पद को सुशोभित करते करने का काम किया। नरदेव प्रसाद भगत ने 1980 में इस विधानसभा क्षेत्र से पहले निर्दलीय विधायक के तौर पर जीत हासिल की। सुशील कुमार सिंह उर्फ हीरा जी ने पहली बार 1985 में कांग्रेस की टिकट से विधायक के तौर पर जीत दर्ज की। 1990 में जनता दल की लहर में भी सुशील कुमार सिंह कांग्रेस के टिकट से दोबारा विधायक बनने में कामयाब हुए। 1995 में अर्जुन मंडल ने जनता दल की टिकट से जीत दर्ज कर बिहार सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री के पद को सुशोभित किया। वर्ष 2000 में नरेंद्र सिंह, 2000 के मई में हुए उप चुनाव में सुशील कुमार सिंह, 2005 में अभय सिंह, 2010 में अजय प्रताप और 2015 में विजय प्रकाश ने विधायक के तौर पर यहां से जीत दर्ज की। 2020 में इस सीट से पूर्व रेल राज्य मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह की छोटी पुत्री श्रेयसी सिंह ने भाजपा की टिकट से 41,000 से अधिक मतों से जीत हासिल कर फिलहाल प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वर्ष 1952 से लेकर 2020 तक के बीच निर्वाचित प्रत्याशी और दल वर्ष निर्वाचित प्रत्याशी दल 1952 दुर्गा मंडल कांग्रेस 1957 हरिप्रसाद शर्मा कांग्रेस 1962 गुरु रामदास कांग्रेस 1967 त्रिपुरारी सिंह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी 1969 त्रिपुरारी सिंह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी 1972 त्रिपुरारी सिंह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी 1977 त्रिपुरारी सिंह प्रजा सोशलिस्ट पार्टी 1980 नरदेव प्रसाद भगत निर्दलीय 1985 सुशील कुमार सिंह कांग्रेस 1990 सुशील कुमार सिंह कांग्रेस 1995 अर्जुन मंडल जनता दल 2000 नरेंद्र सिंह जदयू 2000 (उपचुनाव) सुशील कुमार सिंह जदयू 2005 (फरवरी) विजय प्रकाश राजद 2005 (नवंबर) अभय सिंह जेडीयू 2010 अजय प्रताप जेडीयू 2015 विजय प्रकाश राजद 2020 श्रेयसी सिंह भाजपा  

कटिहार जंक्शन पर सफर होगा आसान, 118 करोड़ की लागत से रोड ओवर ब्रिज का होगा निर्माण

कटिहार कटिहार जंक्शन पर यातायात जाम को कम करने की दिशा में रेल मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाया है। मंत्रालय ने मुकुरिया इंड पर 118.61 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 2 लेन रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह आरओबी मौजूदा लेवल क्रॉसिंग गेट KM-2 और KK-1 की जगह लेगा, जो कटिहार-दंडखोरा और कटिहार-मियाना सेक्शन के बीच पड़ते हैं। ये लेवल क्रॉसिंग राज्य राजमार्ग 98 को राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से जोड़ने वाली व्यस्त सड़क पर स्थित हैं। यहां ट्रेन परिचालन के दौरान गेट बंद होने से लंबे समय तक जाम लगता था। ट्रैफिक सेंसस 2024 के अनुसार, इन क्रॉसिंग्स पर टीवीयू क्रमशः 1,11,420 और 2,91,024 दर्ज किए गए, जो पिछले वर्षों में रेल और सड़क परिवहन दोनों में तेज़ वृद्धि को दर्शाता है। इसी वजह से आरओबी निर्माण की जरूरत महसूस की गई। निर्माणाधीन आरओबी में 30 स्पैन का पीएससी गर्डर वायडक्ट और 2 स्पैन का स्टील गर्डर वायडक्ट शामिल होगा। फिलहाल इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। रेल मंत्रालय का मानना है कि इस आरओबी के बन जाने से न केवल कटिहार क्षेत्र में रेल परिचालन की सुरक्षा और दक्षता बढ़ेगी, बल्कि सड़क उपयोगकर्ताओं और पैदल यात्रियों को भी जाम से निजात और सुरक्षित आवाजाही मिल सकेगी।

