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महिला के साथ घर में घुसकर अशोभनीय हरकत करने वाले आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ घर में घुसकर अशोभनीय हरकत करने वाले आरोपी को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। यह मामला क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना 26 जून को उस समय हुई जब रामगढ़ क्षेत्र के पारेवर गांव की एक महिला अपने घर में मौजूद थी। नशे की हालत में गांव का ही निवासी शिवलाल पुत्र दानाराम मेघवाल महिला के घर में जबरन घुस गया। आरोपी छत के रास्ते घर में दाखिल हुआ और महिला के साथ बदसलूकी करने लगा। पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने न सिर्फ उसके साथ छेड़छाड़ की, बल्कि उसके कपड़े और हाथ-पांव खींचने की भी कोशिश की। घटना के बाद पीड़िता ने रामगढ़ थाने में पहुंचकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और महिला की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी को जल्द ही तलाश कर हिरासत में ले लिया गया और जांच के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है  

मुख्यमंत्री योगी बोले – पौधरोपण अभियान अपनी मां के नाम कृतज्ञता ज्ञापित करने का मौका

अयोध्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पौधरोपण अभियान अपनी मां के नाम कृतज्ञता ज्ञापित करने का मौका देता है। इसलिए इसे एक पेड़ मां के नाम अभियान नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज के दिन पौधरोपण कर इनकी सुरक्षा के लिए और संरक्षण के लिए काम करें। मुख्यमंत्री योगी बुधवार को अयोध्या में सोलर सिटी के पास दशरथ पथ पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे। पौधरोपण महा अभियान का शुभारंभ करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पहले संकट मोचन हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया और प्रदेश की सुख-शांति की कामना की। इसके बाद सीएम योगी ने श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती की और सीएम ने दर्शन-पूजन के उपरांत निकलते समय आमजन का अभिवादन भी स्वीकार किया। वहीं मंदिर परिसर की परिक्रमा कर राम मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया और राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये। मुख्यमंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत संकट मोचन हनुमानगढ़ी मंदिर से की। उन्होंने यहां विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेशवासियों के सुखमय जीवन की प्रार्थना की। यहां से निकल कर मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला के दर्शन किए। उन्होंने श्रीरामलला की आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की इसके साथ ही उन्होंने राम दरबार में भी दर्शन पूजन किये। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी भी ली। राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें निर्माण कार्यों की वर्तमान स्थिति और आगामी योजनाओं से अवगत कराया। इससे पहले मुख्यमंत्री के अयोध्या आगमन पर महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उन्हें स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी का जुलाई महीने में पहले अयोध्या दौरा है। इससे पहले वह 5 जून को राम दरबार के उद्घाटन के अवसर पर यहां आए थे।

प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा, 35 जिलों में आज भारी बारिश की चेतवनी, शिवपुरी में 3 युवक बाइक समेत बहे

