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राशन वितरण में पारदर्शिता: हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, अब नहीं होगी हेराफेरी

चंडीगढ़ हरियाणा में सस्ते अनाज की सभी सरकारी दुकानों पर आॅनलाइन सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने यह फैसला राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी रोकने को लेकर उठाया है। ताकि डिपो संचालक राशन वितरण के दौरान कोई गड़बड़ी न कर सके। विभाग का सीसीटीवी कैमरे लगाने का मकसद डिपो पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखना है।प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 30 लाख परिवार पीडीएस योजना का फायदा उठा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में उचित मूल्य की लगभग 9400 दुकानें हैं, जिन पर स्वचालित पीओएस मशीनों द्वारा लोगों को राशन दिया जा रहा है। इसके साथ ही विभाग को डिपो पर रखे स्टॉक और राशन वितरण की पूरी जानकारी ऑनलाइन मिलेगी। कैमरे की निगरानी में डिपो होल्डर उपभोक्ताओं के साथ किसी तरह की गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे। इससे राशन डिपो पर गड़बड़ी की शिकायतों पर लगाम लगेगा और उपभोक्ताओं को सही मात्रा में राशन मिलेगा।   करनाल के जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अनिल कुमार ने जानकारी दी कि विभाग के मंत्री राजेश नागर के दिशा निर्देशों के अनुसार यह योजना बनाई गई है। कैमरों की फुटेज विभाग के सर्वर में स्टोर होगी। उन्होंने बताया कि इससे उपभोक्ताओं द्वारा डिपो होल्डर के खिलाफ अक्सर दी जाने वाली शिकायतें काफी हद तक खत्म हो जाएगी। सीसीटीवी कैमरों की मदद से विभाग को डिपो पर स्टॉक की स्थिति की वास्तविक जानकारी मिलेगी। इससे न केवल राशन वितरण में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि किसी भी परिवार को राशन वितरण में कमियां न हों। इस योजना से सार्वजनिक वितरण प्रणाली अधिक भरोसेमंद और गड़बड़ी मुक्त बनेगी।

पानीपत में बढ़ा प्रदूषण संकट, रंगाई-छपाई उद्योग से बिगड़ी हवा और पानी की सेहत

पानीपत आज हरियाणा का पानीपत किसी परिचय का मोहताज नहीं है, क्योंकि इसने विश्व स्तर पर 'टेक्सटाइल सिटी' के रूप में अपनी पहचान बना ली है। विश्व मानचित्र पर शायद ही कोई ऐसा देश हो जहाँ पानीपत में बने उत्पादों का निर्यात न होता हो। हालांकि, एक कपड़ा औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित होने के साथ-साथ, पानीपत देश के गंभीर रूप से प्रदूषित शहरों में से एक बन गया है।  वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, पानीपत औद्योगिक क्षेत्र को गंभीर प्रदूषण क्षेत्रों (CPAs) में सूचीबद्ध किया गया है। नालियों में खुलेआम बहता अनुपचारित औद्योगिक अपशिष्ट एक आम दृश्य बन गया है। CPCB कपड़ा उद्योग को सबसे अधिक प्रदूषणकारी श्रेणियों में से एक मानता है, क्योंकि यह जल और वायु प्रदूषण दोनों में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसके अतिरिक्त, ब्लीचिंग इकाइयों की अवैध रूप से बढ़ती संख्या इस क्षेत्र में भूजल प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। पानीपत का वार्षिक कारोबार लगभग 60,000 करोड़ रुपये  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से मात्र 90 किलोमीटर दूर, राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (NH-44) पर स्थित, विश्व स्तर पर 'टेक्सटाइल सिटी' के रूप में विख्यात, पानीपत का वार्षिक कारोबार लगभग 60,000 करोड़ रुपये है। इसमें से लगभग 20,000 करोड़ रुपये निर्यात कारोबार से और 40,000 करोड़ रुपये घरेलू बाजार से आते हैं। लगभग 400 छोटे और बड़े निर्यातक अमेरिका, यूरोपीय देशों, जापान, ऑस्ट्रेलिया और खाड़ी देशों में कालीन, कुशन, चादरें, बेड कवर, कंबल, पर्दे, बाथ मैट, फर्श कवर और तौलिये जैसे उत्पाद बेचते हैं। इसके अलावा, पानीपत दुनिया के सबसे बड़े रीसाइक्लिंग उद्योग का केंद्र बनकर उभरा है, जहाँ विभिन्न देशों से लाए गए बेकार कपड़ों से बिना रासायनिक रंगों या पानी की बर्बादी के धागा बनाया जाता है। शहर इस रीसाइक्लिंग प्रक्रिया के माध्यम से प्रतिदिन 30 लाख किलोग्राम से अधिक धागा तैयार करता है। हर गली या घर में 20,000 से अधिक छोटी और बड़ी इकाइयाँ संचालित पानीपत की हर गली या घर में 20,000 से अधिक छोटी और बड़ी इकाइयाँ संचालित होती हैं, जबकि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) पोर्टल पर केवल 800 औद्योगिक इकाइयाँ ही पंजीकृत हैं। जानकारी के अनुसार, इनमें से सात अत्यधिक प्रदूषणकारी उद्योगों की सूची में हैं, 450 लाल श्रेणी में, लगभग 100 हरित श्रेणी में और लगभग 300 नारंगी श्रेणी में सूचीबद्ध हैं।   413 इकाइयों ने सबसे अधिक प्रदूषक उत्सर्जित किया दिसंबर 2021 और अप्रैल 2022 के बीच, सीपीसीबी ने अत्यधिक प्रदूषणकारी उद्योगों (जीपीआई) की पहचान के लिए राज्य भर में 924 औद्योगिक इकाइयों का सर्वेक्षण किया। पाया गया कि जीपीआई के रूप में पहचानी गई 413 इकाइयों ने सबसे अधिक प्रदूषक उत्सर्जित किया। रिपोर्टों से पता चला कि पानीपत स्थित 45 प्रतिशत उद्योग सबसे अधिक प्रदूषक उत्सर्जित कर रहे थे, इसके बाद गुरुग्राम में 25.2 प्रतिशत, फरीदाबाद में 15.2 प्रतिशत और सोनीपत में 10.2 प्रतिशत प्रदूषक उत्सर्जित हो रहे थे। कुल 413 जीपीआई में से 181 पानीपत में, 100 गुरुग्राम में और 32 फरीदाबाद में स्थित थे।   पानीपत में चल रही सैकड़ों अवैध रंगाई और ब्लीचिंग इकाइयाँ सूत्रों के अनुसार, पानीपत में 350 से ज़्यादा रंगाई इकाइयाँ पंजीकृत हैं, लेकिन सैकड़ों अवैध रंगाई और ब्लीचिंग इकाइयाँ भी चल रही हैं, जिनमें से कई इन नालों के पास स्थित हैं। हालाँकि सभी उद्योगों को अपशिष्ट उपचार संयंत्र (ईटीपी) लगाना और उनका उचित संचालन करना अनिवार्य है, फिर भी कई उद्योगों ने बिजली की लागत बचाने के लिए इन्हें बंद कर दिया है और ट्रैक्टर-टैंकरों की मदद से बिना उपचारित रासायनिक अपशिष्टों को ड्रेन-2 में बहा दिया है। प्रदूषण बोर्ड के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पानीपत के वायु और जल प्रदूषण के कई कारण बताए: पुराने औद्योगिक क्षेत्र में सीईटीपी का न होना, निर्माण के बाद से ड्रेन 1 और 2 में गाद निकालने का काम न होना, सेक्टर 29 पार्ट-2 में सीईटीपी का संतृप्त होना, वायु शोधन टावर परियोजना में देरी और अवैध ब्लीचिंग की मौजूदगी।  