नीरज कुमार सिंह का विपक्ष पर हमला, कहा- झूठे आरोप लगाने वालों का इतिहास रहा बूथ कैप्चरिंग से भरा

सुपौल सुपौल जिले के छातापुर में बुधवार को एनडीए के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री एवं छातापुर विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। छातापुर विधायक ने कहा कि जिनके शासनकाल में बूथ लूट और मतपेटी हेराफेरी की घटनाएं आम थीं, वही आज चुनाव आयोग पर झूठे आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2005 के पहले का “गुंडागर्दी का दौर” वापस लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब बिहार की जनता इनके झांसे में नहीं आएगी। उन्होंने अपने 20 वर्षों के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि बिना किसी भेदभाव के क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पेयजल जैसी योजनाओं पर काम हुआ है। अगर विपक्ष को विकास नहीं दिखता, तो उन्हें “आंख का इलाज करवाना चाहिए।” मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि वीरपुर से जल्द हवाई सेवा शुरू होगी। साथ ही महिला आरक्षण, स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता और पेंशन बढ़ोतरी की उपलब्धियां भी गिनाईं। सम्मेलन में मंत्री हरि सहनी ने विधायक नीरज बबलू को “शेर जैसा नेता” बताते हुए जनता से अपार समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति बदहाल थी, लेकिन नीतीश कुमार और एनडीए सरकार ने बिहार को विकास की राह पर खड़ा किया। मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने सम्मेलन में उमड़ी भीड़ को एनडीए के पक्ष में मजबूत जनसमर्थन का संकेत बताया। वहीं, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने विपक्ष को “बहुरूपिया” बताते हुए जनता को सावधान रहने की नसीहत दी। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र ऋषिदेव की अध्यक्षता रही और कई नेताओं ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की विकासपरक नीतियों का उल्लेख किया। वक्ताओं ने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दरभंगा में पीएम की मां को गाली देने जैसी घटनाओं ने जनता को आक्रोशित किया है और इसका जवाब विधानसभा चुनाव में मिलेगा। मौके पर कई स्थानीय जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

पटना सड़क हादसा: कार 25 मीटर तक घसीटती रही, 5 कारोबारियों की मौके पर मौत

पटना  पटना के परसा बाजार थाना क्षेत्र के महुली के पास देर रात एक भीषण सड़क हादसे में पांच कारोबारियों की मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब फतुहा से पटना लौट रही एक कार ने सड़क पर खड़े एक ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह ट्रक के अंदर घुस गई, जिसके चलते कार में सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान 50 वर्षीय राजेश कुमार, 55 वर्षीय संजय सिंह, 38 वर्षीय कमल किशोर, 35 वर्षीय प्रकाश चौरसिया और 38 वर्षीय सुनील कुमार के रूप में हुई है. ये सभी पटना के प्रतिष्ठित कारोबारी थे जो फतुहा से किसी काम के बाद देर रात पटना लौट रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और सभी सवारों की मौके पर ही जान चली गई. सूचना मिलते ही परसा बाजार पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद कार को काटकर शवों को बाहर निकाला. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नजदीकी अस्पताल भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है. टक्कर के बाद कार को घसीटते ले गया ट्रक कार के ट्रक के अंदर घुसने के बाद भी ट्रक अपने रफ्तार से चलता गया और लगभग 25-30 मीटर तक घसीटते ले गया. मृतकों में गोपालपुर के 50 साल के राजेश कुमार, 38 साल के संजय कुमार, सिपारा के 38 साल के कमल किशोर, 35 साल के प्रकाश चौरसिया और मुजफ्फरपुर के 30 साल के सुनील कुमार शामिल हैं. वहीं इस घटना के साक्षी लोगों का कहना है कि टक्कर के बाद एक जोरदार धमाका हुआ और कार पूरी तरह से नष्ट हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही परसा बाजार थाना पुलिस और पटना सदर  DSP मौके पर पहुंचे.  कार को काटकर शवों को निकाला गया बाहर यह हादसा इतना भीषण था कि अंदर बैठे पांचों कारोबारियों की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस को कार में फंसे लोगों के शव को निकालने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. अंत में फिर गैस कटर से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए PMCH भेजा गया. ये सभी पटना के ही कारोबारी है और फतुहा से पटना लौट रहे थे.