भोपाल  मध्यप्रदेश में लगातार तेज बारिश का दौरा जारी है. प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा है. प्रदेशभर में अब तक 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74 प्रतिशत ज्यादा है. मंगलवार को भी प्रदेश के कई जिलों में जमकर बरसात हुई. बुधवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 35 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. लगातार हो रही बारिश के चलते नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. मध्यप्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून जमकर बरस रहा है। इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक औसत 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। बुधवार को प्रदेश के 35 जिलों में अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट है।  इन जिलों में अति भारी बारिश मौसम विभाग ने बुधवार को विदिशा, रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. अगले 24 घंटे में यहां 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है. इन जिलों भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, मैहर, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में भारी बारिश हो सकती है. इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, श्योपुर, हरदा समेत अन्य जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है. बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में 136 मिमी यानी साढ़े 5 इंच हुई है। वहीं, नर्मदापुरम में 2.2 इंच, बैतूल में 2.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। भोपाल, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर, सीधी, सीहोर, शाजापुर, आगर-मालवा, विदिशा, दतिया, नरसिंहपुर, मऊगंज, मंडला, सागर, रायसेन, टीकमगढ़, हरदा, रतलाम, छतरपुर, गुना, इंदौर, दमोह समेत कई जिलों में हल्की बारिश का दौर चला। उधर, मंडला-नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। रास्ते बंद हो गए हैं। कई गांव पानी में डूबे हैं। शिवपुरी में गूगरीपुरा गांव के रपटे को पार करने के दौरान बाइक बहने लगी। इस पर सवार तीनों युवक पानी में आ गिरे। एक युवक बाइक समेत बह गया। हालांकि, कुछ देर बाद वह तैरकर बाहर आ गया। 12 जुलाई तक बारिश सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि मध्यप्रदेश में दो ट्रफ का असर है, साथ ही साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है. यही वजह है कि प्रदेश में अति भारी या भारी बारिश हो रही है. अगले चार दिन यानी 12 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्से में तेज बारिश का दौर रहेगा. रायसेन में उफान पर नर्मदा नदी… डूब गया बोरास पुल, रायसेन और नरसिंहपुर के बीच संपर्क टूटा रायसेन जिले में लगातार हो रही मूसलधार बारिश का असर अब जनजीवन पर साफ नजर आने लगा है. यहां नर्मदा नदी उफान पर है, जिसकी वजह से बोरास पुल पूरी तरह पानी में डूब गया है. पुल पर 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है, जिससे रायसेन और नरसिंहपुर जिले का सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है. बता दें कि रायसेन जिले में बीते दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. इसके चलते नदी-नालों में उफान आ गया है. नर्मदा नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी हुई, जिससे बोरास पुल पर 3 से 4 फीट तक पानी भर गया. पुल के डूबते ही दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और पुलिस ने मौके पर बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक रोक दिया.  होमगार्ड और पुलिस कर्मियों की ड्यूटी मौके पर लगाई गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति या वाहन पुल पार न कर सके. प्रशासन की ओर से निचले इलाकों डुंडी और पिटवा गांवों में अलर्ट जारी किया गया. ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी या बाढ़ वाले क्षेत्रों में न जाएं, क्योंकि स्थिति किसी भी वक्त और गंभीर हो सकती है. स्थानीय लोगों ने इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बोरास पुल हर साल बारिश में डूब जाता है. यदि पुल को 2-3 फीट ऊंचा बनाया गया होता तो आवागमन बाधित नहीं होता. ग्रामीणों ने स्थायी समाधान की मांग की है. इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री कंप्यूटर बाबा का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. यहां सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है. प्रदेश में 14 इंच बारिश मध्यप्रदेश में अभी तक औसत 14 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है. 9-10 जुलाई को स्ट्रॉन्ग सिस्टम के रहने का अनुमान है. पूर्वी हिस्से में सिस्टम का असर ज्यादा रहेगा. कई जिलों में बाढ़ के हालात लगातार हो रही बारिश से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. नर्मदा नदी उफान पर होने से नरसिंहपुर के कई गांव पानी में आधे डूब गए. टीकमगढ़ में सुजारा बांध के 5 गेट और खोल दिए गए हैं. बैतूल के सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोल दिए गए.  स्कूलों की हुई छुट्टी नर्मदापुरम में लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है. मंडला में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. धार में खेतों में पानी भरने से फसलें खराब हो रही हैं.  9 घंटे में 5 इंच बारिश हुई मंगलवार को नर्मदापुरम के पचमढ़ी में 9 घंटे में 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा. नर्मदापुरम में सवा इंच, बैतूल, बालाघाट के मलाजखंड में 1 इंच, श्योपुर, छिंदवाड़ा-दमोह में पौन इंच पानी गिरा. वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश का दौर जारी रहा.   

ब्राजील से पीएम मोदी को मिला बड़ा सम्मान, CM डॉ. यादव ने दी बधाई

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ब्राजील का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "द ग्रांड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस" मिलने पर प्रदेशवासियों की ओर से बधाई देकर उनका अभिनंदन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर कहा है कि ब्राजील के राष्ट्रपति लूला द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान से सभी भारतीय गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विश्व कल्याण, शांति एवं सद्भाव के प्रति अप्रतिम योगदान से दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।  

जबलपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल, मामला एक बार फिर HC पहुंचा, कोर्ट ने जिम्मेदारों से माँगा जवाब