त्योहारों की भीड़: 3 दिन में ट्रेनें फुल, रेलवे का बड़ा ऐलान,12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी में

चंडीगढ़  चंडीगढ़ से त्योहारों पर घर जाने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन टिकटों की भारी मारामारी शुरू हो गई है। 21 अगस्त को जब 20 अक्टूबर (दीपावली) की बुकिंग खुली, तो सिर्फ तीन दिनों में ही उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली लगभग सभी ट्रेनें फुल हो गईं। हालात ये हैं कि कई ट्रेनों में अब वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रही। ऐसे में यात्रियों के पास अब केवल तत्काल टिकट या फिर रेलवे की ओर से चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनें ही विकल्प बची हैं।रेलवे का कहना है कि दीपावली (20 अक्टूबर) और छठ पूजा (26 अक्टूबर) के मौके पर पूरे देश में 12 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।उम्मीद है कि चंडीगढ़ से भी 2-3 स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए मिलेंगी। हालांकि, अंबाला मंडल की तरफ से अभी तक इसका आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। तत्काल टिकट ही आखिरी सहारा त्योहार सीजन में यात्रियों को तत्काल टिकट पाने के लिए सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। अक्सर लोगों को रिजर्वेशन सेंटर पर पूरी रात कतारों में गुजारनी पड़ती है, इसके बावजूद टिकट हाथ नहीं लगती। कई बार लोग तत्काल टिकट पाने के लिए दो-तीन दिन तक रेलवे स्टेशन पर डेरा डालते हैं।अभी हालात यह हैं कि सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों में सीटें मिलना लगभग नामुमकिन है और यात्री केवल तत्काल या फिर स्पेशल ट्रेनों का ही इंतजार कर रहे हैं। नई ट्रेनों और परियोजनाओं की भी घोषणा की गई इसके तहत यात्री यदि 13 से 26 अक्टूबर के बीच आगे की यात्रा करेंगे और 17 नवंबर से एक दिसंबर के बीच वापसी करेंगे तो रिटर्न टिकट पर 20 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी। त्योहारों के दौरान बिहार लौटने वाले प्रवासी यात्रियों के लिए यह योजना काफी उपयोगी होगी। बिहार को ध्यान में रखते हुए कई नई ट्रेनों और परियोजनाओं की भी घोषणा की गई। गयाजी से दिल्ली, सहरसा से अमृतसर, छपरा से दिल्ली और मुजफ्फरपुर से हैदराबाद के बीच चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। धार्मिक स्थलों को जोड़ने के लिए बुद्ध सर्किट ट्रेन शुरू होगी इसके अलावा, भगवान बुद्ध से जुड़े धार्मिक स्थलों को जोड़ने के लिए बुद्ध सर्किट ट्रेन शुरू होगी, जो वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, नालंदा, गया और कोडरमा तक जाएगी।सीमांचल क्षेत्र को राजधानी से जोड़ने के लिए पूर्णिया से पटना के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत होगी। साथ ही बक्सर-लखीसराय रेलखंड पर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जाएगी ताकि ट्रेनों का संचालन सुगम हो। पटना के चारों ओर रिंग रेलवे बनाया जाएगा, जबकि सुल्तानगंज को देवघर से जोड़ने के लिए नई रेल लाइन का निर्माण होगा। लौकहा में नया वॉशिंग पिट बनेगा और बिहार में कई नए रोड ओवरब्रिज और अंडरपास तैयार किए जाएंगे।रेल मंत्री ने यह भी बताया कि पटना से अयोध्या के लिए भी नई ट्रेन शुरू की जाएगी, जिससे धार्मिक यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेल मंत्री के साथ मौजूद बिहार के सभी नेताओं ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री के प्रति आभार जताया। उनका कहना था कि इन परियोजनाओं से न केवल बिहारवासियों की यात्रा आसान होगी बल्कि व्यापार, पर्यटन और धार्मिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी। रेलवे का दावा है कि इस बार त्योहारों के मौसम में यात्रियों को बिना भीड़ और परेशानी के सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा।  