पटना में आगजनी, गया में चक्का जाम – गालीकांड बना बड़ा चुनावी मुद्दा

पटना  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के अपमान के खिलाफ एनडीए सड़कों पर उतर आया है. कांग्रेस के एक कार्यक्रम में हुई घटना के विरोध में एनडीए ने आज 'बिहार बंद' का आह्वान किया है. सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद का ऐलान किया गया है जिसके तहत अलग-अलग शहरों में एनडीए कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को बाधित नहीं किया जा रहा है. बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, 'कुछ दिन पहले इंडिया गठबंधन के मंच से पीएम मोदी की दिवंगत मां को गाली दी गई थी. आज एनडीए ने पीएम मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में पांच घंटे का बिहार बंद बुलाया है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.' बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'यह बहुत ही शर्मनाक है कि प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां को गाली दी गई और आज तक माफी नहीं मांगी गई. मैं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से कहना चाहता हूं कि अगर हमारी पार्टी का कोई नेता ऐसी भाषा का इस्तेमाल करता तो हम उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते… हम इसकी निंदा करते हैं. भारत की संस्कृति मां का सम्मान करना है… अगर हमारी पार्टी का कोई नेता ऐसी भाषा बोलता तो हम कार्रवाई भी करते और माफी भी मांगते… बिहार की जनता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को करारा जवाब देगी.' बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश के बीच दरभंगा में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान पीएम मोदी और उनकी मां को लेकर दी गई गाली को बीजेपी ने सियासी मुद्दा बना दिया है. इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को एनडीए ने बिहार बंद बुलाया है, जो दोपहर एक बजे तक रहेगा. बीजेपी और एनडीए ने पीएम मोदी की मां के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को महिला अस्मिता से जोड़ दिया है. यही वजह है कि बीजेपी की महिला मोर्चा ने बिहार की सड़क पर फ्रंटफुट पर उतरकर महागठबंधन के खिलाफ माहौल बनाया है. बीजेपी की महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ एनडीए के तमाम बड़े नेता भी बिहार की अलग-अलग शहरों की सड़क पर उतरेंगे और महागठबंधन को महिला विरोधी के कठघरे में खड़े करेंगे. इस तरह एनडीए की बिहार चुनाव से पहले गाली कांड को भावनात्मक मुद्दा बनाकर आरजेडी-कांग्रेस को घेरने की रणनीति है. बीजेपी विधायक संजय मयूख ने कहा, 'बिहार की माताएं और बहनें एनडीए की ओर से बुलाए गए बंद में हिस्सा ले रही हैं. महागठबंधन के कार्यक्रम में पीएम मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर आप भाग नहीं सकते. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को बिहार की जनता करारा जवाब देगी.' गयाजी में भी बड़ी संख्या में महिलाएं बीजेपी के झंडों के साथ सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन करती नजर आईं. पटना के दानापुर समेत कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों को टायर जलाकर विरोध करते हुए देखा गया. बीजेपी ने इस बंद की कमान महिला मोर्चा को सौंपी है. पटना में बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन कर रही हैं. एनडीए के सभी घटक दल इस बंद में शामिल हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अन्य सहयोगी दलों के प्रदेश अध्यक्षों के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस इसका ऐलान किया था. खास बात यह है कि पार्टी ने इस बंद की कमान महिला मोर्चा को सौंपी है. एनडीए नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी की मां को गाली देकर उनका अपमान किया गया है और इस तरह के व्यवहार का कड़ा विरोध किया जाएगा. एनडीए के 'बिहार बंद' को लेकर विपक्षी दलों ने भी सियासी हमले शुरू कर दिए हैं. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश में हंसते रहे और भारत लौटते ही रोने लगे. उन्होंने तंज कसा कि सरकार के लोग ही बिहार बंद करा रहे हैं. तेजस्वी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बिहार यात्रा में उमड़े जनसैलाब से डरी हुई है, इसलिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं. 'गाली कांड' बना चुनावी मुद्दा बिहार में राहुल गांधी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा बनाने के लिए 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाली थी. इस दौरान दरभंगा में कांग्रेस और आरजेडी के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी, जिसे लेकर बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को पीएम मोदी ने जीविका दीदी को संबोधित करते हुए कहा था, "मां के अपमान के लिए मैं एक बार कांग्रेस को क्षमा कर सकता हूं, बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी." इतना ही नहीं पीएम मोदी ने इसे बिहार और देश की महिला अस्मिता का मुद्दा बना दिया. पीएम मोदी के बयान के बाद एनडीए की महिला ब्रिगेड ने भी मोर्चा खोल दिया है. पीएम की मां को सार्वजनिक रूप से गाली देना बिहार चुनाव में मुद्दा बन गया है. इसी मद्देनजर 4 सितंबर को बीजेपी ने बिहार बंद का ऐलान भी कर दिया है, जिसमें सिर्फ बीजेपी नेता और उसके कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि एनडीए के सभी घटक दल के नेता और कार्यकर्ता एक साथ सड़क पर उतर गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर एनडीए ने बिहार बंद बुलाया है, जिसके लिए एक दिन पहले ही अखबारों में एनडीए की तरफ से विज्ञापन दिया गया था, जिसमें लोगों से 4 सितंबर को बिहार बंद में स्वेच्छा से शामिल होने की भावुक अपील की गई है. विज्ञापन में एक मां का फोटो और भड़कते हुए शख्स की फोटो भी लगाई गई है. इतना ही नहीं साफ-साफ शब्दों में लिखा गया है कि पीएम मोदी की मां को कांग्रेस-आरजेडी के मंच से जिस प्रकार गाली दी गई है, उससे संपूर्ण बिहार को शर्मसार और कलंकित किया गया है. बीजेपी महिला मोर्चा फ्रंट पर उतरा बिहार बंद का नेतृत्व बीजेपी महिला मोर्चा कर रही है. इसकी सबसे बड़ी झलक पटना में दिख रही है, जहां बड़ी संख्या में महिला मोर्चा की कार्यकर्ता सड़कों पर उतरी हैं. बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष धर्मशिला गुप्ता के नेतृत्व में पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से डाक बंगला चौराहे तक मार्च निकालने का भी प्लान बनाया है. मार्च में महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी के सभी बड़े … Read more

कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में बड़ा अपडेट: फिजिकल टेस्ट की तारीखें तय, ड्राइवर परीक्षा की जानकारी जारी

पटना केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से बिहार पुलिस में ‘सिपाही' पद के लिए शारीरिक दक्षता और ‘चालक सिपाही' पद के लिए लिखित परीक्षा दिसंबर माह में संभावित है। पर्षद की ओर से ‘सिपाही' पद की 19,838 रिक्तियों को भरने के लिए इस प्रक्रिया भर्ती के पहले चरण के अंतर्गत लिखित परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन 16 जुलाई से तीन अगस्त के बीच छह चरणों में किया गया था। चयन प्रक्रिया के दूसरे चरण के तहत शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन दिसंबर में किया जाना संभावित है। वहीं ‘चालक सिपाही' पद की 4,361 रिक्तियों के लिए केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने सूचित किया है कि इस पद के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन भी दिसंबर 2025 में संभावित है। पर्षद बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार, ‘सिपाही' और ‘चालक सिपाही' पद के लिए परीक्षा की तिथि, प्रवेश पत्र जारी करने की प्रक्रिया और आगे की चयन प्रक्रिया की पूरी जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।  

निकाय चुनाव में देरी पर झारखंड HC नाराज़, विस्तृत सुनवाई 10 सितंबर को

रांची झारखंड उच्च न्यायालय में आज स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान राज्य की मुख्य सचिव और नगर विकास सचिव अदालत के समक्ष सशरीर उपस्थित हुए। न्यायाधीश आंनद सेन की एकल पीठ ने न्यायालय के आदेश के बावजूद ससमय चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई। साथ ही सुनवाई के दौरान उपस्थित अधिकारियों को अदालत के आदेश का अनुपालन करने का निर्देश दिया है। न्यायालय इस मामले की विस्तृत सुनवाई 10 सितंबर को करेगा। इस संबध में निवर्तमान पार्षद रौशनी खलखो की ओर से अवमानना याचिका दायर की गई है।