जबलपुर  मप्र हाईकोर्ट में जबलपुर शहर के बंद ट्रैफिक सिग्नल्स और कैमरों बंद होने को चुनौती देते हुए जनहित याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट में कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा व जस्टिस विनय सराफ की युगलपीठ ने याचिका की सुनवाई करते हुए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर, जबलपुर कलेक्टर, एसपी जबलपुर और निगमायुक्त सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिका पर अगली सुनवाई 28 जुलाई को निर्धारित की है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे की तरफ से दायर याचिका में कहा गया था कि जबलपुर शहर में तकरीबन 26 ट्रैफिक सिग्नल्स लगे हैं, जिनमें अधिकांश गत छह माह से बंद हैं। इसके कारण शहर की यातायात व्यवस्था चौपट हो गई है। सिग्नल्स बंद होने के कारण जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इसके अलावा  कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी बंद पड़े हैं। इससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की भी पहचान नहीं हो पा रही है। अपराधिक वारदातों को सुलझाने में भी कैमरों की अहम भूमिका रहती है। ट्रैफिक सिग्नल्स तथा सीसीटीवी कैमरा बंद होने के कारण शासन को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सिग्नल्स तोड़ने वालों पर चालानी कार्यवाही नहीं हो रही है। याचिका में कहा गया है कि ट्रैफिक सिग्नल्स के संचालन को लेकर जिम्मेदार संस्था एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं, लेकिन उसका समुचित समाधान नहीं कर रहे हैं। शहर में लगे सभी ट्रैफिक सिग्नल का अनुबंध समाप्त हो चुका है। नए अनुबंध न होने के कारण शहर में यातायात व्यवस्था अराजक हो चली है। ब्लूम चौक को पार करने में 35 से 40 मिनट लग रहे हैं। याचिका की सुनवाई करते हुए युगलपीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिकाकर्ता की तरफ से अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय ने पक्ष रखा।   

कोर्ट ने शहर में ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या और ट्रैफिक सिग्नलों की खराब स्थिति पर भी चिंता जताई, मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को

 इंदौर  इंदौर शहर के बदहाल ट्रैफिक को लेकर हाई कोर्ट ने सख्ती दिखाई है। कोर्ट ने कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह और निगमायुक्त शिवम वर्मा से व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा है, ताकि इस समस्या का समाधान निकल सके। कोर्ट ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से कहा है कि वे सुनवाई के दौरान न्यायमित्र के रूप में उपस्थित रहें और कोर्ट का सहयोग करें। शहर में लगातार बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या को लेकर भी कोर्ट ने शासन को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि वर्तमान में ई-रिक्शा संचालन के लिए राज्य सरकार और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) के पास कोई नीति नहीं है। ई-रिक्शा की संख्या, मार्ग और किराए पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है। कोर्ट ने ध्वस्त हो चुकी शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर शासन और पुलिस विभाग से बिंदुवार विस्तृत जानकारी मांगी है। कोर्ट ने यह आदेश राजलक्ष्मी फाउंडेशन की ओर से दायर जनहित याचिका में दिया है। दो जुलाई को याचिका में बहस के बाद कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया था जो  देर शाम जारी हुआ। याचिका में शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर कहा है कि रात के वक्त एक भी चौराहे पर यातायात सिग्नल चालू नहीं रहते। चौराहों पर लगे सिग्नल बंद कर दिए जाते हैं। दुर्घटना रोकने को कोई इंतजाम नहीं दुर्घटना संभावित क्षेत्र तो चिह्नित कर लिए गए, लेकिन यहां दुर्घटना रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए। हालत यह है कि चौराहों से सुबह और शाम को निकलना मुश्किल है। दुकान से ज्यादा सामान तो दुकानदार बाहर रखते हैं। शहर में ई-रिक्शा की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे नियंत्रित करने की कोई नीति नहीं है। मामले में अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी। इन बिंदुओं पर मांगी जानकारी     शहर में प्रमुख चौराहों पर कितनी ट्रैफिक लाइटें लगाई गई हैं और कितनी काम कर रही हैं।     मार्ग चौड़ीकरण के माध्यम से कितने लेफ्ट टर्न बनाए गए हैं।     मुख्य और साइड लेन सड़कों पर रोड मार्किंग की गई या नहीं।     शहर में प्रमुख चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मियों की तैनाती।     दुर्घटना, ब्लैक स्पाट की पहचान के लिए क्या किया।     पिछले पांच वर्ष के दौरान कितने स्पीड ब्रेकर, पार्किंग जोन, फुट ओवर ब्रिज बनाए।     दुकानों के बाहर सड़क और फुटपाथ पर सामान रखने वाले दुकानदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की। ज्यादातर जगह तो दुकानदार दुकान के क्षेत्रफल से ज्यादा फुटपाथ इस्तेमाल कर रहे हैं।     सार्वजनिक स्थानों पर ठेले, गुमटियों को हटाने के लिए क्या कार्रवाई की और पिछले पांच वर्ष में कितने चालान बनाए।     हेलमेट नहीं पहनने वाले और लाल लाइट का उल्लंघन करने वाले कितने दोपहिया वाहन चालकों के चालान बनाए।     ऐसे दो पहिया वाहन जिन पर दो से अधिक यात्री यात्रा करते हैं वह भी बगैर हेलमेट के, उन्हें नियंत्रित करने के लिए क्या योजना है। यह भी बताएं कि पुलिस सख्ती क्यों नहीं बरतती। बीआरटीएस में निजी वाहन नहीं चलेंगे कोर्ट ने तीन पेज के आदेश में स्पष्ट किया है कि जब तक बीआरटीएस चालू है, तब तक इसमें केवल आईबस, एंबुलेंस और पुलिस वाहन ही चलेंगे। निजी वाहनों को बीआरटीएस का उपयोग करने की अनुमति नहीं है।