MSG स्टोर से होंगे हजारों प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन बिक्री, राम रहीम का नया कदम

हिसार  डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने 40 दिन की पैरोल के दौरान एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ‘MSG’ ऐप लॉन्च किया है। 19 अगस्त को आयोजित एक ऑनलाइन सत्संग के माध्यम से उन्होंने ‘MSG ई-कॉमर्स स्टोर’, मोबाइल ऐप और ऑर्गेनिक सरसों तेल का उद्घाटन किया। इस मंच के माध्यम से डेरा अब अपने उत्पादों को भारत सहित विश्व भर में बेचेगा। ये मिलेगा सामान MSG स्टोर के माध्यम से हजारों प्रकार के उत्पाद बेचे जाएंगे, जिनमें ग्रॉसरी, खाद्य सामग्री, तेल, घी, कॉस्मेटिक्स, हेल्थकेयर और अन्य घरेलू आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। हर उत्पाद पर गुरमीत राम रहीम की तस्वीर लगाई गई है। कंपनी का दावा है कि ये सभी उत्पाद ऑर्गेनिक और उच्च गुणवत्ता वाले हैं।  ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स से लेकर ग्रॉसरी तक की बिक्री 19 अगस्त को ऑनलाइन मजलिस में राम रहीम ने MSG ई-कॉमर्स स्टोर, ऐप और ऑर्गेनिक सरसों का तेल एक साथ लॉन्च किया। इस मंच के जरिए हजारों की संख्या में उत्पाद बेचे जाएंगे, जिनमें ग्रॉसरी, खाने-पीने का सामान, तेल, घी, कॉस्मेटिक, हेल्थ केयर और घरेलू जरूरत की चीजें शामिल हैं। हर आइटम पर गुरमीत राम रहीम की तस्वीर लगी हुई है। कंपनी का दावा है कि ये सभी उत्पाद ऑर्गेनिक और उच्च-गुणवत्ता वाले हैं। वैश्विक पहुंच के साथ बहुभाषी वेबसाइट MSG स्टोर की वेबसाइट को विभिन्न भाषाओं में बनाया गया है, ताकि यह दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले लोगों तक पहुंच सके। वेबसाइट में अंग्रेजी, अरबी, बंगाली, हिब्रू, हिंदी और जापानी भाषाएं शामिल हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि डेरा सच्चा सौदा का लक्ष्य केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि वह अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंचाना चाहता है। कंपनी की वेबसाइट पर खास तौर पर यह बताया गया है कि MSG उत्पाद डेरा सच्चा सौदा के ही हैं। 40 दिन की पैरोल पर बाहर है राम रहीम गुरमीत राम रहीम इस समय 40 दिनों की पैरोल पर है और यह 14वीं बार है जब वह जेल से बाहर आया है, 4 अगस्त, 2025 को पैरोल पर आए राम रहीम ने अपने अनुयायियों से मिलने के लिए ऑनलाइन सत्संग और मजलिस का सहारा लिया है, क्योंकि उसे सिरसा डेरे में बड़ी भीड़ जमा करने की अनुमति नहीं है। पैरोल 15 अगस्त को 58वां जन्मदिन मनाने के लिए मिली है। इस दौरान वह ऑनलाइन माध्यम से ही अपने भक्तों को उपदेश और संदेश दे रहा है। 25 अगस्त 2017 से जेल में गुरमीत राम रहीम 25 अगस्त 2017 से जेल में है। उसे दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, उसे पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामलों में भी सजा मिली थी। हालांकि, रणजीत सिंह हत्याकांड में बाद में हाईकोर्ट ने उसे बरी कर दिया। वर्तमान में राम रहीम हरियाणा की रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद है। इस दौरान वह लगातार पैरोल पर बाहर आता रहा है, जिससे उसके अनुयायी उससे जुड़ पाते हैं। हाल ही में शुरू हुआ यह ई-कॉमर्स वेंचर, डेरा के लिए एक बड़ा कारोबारी कदम साबित हो सकता है। 