पीएम मोदी की नीतियाँ गरीब और किसानों के हित में: सम्राट चौधरी

नई दिल्ली बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी की आम आदमी, किसान और स्वदेशी अभियान को बढ़ावा देने वाली नीतियों की सराहना की। डिप्टी सीएम बुधवार को दिल्ली में आयोजित जीएसटी काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। जीएसटी काउंसिल की बैठक में उन्होंने भारत सरकार द्वारा आम आदमी और किसानों को प्राथमिकता से राहत देने की बात उन्होंने दोहराई। मीडिया से बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा से ही गरीबों की, किसानों की और देश में स्वदेशी अभियान चले, इसकी चिंता की है। इन सबके लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं। लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों, किसानों, उनके खेतों की चिंताओं और स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा देने की बात कही है। मैं इसके लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं। मंत्रिस्तरीय बैठकों में चर्चा किए गए भारत सरकार के प्रस्ताव भी आम लोगों को राहत देने पर केंद्रित हैं। उन्होंने कहा कि हम इन प्रस्तावों को जीएसटी काउंसिल में ले जाएंगे और सभी मंत्रियों से आम आदमी और किसानों की चिंताओं को प्राथमिकता देने का आग्रह करेंगे। डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर विचार किया गया है, प्रस्ताव को लेकर बैठक में चर्चा करेंगे। सभी मंत्रियों से आग्रह करेंगे कि आम आदमी, किसानों की चिंता करें; स्लैब घटाने की बात पर भी चर्चा होगी। डिप्टी सीएम ने दावा किया कि हम इंश्योरेंस सेक्टर में आम लोगों को राहत देना चाहते हैं। डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अध्यक्षता में आयोजित जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में सहभागिता की। इस दौरान आगामी दिनों में जीएसटी में होने वाले अनेक सुधारात्मक कदम पर विस्तृत चर्चा हुई, जिससे आमजन के जीवन में एक बड़ा बदलाव आएगा। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री के अलावा, राजस्व विभाग के सचिव, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष एवं सदस्य तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीगण की मौजूदगी रही।

संजय झा का बयान: निशांत कुमार राजनीति से दूर रहेंगे

पटना  बिहार चुनाव की घोषणा से पहले जेडीयू खेमे से बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में एंट्री लेने को लेकर संजय झा ने बड़ा बयान दिया है. बिहार की सियासत में लंबे समय से चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार फिलहाल राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे. संजय झा ने डिजिटल न्यूज़ चैनल ‘बिहार तक’ के साथ बातचीत में कहा कि जब तक नीतीश कुमार सक्रिय राजनीति में हैं तब तक निशांत पॉलिटिक्स में नहीं आएंगे. पिछले कुछ महीनों से बिहार की राजनीति में यह चर्चा जोरों पर थी कि नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत को सक्रिय राजनीति में ला सकते हैं. खासकर मार्च 2025 में होली समारोह के दौरान निशांत की जेडीयू नेताओं के साथ मुलाकात और फोटो सेशन ने इन कयासों को हवा दी थी. पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर निशांत के स्वागत में लगे पोस्टरों ने भी इन अटकलों को बल दिया. हालांकि, संजय झा ने स्पष्ट किया कि निशांत की फिलहाल राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है. संजय झा ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार अभी राजनीति में नहीं आएंगे. यह स्पष्ट है और इस पर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.” उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने हमेशा परिवारवाद की राजनीति का विरोध किया है और उनकी प्राथमिकता बिहार के विकास और जनता की भलाई है. झा ने उन नेताओं को भी नसीहत दी है जो निशांत को लेकर अटकलें लगा रहे हैं, कि वे ऐसी चर्चाओं से बचें.  

अकबरनगर थानाध्यक्ष सस्पेंड: पदभार ग्रहण करते ही गड़बड़ी का खुला खेल!

भागलपुर बिहार में भागलपुर जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत ने आज अकबरनगर के थानाध्यक्ष राजीव रंजन को कर्तव्यहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। राजीव रंजन ने केवल 6 दिन पहले ही थाने का चार्ज संभाला था। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि जिले के अकबरनगर थाना क्षेत्र में जांच के क्रम में पकड़े गये वाहन को छोड़ने के लिये किसी अन्य के माध्यम से वाहन मालिक से पैसे की लेन- देन की बात सामने आई थी। सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच सक्षम पदाधिकारी से कराए जाने पर अकबरनगर थानाध्यक्ष की संलिप्तता सामने आने के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्रवाई की है।