पुलिस को मिली बड़ी सफलता, हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद सहित 2 महिला नक्सली गिरफ्तार

नारायणपुर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो महिला नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली पारो हप्का और सुनीता उर्फ़ संगीता मंडावी माड़ डिवीजन के कुतुल एलओएस में सक्रीय थी. मौके से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है. लंबे समय से कुतुल एलओएस में थे एक्टिव प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में पुलिस ने बड़ी कोहकामेटा थाना क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की. दो महिला नक्सली पारो हपका और सुनीता उर्फ़ संगीता मंडावी को गिरफ्तार किया गया. दोनों माड़ डिवीजन के कुतुल एलओएस में एक्टिव थी. वहीं लंबे वक्त से जनताना सरकार के विस्तार, युवाओं की भर्ती, माओवाद के प्रचार और पुलिस पर हमले की साजिशों में शामिल थी. कई हथियार और विस्फोटक साम्रग्री बरामद पुलिस ने नक्सलियों के पास से कई हथियार और विस्फोटक साम्रग्री बरामद किया है. इसमें 12 बोर बीजीएल लॉचर बंदूक, 2 बीजीएल बम, 1 टिफिन बम, 1 डेटोनेटर, 24 पेंसिल सेल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल है.

मध्यप्रदेश के 40 हजार बैंककर्मी आज हड़ताल पर, 8500 शाखाओं में काम ठप

भोपाल  बुधवार को मध्य प्रदेश में 40 हजार बैंककर्मी ने हड़ताल शुरू कर दी है। यह हड़ताल अपनी 17 विभिन्न सूत्रीय मांगों के समर्थन को लेकर हो रही हैं। वहीं इससे राज्य की करीब साढ़े आठ हजार ब्रांच के कामों पर असर पड़ेगा। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन और बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिकों की मांगों को समर्थन करते हुए बैंकिंग उद्योग और बैंक कर्मियों ने अखिल भारतीय बैंक बंद करने का आह्वान किया है।  हड़ताल जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ भी हो रही है। मीडिया खबरों के मुताबिक, जिन मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर आए हैं। उनमें केंद्रीय श्रमिक संगठनों की निराकरण की मांग, बैंकिंग सेक्टर और एलआईसी में निजीकरण सहित विनिवेश के रोकने। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियां बैंकों को मजबूत करने। बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई बढ़ोतरी रोकी जाए। पर्याप्त भर्ती निकालने के संबंध में, एनपीएस को रोकने एवं ओपीएस को बहाल समेत कई अन्य मांगे भी हैं। इसको लेकर ट्रेड यूनियन संयुक मोर्चा के प्रवक्ता वीके शर्मा ने कहा कि केंद्रीय श्रमिक संगठनों और स्वतंत्र ट्रेड यूनियन ने केंद्र सरकार की जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ अपनी 17 सूत्रीय मांगे के समाधान के लिए राष्ट्रीयव्यापी हड़ताल करेंगे। एक तरफ जहां बिहार में विपक्षी पार्टियों ने आज भारत बंद बुलाया है। वहीं दूसरी तरफ देशभर में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के करीब 25 करोड़ कर्मचारी और मजदूरों संगठन संगठनो जे जुड़े लोग हड़ताल पर रहेंगे। इसी बीच मध्यप्रदेश में बुधवार को 40 हजार बैंककर्मी अपनी मांगों लेकर सड़क पर उतरे हैं। एमपी में बैंक कर्मी अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल की है। जिसकी वजह से प्रदेश की करीब साढ़े 8 हजार शाखाओं का कामकाज प्रभावित रहेगा। एमपी में इन मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे बैंककर्मी     बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई बढ़ोतरी रोका जाना चाहिए।     केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का जल्द निराकरण किया जाए।     सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों को मजबूत करें।     