ताऊ देवीलाल जयंती की112वीं जयंती पर अभय चौटाला का वार, कांग्रेस-भाजपा को घेरा

जींद   इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने रोहतक में 25 सितंबर 2025 को होने वाली ताऊ देवीलाल की 112वीं जयंती के सम्मान समारोह की तैयारियों को लेकर खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि पार्टी ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में 27 बैठकें आयोजित की हैं, जिनमें 500 से 1500 कार्यकर्ता शामिल हुए। नरवाना की बैठक में 1000 जिम्मेदार कार्यकर्ता पहुंचे, जो पार्टी के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है। कांग्रेस-भाजपा पर हमला अभय चौटाला ने कांग्रेस और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आईएनएलडी को भाजपा की बी-टीम कहकर बदनाम किया, लेकिन असल में हुड्डा और उनके बेटे ने भाजपा की हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनवाने में मदद की। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दो सालों में हुड्डा ने कभी भाजपा के खिलाफ नहीं बोला और केवल आईएनएलडी को वोट काटने वाली पार्टी बताकर प्रचार किया। अभय ने कहा, "1977 से 2000 तक हमने कांग्रेस की जड़ें काटीं और उसे सत्ता से बाहर रखा। इस बार रोहतक में लोग कांग्रेस की रीढ़ तोड़ेंगे।" जजपा की नाकामी  जननायक जनता पार्टी (जजपा) पर तंज कसते हुए अभय ने कहा कि जजपा ने झूठे वादे किए और भाजपा की गोद में जाकर बैठ गई। उन्होंने कहा कि लोगों ने जजपा का इलाज कर दिया। इस बार उनकी पार्टी 1 लाख वोट भी नहीं जुटा पाई, जबकि वे 17% वोट की बात करते थे। चौधरी ओम प्रकाश चौटाला की कमी  पहली बार ताऊ देवीलाल की जयंती चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के बिना मनाए जाने के सवाल पर अभय ने कहा कि उनकी कमी हर कार्यकर्ता को खल रही है। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चौधरी साहब की देन हैं और उनकी अनुपस्थिति में भी पार्टी को मजबूती से आगे ले जा रहे हैं। इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी अभय ने दावा किया कि यदि आईएनएलडी इंडिया गठबंधन का हिस्सा होती, तो हरियाणा और केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं बनती। उन्होंने कांग्रेस पर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को गठबंधन से बाहर करने का आरोप लगाया। उन्होंने राहुल गांधी के वोट चोरी के दावों पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा "चोर-चोर मौसेरे भाई" हैं। मनीषा हत्याकांड और अपराध  मनीषा हत्याकांड पर सीबीआई जांच के सवाल पर अभय ने कहा कि उन्हें हरियाणा पुलिस पर भरोसा है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस को नहीं। उन्होंने सीबीआई को भाजपा की कठपुतली बताते हुए कहा कि हरियाणा में रोजाना 3-4 हत्याएं, 10 से ज्यादा अपहरण और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने दावा किया कि यदि आईएनएलडी की सरकार बनी, तो 24 घंटे में अपराध खत्म हो जाएगा, जैसा चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के शासनकाल में था। वायरल वीडियो पर टिप्पणी सिरसा विधायक गोकुल सेतिया और जुलाना विधायक विनेश फोगाट की अधिकारियों से बातचीत की वायरल वीडियो पर अभय ने कहा कि ये विधायक अधिकारियों से सम्मानजनक बातचीत नहीं करते और वीडियो बनाकर वायरल करते हैं, जो गलत है। नायब सैनी पर तंज अभय ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को "डमी मुख्यमंत्री" करार देते हुए कहा कि हरियाणा में अभी भी मनोहर लाल खट्टर का ही कार्यकाल चल रहा है। 25 सितंबर को विशाल रैली का दावा  अभय ने कहा कि 25 सितंबर को रोहतक में लाखों लोग जुटेंगे और भाजपा को सत्ता से बाहर कर आईएनएलडी को सत्ता में लाने का काम करेंगे। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल और उमर अब्दुल्ला को भी रैली में आमंत्रित करने की बात कही।

हरियाणा रोडवेज बस से टकराई कार, कैथल में 4 लोगों की गई जान

कैथल हरियाणा के कैथल जिले में आज सुबह एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया। जहां जिले के क्योड़क गांव के पास बठिंडा से कुरुक्षेत्र जा रही एक कार हरियाणा रोडवेज की बस से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर सड़क पर पलट गई। हादसे में कार सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पंजाब के बठिंडा जिले के रहने वाले थे मृतक  जानकारी के मुताबिक मृतक लोग पंजाब के बठिंडा जिले के रहने वाले थे। वे कार से कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा गुरुद्वारा साहिब में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। जैसे ही कार कैथल जिले के पास पहुंची, सामने से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस से सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार बुरी तरह दब गई और पलटकर सड़क किनारे जा गिरी। हादसे की सूचना मिलते ही आस-पास के ग्रामीण मौके पर जुट गए। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सदर थाना पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। कार को क्रेन मशीन और गैस कटर की मदद से काटकर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया जबकि घायलों को इलाज के लिए कैथल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। कर में सवार चार लोगों की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। जबकि बस में सवार यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, हालांकि सभी सुरक्षित हैं। फिलहाल हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हादसे के बाद बस ड्राइवर और कार चालकों की लापरवाही की जांच की जा रही है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है, वहां सड़क पर अक्सर तेज रफ्तार गाड़ियां गुजरती हैं। पहले भी यहां कई बार हादसे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की कि इस स्थान पर स्पीड ब्रेकर या ट्रैफिक कंट्रोल व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों पर रोक लग सके।

महिलाओं के लिए खुशखबरी, सैनी सरकार देगी ₹2100 मासिक सहायता

कुरुक्षेत्र  हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि राज्य सरकार 'लाडो लक्ष्मी योजना' के तहत पात्र महिलाओं को ₹2100 मासिक सहायता देने की तैयारी कर रही है। इस योजना के लिए पहले बजट में ₹5,000 करोड़ का प्रावधान किया गया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि दूसरे बजट से इस योजना का लाभ पात्र महिलाओं को मिलना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री सैनी कुरुक्षेत्र में कश्मीरी हिंदू प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित 'कुरुक्षेत्र-कश्यप तीर्थाटन–2025' कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने यह भी ऐलान किया कि इंडोनेशिया के बाली में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 12 से 14 सितंबर तक स्वामी ज्ञानानंद की अध्यक्षता में आयोजित होगा। इसमें गीता यज्ञ, गीता का वैश्विक पाठ, और 13 सितंबर को गरुड़ की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। गौरतलब है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 'लाडो लक्ष्मी योजना' के तहत बीपीएल कार्डधारी महिलाओं को ₹2100 मासिक सहायता देने का वादा किया था। यह योजना केवल गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले परिवारों की महिलाओं के लिए ही लागू होगी।  लाडो लक्ष्मी योजना क्या है  नायब सरकार का 'नायाब' तोहफा हरियाणा सरकार ने लाडो लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन का प्रारूप लगभग तैयार कर लिया है। लाडो लक्ष्मी योजना के तहत राज्य की 45.62 लाख ऐसी महिलाओं को 2100 रुपये मासिक प्रदान किए जाएंगे, जिनकी उम्र 23 से 60 साल के बीच है तथा पति-पत्नी की वार्षिक आय मिलाकर तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होगी। मुख्यमंत्री कार्यालय में इस बिंदु पर भी चर्चा हुई कि पहले चरण में गरीबी रेखा के दायरे में आने वाली करीब 25 लाख ऐसी महिलाओं को 2100 रुपये मासिक दिया जाए, जिनकी पति-पत्नी की वार्षिक आय 1.80 रुपये तक है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस दिन से मिलेगा योजना का लाभ उनके निर्देश पर पहले चरण में ऐसी सभी महिलाओं को 2100 रुपये मासिक प्रदान किए जाएंगे, जिनकी पति-पत्नी की वार्षिक आय मिलाकर तीन लाख रुपये तक है। यह महिलाएं ऐसी हैं, जो राज्य में किसी तरह की पेंशन प्राप्त नहीं कर रही हैं। सरकार का मानना है कि यदि लाडो लक्ष्मी योजना को दो चरणों में बांटकर लागू किया गया तो इसका फायदा कम, नुकसान ज्यादा हो सकता है, इसलिए योजना को एक ही चरण में लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय में इस बात पर सहमति बन चुकी है कि लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ हरियाणा दिवस पर एक नवंबर से देना आरंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में इस योजना के आरंभ होने की घोषणा करेंगे। यानी योजना के लाभ के लिए अभी राज्य की महिलाओं को तीन माह इंतजार करना होगा। राज्य के साल 2025-26 के बजट में लाडो लक्ष्मी योजना के लिए प्रदेश सरकार पांच हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर चुकी है। हर साल खर्च होगा 980 करोड़ रुपये हर माह 45.60 लाख महिलाओं को 2100 रुपये देने पर 980 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट खर्च होगा, जबकि सरकार ने पहले ही पांच हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रविधान कर रखा है। ऐसे में अगले चार साल यानी 2029 में होने वाले विधानसभा चुनाव तक बजट की कोई चिंता नहीं रहने वाली है। हरियाणा सरकार यदि 1.80 लाख रुपये तक आय वाले परिवारों की महिलाओं को ही 2100 रुपये मासिक प्रदान करती तो 450 करोड़ रुपये वार्षिक बजट खर्च होता, लेकिन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य की सभी पात्र महिलाओं को पहले चरण में ही लाडो लक्ष्मी योजना के दायरे में लाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में करीब साढ़े 12 लाख महिलाएं ऐसी हैं, जो 60 साल या इससे अधिक उम्र होने के चलते बुढ़ापा पेंशन प्राप्त कर रही हैं। वे महिलाएं लाडो लक्ष्मी योजना के दायरे में नहीं आएंगी। मध्य प्रदेश और दिल्ली पर भारी रहेगी हरियाणा की लाडो लक्ष्मी हरियाणा से पहले मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना शुरू की थी, जो अभी तक जारी है, लेकिन इस योजना में महिलाओं को 1250 रुपये मासिक प्रदान किए जाने का प्रविधान है, जबकि हरियाणा सरकार लाडो लक्ष्मी योजना के तहत 2100 रुपये मासिक देने वाली है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले लाडो लक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये का शगुन देने की घोषणा की थी। दिल्ली की भाजपा सरकार भी महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ देगी, लेकिन हरियाणा के मुकाबले वहां महिलाओं की संख्या बहुत कम है। दिल्ली में अभी तक यह योजना आरंभ नहीं हुई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिलाओं को लाडो लक्ष्मी योजना का लाभ प्रदान करने के लिए अधिकारियों को समस्त होमवर्क यथाशीघ्र पूरा करने के आदेश दिए हैं। परिवार पहचान पत्र (फैमिली आईडी) में महिलाओं के बैंक खातों को लिंक करने का तेजी से चल रहा है।  