बैंकों और एलआईसी में निजीकरण और विनिवेश रोके।     सार्वजनिक क्षेत्र की सामान्य बीमा कंपनियों को एक इकाई के रूप में विलय करें।     पर्याप्त भर्तियां सुनिश्चित करें।     आउटसोर्सिंग और अनुबंध नौकरियों को रोक लगाएं।     एनपीएस को खत्म करें, ओपीएस को बहाल करें जल्द।     कॉर्पोरेट्स से खराब ऋण वसूलने के लिए कड़े कदम उठाएं जाएं।     प्रतिगामी श्रम संहिताओं को लागू न करें।      ट्रेड यूनियन अधिकारों का उल्लंघन न करें।      बैंक कर्मियों की लंबित मांगों का निराकरण शीघ्र किया जाए।     आम ग्राहकों के लिए बैंकों में सेवा शुल्क कम करें।     जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर जीएसटी वापस लें। एमपी में कौन-कौन से विभाग कर रहे हड़ताल बता दें कि इस हड़ताल से प्रदेश की करीब 8 हजार बैंक शाखाओं का कामकाज प्रभावित रहेगा। स्ट्राइक करने वाले संगठनों में ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय श्रमिक संगठनों की मांगों का समर्थन करते हुए बैंकिंग उद्योग एवं बैंककर्मियों की मांगों को लेकर अखिल भारतीय बैंक हड़ताल का आह्वान किया है। यानि जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ और बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थानों की तरफ से यह हड़ताल की जा रही है। भोपाल में कौन-कौन से बैंक रहेंगे बंद? वहीं अगर बात राजधानी यानि भोपाल शहर की बात की जाए तो यहां निजी, विदेशी, सहकारी एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के 40 हजार से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिसकी वजह से भोपाल की 400 बैंक शाखाओं के काम पर असर रहेगा। यानि भोपाल में भी हड़ताल का असर देखने को मिलेगा। भोपाल में 400 शाखाएं, 5 हजार बैंककर्मी राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल में सार्वजनिक, निजी, विदेशी, सहकारी एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के 40 हजार से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे। इससे बैंकों का कामकाज ठप रहेगा। भोपाल में भी हड़ताल का असर देखने को मिलेगा। यहां विभिन्न बैंकों की 400 शाखाएं हैं। जहां 5 हजार अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ता वीके शर्मा ने बताया- केंद्रीय श्रमिक संगठनों और स्वतंत्र ट्रेड यूनियंस ने केंद्र सरकार की जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ, अपनी 17 सूत्रीय मांगों के निराकरण के लिए यह राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है। 

राजस्थान : चुरू में वायुसेना का प्लेन क्रैश, हादसे में पायलट की मौत, शव बरामद

 चूरू राजस्थान के चुरू में आज बुधवार को वायुसेना का एक प्लेन क्रैश हो गया है. यह हादसा रतनगढ़ में हुआ है. मलबे से एक शव बरामद हुआ है. माना जा रहा है कि यह शव पायलट का है.राजस्थान के चूरू के रतनगढ़ क्षेत्र के भानुदा गांव में बुधवार एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आई है. घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके के लिए रवाना हो गई हैं. ग्रामीणों की सूचना के अनुसार, आसमान में तेज आवाज के बाद खेतों में आग की लपटें और धुआं उठता देखा गया. मलबे के पास से एक शव बरामद हुआ है. जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त अवस्था में मिला है. शव के पहचान की प्रक्रिया स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही है. जैसे ही हादसे की खबर फैली, रतनगढ़ में हड़कंप मच गया. कलेक्टर अभिषेक सुराना और स्थानीय पुलिस अधिकारी मौके के लिए रवाना हो चुके हैं. गांववालों ने बताया कि विमान क्रैश के तुरंत बाद खेतों में आग लग गई थी, जिसे ग्रामीणों ने अपनी ओर से बुझाने का प्रयास किया. घटना के विस्तृत कारणों की जांच जारी है. 

WCR से गुजरने वाली 18 रेलगाड़ियां अशोक नगर, मुंगावली, बदरवास एवं खिरकिया स्टेशनों पर भी रुकेंगी

भोपाल  रेल मंत्रालय द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए पश्चिम मध्य रेल से गुजरने वाली 18 रेलगाड़ियों का भोपाल मंडल के अशोक नगर, मुंगावली, बदरवास एवं खिरकिया स्टेशनों पर प्रायोगिक तौर पर दोनों दिशाओं में ठहराव प्रदान किया गया था, जिसे अब अगले आदेश तक विस्तारित कर दिया गया है। इसकी जानकारी इस प्रकार है। अशोक नगर स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय-सारणी 1. गाड़ी संख्या 18573 विशाखपट्टणम जंक्शन–भगत की कोठी एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय भोर 04:28/04:30 बजे रहेगा। 2. गाड़ी संख्या 18574 भगत की कोठी–विशाखपट्टणम जंक्शन एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय सुबह 09:46/09:48 बजे रहेगा। अब भोपाल मंडल के अशोक नगर, मुंगावली, बदरवास एवं खिरकिया स्टेशन पर भी रुकेगी यह रेलगाड़ियां मुंगावली स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय-सारणी 1. गाड़ी संख्या 19053 सूरत–मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय रात्रि 22:18/22:20 बजे रहेगा। 2. गाड़ी संख्या 19054 मुजफ्फरपुर–सूरत एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय मध्य रात्रि 00:25/00:27 बजे रहेगा। 3. गाड़ी संख्या 20971 उदयपुर सिटी–शालीमार एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय सुबह 10:43/10:45 बजे रहेगा। 4. गाड़ी संख्या 20972 शालीमार–उदयपुर सिटी एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय सायं 18:10/18:12 बजे रहेगा। 5. गाड़ी संख्या 18207 दुर्ग–अजमेर एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय प्रातः 05:23/05:25 बजे रहेगा। 6. गाड़ी संख्या 18208 अजमेर–दुर्ग एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय प्रातः 06:12/06:14 बजे रहेगा। 7. गाड़ी संख्या 20482 तिरुच्चिराप्पल्लि जंक्शन–भगत की कोठी हमसफ़र एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय सायं 16:18/16:20 बजे रहेगा। बदरवास स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय-सारणी 1. गाड़ी संख्या 20961 उधना जंक्शन–बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय रात्रि 21:04/21:06 बजे रहेगा। 2. गाड़ी संख्या 20962 बनारस–उधना सुपरफास्ट एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय सुबह 06:35/06:37 बजे रहेगा। 3. गाड़ी संख्या 22193 दौण्ड जंक्शन–ग्वालियर सुपरफास्ट एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय रात्रि 21:04/21:06 बजे रहेगा। 4. गाड़ी संख्या 22194 ग्वालियर–दौण्ड जंक्शन सुपरफास्ट एक्सप्रेस का आगमन/प्रस्थान समय रात 19:18/19:20 बजे रहेगा। खिरकिया स्टेशन पर गाड़ियों का प्रायोगिक ठहराव 1. गाड़ी संख्या 12149 पुणे–दानापुर एक्सप्रेस खिरकिया स्टेशन पर 08:00 बजे पहुँचकर, 08:02 बजे गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। 2. गाड़ी संख्या 12150 दानापुर–पुणे एक्सप्रेस खिरकिया स्टेशन पर 15:15 बजे पहुँचकर, 15:17 बजे गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। 3. गाड़ी संख्या 17020 हैदराबाद–हिसार एक्सप्रेस खिरकिया स्टेशन पर 10:26 बजे पहुँचकर, 10:28 बजे गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। 4. गाड़ी संख्या 19483 अहमदाबाद–बरौनी एक्सप्रेस खिरकिया स्टेशन पर 14:35 बजे पहुँचकर, 14:37 बजे गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। 5. गाड़ी संख्या 19484 बरौनी–अहमदाबाद एक्सप्रेस खिरकिया स्टेशन पर 23:05 बजे पहुँचकर, 23:07 बजे गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। रेल्वे की अपील  रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों से अनुरोध है कि वे इन ठहरावों का अधिकतम उपयोग करें और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करें। यात्रीगण कृपया रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से भी गाड़ी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।