बसों की लोकेशन अब लाइव ट्रैक होगी, हरियाणा रोडवेज ने लॉन्च किया नया एप

हिसार  हरियाणा रोडवेज ने बसों की लाइव ट्रैकिंग की शुरुआत कर दी है। लोकेशन ट्रैक करने के लिए तैयार की गए एप में अभी कई बदलाव और सुधार किए जाएंगे। लाइव ट्रैकिंग में अभी बस कहां पहुंची है यह आसानी से पता लगाया जा सकता है। हरियाणा रोडवेज की इस एप के माध्यम से यात्री लंबी दूरी के लिए संचालित होने वाली वॉल्वो और हीटिंग, वेंटिलेशन व एयर कंडीशनिंग (एचवी-एसी) बसों के ऑनलाइन टिकट भी बुक करा सकते हैं। इसके साथ ही हैप्पी कार्ड के लिए आवेदन भी एप के माध्यम से यात्री कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक एचआर (हरियाणा रोडवेज) एप से फिलहाल रोडवेज की सिरसा, नारनौल, मनाली, हिसार, गुरुग्राम, दिल्ली आईएसबीटी कश्मीरी गेट, दिल्ली डोम एंड आईजीआई एयरपोर्ट, चंडीगढ़ आईएसबीटी-17, चंडीगढ़ आईएसबीटी-43 और अमृतसर के लिए संचालित होने वाली एचवी-एसी बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिंग होगी। हरियाणा परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव टीएल सत्य प्रकाश का कहना है कि हाल ही में एक एप तैयार कराकर बसों की ट्रैकिंग सहित तीन ऑनलाइन सेवाएं इससे जोड़ी गई हैं। इस तरह से बसों की लाइव ट्रैकिंग कर सकेंगे एचआर एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप के पेज पर तीन सेवाएं दिखेंगी। लंबी दूरी की बसों के लिए टिकट बुकिंग, लाइव ट्रैकिंग के अलावा हैप्पी कार्ड बनवाने के लिए भी यात्री आवेदन कर सकेंगे। जो बस प्रतिदिन रूट पर संचालित होती हैं उन्हें ट्रैक किया जा सकता है। एप के होम पेज पर पहुंचकर बस ट्रैकिंग के लिए बस का नंबर डालना होगा फिर बस कहां है यह पता चल सकेगा। बसों की ट्रैकिंग के लिए व्यक्ति को एंड्रॉयड फोन के माध्यम से अपना पंजीकृत नंबर डालना होगा। नंबर डालने के बाद जब ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आएगा तो उसे भरना होगा। बाद में चार अंकों का पिन नंबर तैयार करना होगा। आने वाले दिनों में गांवों के रूट पर संचालित होने वाली बसों की भी लोकेशन ट्रैक करने की योजना पर काम हो रहा है। जल्द ही सभी डिपो व सब डिपो की बसों की ट्रैकिंग और रूट के अनुसार ट्रैकिंग पर भी काम जारी है। जल्द ही सभी बसों के टिकट ऑनलाइन बुक हो सकेंगे फिलहाल लंबी दूरी की वोल्वो और एचवी-एसी बसों में ऑनलाइन टिकट बुकिंग हो रही है। कुछ माह के अंदर ही सभी रोडवेज बसों के लिए टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा शुरू हो जाएगी। एप को अधिक सुलभ और सरल बनाने के लिए अभी काम जारी है। 

कानूनी झटका: करोड़ों की जमीन का स्टे अंबाला मंडलायुक्त ने किया खारिज

अंबाला  पंचकूला के बीड़ फिरोजड़ी में करोड़ों की जमीन पर लगे स्टे हटाने के फैसले को अंबाला मंडलायुक्त ने रद्द कर दिया है। पिछले साल पूर्व मंडलायुक्त रेनु फुलिया ने एक तरफा फैसला देते हुए इस जमीन पर 20 साल पुराने स्टे को रद्द कर दिया था।  जमीन से स्टे हटने के कुछ महीने बाद उनके पति व बेटे ने पांच एकड़ जमीन खरीद ली थी। जमीन खरीदने के मकसद से ही स्टे को हटाया गया था। जब इस मामले की जानकारी राज्य सरकार के पास पहुंची तो इस जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई। पूरे मामले की जांच के लिए आईएएस अधिकारियों की एक कमेटी कर रही है। अंबाला मंडलायुक्त संजीव वर्मा की ओर से दिए आदेश में दाखिल-खारिज को रद्द कर दिया है। साथ ही यह भी आदेश दिया है कि पटवारी फर्द  बदर तैयार कर राजस्व में दर्ज प्रवष्टियों को सही करे। दाखिल खारिज के अतिरिक्त यदि कोई अन्य राजस्व प्रविष्टियां बदली गई हैं तो उसे भी रद्द किया जाए। इस आदेश की एक कॉपी मुख्य सचिव को भी भेजी गई है।  मंडलायुक्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह जमीन राज्य की है। राज्य इसमें पार्टी है। पूर्व मंडलायुक्त ने स्टे हटाने के दौरान न तो राज्य को कोई सूचना दी और न ही निचली अदालत का कोई रिकॉर्ड मंगवाया। केवल याचिकाकर्ता के वकील की सुनवाई के बाद 18 सितंबर 2003 के आदेश को रद्द कर दिया। 2003 में भी इस जमीन को खरीदने की कोशिश की गई थी, जिसके बाद 18 सितंबर 2003 को जमीन की खरीद फरोख्त पर स्टे लगा दिया गया था। आदेश में यह भी लिखा है कि राज्य की ओर से अभिलेख में प्रस्तुत सामग्री से स्पष्ट है कि तत्कालीन मंडलायुक्त इस मामले में व्यक्तिगत रुचि थी। उन्होंने जिस याचिकाकर्ताओं के पक्ष में फैसला दिया था, फैसला देने से पहले ही उनसे जमीन खरीदने का समझौता जून 2023 में कर लिया था, जबकि याचिका अगस्त 2023 में डाली गई थी। इस जमीन के संभावित विक्रेता तत्कालीन मंडलायुक्त के पति व बेटे थे। याचिका दायर होने के एक महीने के बाद उन्होंने आदेश पारित कर दिया। मौजूदा मंडलायुक्त ने आदेश में यह भी लिखा है कि इस बात का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है कि जब 20 साल पहले जब स्टे लग गया था तो इतने साल बाद क्यों आवेदन किया गया। इसके अलावा दूसरे पक्ष को सुने बिना कोई भी आदेश पारित नहीं किया जा सकता। इसलिए सितंबर 2023 के आदेश को रद्द किया जाता है। यह था मामला पंचकूला के बीड़ फिरोजड़ी समेत सात गांवों में करीब 1396 एकड़ जमीन राजा भगवंत सिंह की थी। उसके बाद यह जमीन राज्य के पास चली गई। 2002 में पूर्व आईएएस सुनील गुलाटी व उनकी बहन शशि गुलाटी ने राजा के वारिसों से करीब 14 एकड़ जमीन खरीद ली। जब वे जमीन का इंतकाल दर्ज कराने गए तो उस दौरान प्रशासन को इस जमीन की खरीद-फरोख्त के बारे में पता चला। तत्कालीन उपायुक्त ने इस जमीन पर स्टे लगा दिया, ताकि कोई इसे खरीद न सके। 20 साल बाद अंबाला की तत्कालीन मंडलायुक्त रेनु फुलिया ने इस स्टे को रद्द कर दिया। स्टे हटते ही जमीन खरीदने पर लगी रोक हट गई। उसके उसके कुछ महीने बाद ही शशि गुलाटी ने 12 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री के लिए पंचकूला के राजस्व अधिकारियों से संपर्क किया। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने यह जमीन करीब सवा पांच करोड़ में चार लोगों को बेची है। इनमें सें पांच एकड़ जमीन रेनु फुलिया के पति पूर्व आईएएस एसएस फुलिया व उनके बेटे ने खरीदी। जब सरकार को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने इस जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी।   

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की कोर्ट में पेशी, अब 3 सितंबर को अगली सुनवाई

हिसार   पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा आज 95 दिन के बाद जेल से बाहर आई और हिसार की अदालत में उसकी पेशी हुई. अब 3 सितंबर को मामले में अगली सुनवाई होगी.पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को सोमवार (25 अगस्त) को हिसार कोर्ट में पेश किया गया। वह 95 दिन बाद जेल से बाहर आकर कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश हुई। ये उसकी 10वीं पेशी थी। कोर्ट से लौटते वक्त उसने हाथ हिलाया। ज्योति मल्होत्रा की पेशी : पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा 95 दिनों के बाद जेल से बाहर आई. इससे पहले ज्योति मल्होत्रा 22 मई को व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में पेश हुई थी. हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को आज हिसार कोर्ट में पेश किया. इस दौरान अदालत में ज्योति मल्होत्रा की ओर से एडवोकेट कुमार मुकेश ने कोर्ट के सामने अपनी बातें रखी. ज्योति मल्होत्रा की आज हिसार कोर्ट में पेशी 3 सितंबर को होगी अगली सुनवाई : एडवोकेट कुमार मुकेश ने बताया कि ज्योति मल्होत्रा को अब 3 सितंबर को कोर्ट में फिजिकल तौर पर पेश किया जाएगा. अगली सुनवाई 3 सितंबर को होगी. पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा केस की जांच करते हुए 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. आपको बता दें कि जासूसी के आरोप में ज्योति मल्होत्रा को 15 मई को घर से गिरफ्तार किया गया था. तभी से ज्योति मल्होत्रा जेल में है. पुलिस सोर्सेज से चार्जशीट को लेकर 5 अहम खुलासे हुए..     सवालों के सीधे जवाब नहीं देती, डेटा डिलीट किया: चार्जशीट को लेकर जांच का हिस्सा रहे एक अधिकारी ने बताया कि ज्योति काफी शातिर है और वह सवालों के सीधे जवाब नहीं देती। यहां तक कि गिरफ्तारी का उसे पहले ही आभास हो गया था, इसलिए उसने कुछ डेटा डिलीट कर दिया था।     भागने से पहले पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा: गिरफ्तार होने की सूचना उसको पाकिस्तानी एजेंटों ने ही पहुंचाई। इस सूचना के मिलते ही वह भागने की तैयारी कर थी, लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया। ज्योति ने जो डेटा डिलीट किया, उसमें से कुछ रिकवर कर लिया गया है, लेकिन कुछ रिकवर होना बाकी है।     राजस्थान में आर्मी कैंप के वीडियो भी पहुंचाए: ज्योति ने न केवल कश्मीर डैम के वीडियो बनाए बल्कि राजस्थान के बॉर्डर एरिया में जाकर सैन्य शिविरों के भी वीडियो पाकिस्तानी एजेंटों तक पहुंचाए। वह लगातार पाकिस्तानी एजेंटों से बातचीत करती थी।     इंडियन ट्रैवल एडवाइजरी का उल्लंघन किया: पुलिस का दावा है कि ज्योति को पाकिस्तान यात्रा से पहले ही ट्रैवल एडवाइजरी बता दी गई थी। इसके बावजूद ज्योति ने उसका उल्लंघन किया। पाकिस्तानी एजेंटों से नंबर शेयर किए। उनसे मीटिंग भी की।     4 पाकिस्तानी एजेंटों से लगातार टच में थी ज्योति: पुलिस का दावा है कि ज्योति के मोबाइल फोन से पाकिस्तान उच्चायोग के अफसर एहसान-उर-रहीम दानिश अली के साथ व्यापक बातचीत का पता चला है। इसके अलावा आईएसआई के गुर्गे शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के साथ नियमित संपर्क का भी पता चला है। पुलिस की गाड़ी में ज्योति मल्होत्रा  "ज्योति पर लगे आरोप गलत" : ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा अपनी बेटी पर लगे आरोपों को गलत बता चुके हैं. वे उससे कई बार जेल जाकर मिल भी चुके हैं. वे राष्ट्रपति को पत्र लिखकर न्याय की गुहार भी लगा चुके हैं. ज्योति मल्होत्रा केस में अब तक क्या-क्या हुआ ? :     16 मई को ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया     ज्योति मल्होत्रा को पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया     22 मई को पुलिस ने दोबारा पुलिस रिमांड पर लिया था     26 मई को हिसार के कोर्ट ने ज्योति को न्यायिक हिरासत में भेजा     9 जून को ज्योति की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई     ज्योति को फिर से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया     10 जून को ज्योति की जमानत याचिका लगाई गई     11 जून को ज्योति की जमानत याचिका खारिज की गई     23 जून को ज्योति की कोर्ट में पेशी, 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया     7 जुलाई को ज्योति मल्होत्रा की वीसी से सुनवाई, न्यायिक हिरासत में भेजा गया     21 जुलाई को ज्योति मल्होत्रा की वीसी से सुनवाई, न्यायिक हिरासत में भेजा गया     4 अगस्त को ज्योति मल्होत्रा की वीसी के जरिए पेशी, फिर से न्यायिक हिरासत में भेजा गया     5 अगस्त को ज्योति के पिता हरीश मल्होत्रा ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई     14 अगस्त को पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ 2500 पेज की चार्जशीट पेश की     18 अगस्त को ज्योति मल्होत्रा की फिर से पेशी, न्यायिक हिरासत में भेजा गया     25 अगस्त को फिजिकल पेशी, अब 3 सितंबर को होगी अगली सुनवाई