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नई कार लेने जा रहे हैं इस दिवाली? शोरूम से निकलने से पहले करें ये अहम जांचें

नई दिल्ली दिवाली का मौका भारत में नई कार खरीदने का सबसे शुभ समय माना जाता है। इस दौरान ऑटोमोबाइल कंपनियां जबरदस्त डिस्काउंट और ऑफर लाती हैं, जिससे खरीदारी का उत्साह और भी बढ़ जाता है। लेकिन नई कार खरीदना सिर्फ एक लेनदेन नहीं होता, बल्कि यह महीनों से बनाई गई योजना, बचत और इंतजार का नतीजा होता है। इसलिए, जब आप शोरूम से अपनी नई कार लेकर निकलें, तो उससे पहले एक बार पूरी तरह प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन (PDI) जरूर कर लें। यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी कार बिल्कुल सही हालत में है, और सब कुछ वैसा ही है जैसा वादा किया गया था। सबसे पहले बाहरी बॉडी को ध्यान से जांचें दिन की रोशनी में कार के चारों ओर धीरे-धीरे चलकर उसे गौर से देखें। देखें कि कहीं पेंट पर खरोंच, डेंट या असमान रंग तो नहीं है। दरवाजे, बोनट और डिक्की आसानी से खुल और बंद हो रहे हों, यह भी जांचें। यह छोटी-सी जांच आपको बाद में बड़ी परेशानी या बॉडी रिपेयर खर्चों से बचा सकती है। सोशल मीडिया पर कई मामलों में देखा गया है कि कुछ डीलर डिलीवरी से पहले कार में हुए नुकसान को छिपाने की कोशिश करते हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है। टायर, लाइट्स और शीशों पर ध्यान दें सभी टायर नए और बिना किसी कट या घिसावट के होने चाहिए। चारों टायर और स्पेयर टायर (स्टेपनी) एक ही ब्रांड और साइज के हों, यह भी चेक करें। अब लाइट्स पर ध्यान दें कि हेडलाइट, टेललाइट, इंडिकेटर और फॉग लाइट सब ठीक से जल रहे हैं या नहीं। किसी लाइट में नमी या क्रैक न हो। विंडशील्ड और खिड़कियों के शीशे साफ-सुथरे और खरोंच-रहित होने चाहिए। अंदर बैठकर करें पूरी केबिन जांच कार का इंटीरियर नई गाड़ी जैसी खुशबू दे और साफ-सुथरा लगे। पावर विंडो, सेंट्रल लॉकिंग, एसी, म्यूजिक सिस्टम, हॉर्न, वाइपर, और स्टीयरिंग कंट्रोल, हर बटन दबाकर जांचें कि सब कुछ सही तरह से काम कर रहा है। सीटों और मिरर को एडजस्ट करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे आसानी से काम कर रहे हैं। आखिर में, ओडोमीटर जरूर देखें। नई कार में किलोमीटर रीडिंग 30 किमी से कम होनी चाहिए। इससे ज्यादा दिखने पर डीलर से सफाई मांगें। बोनट खोलकर इंजन और नीचे का हिस्सा देखें भले ही आप टेक्निकल न हों, फिर भी बोनट के नीचे एक नजर जरूर डालें। कोई तेल रिसाव, ढीली वायरिंग या अलग हुआ पार्ट तो नहीं दिख रहा, यह देखें। इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लूइड और कूलेंट का स्तर सही है या नहीं, यह भी जांचें। कार के नीचे देखें कि कहीं जंग, खरोंच या कोई टूटा हिस्सा तो नहीं है। इससे पता चलता है कि कार को स्टोरेज या ट्रांसपोर्ट के दौरान सही से संभाला गया या नहीं। दस्तावेज और एक्सेसरी की जांच करें यहीं ज्यादातर लोग गलती करते हैं। डिलीवरी लेते वक्त हर डॉक्युमेंट को ध्यान से चेक करें- इनवॉयस, इंश्योरेंस, आरसी पेपर, और ओनर मैनुअल। इंजन नंबर और व्हीकल आइडेंटिफिकेशन नंबर (VIN) को कार के नंबर से मिलाएं। साथ ही देखें कि आपको सभी वादा किए गए एक्सेसरी मिले हैं या नहीं। जैसे फ्लोर मैट, मड फ्लैप, टूल किट और स्पेयर व्हील। कभी-कभी डीलर बाद में लगवाने का वादा करते हैं, तो पहले ही सुनिश्चित करें कि सब सही से इंस्टॉल हुआ है। डिलीवरी नोट पर साइन करने से पहले कार को शोरूम या पार्किंग एरिया में थोड़ा चलाकर देखें। गियर शिफ्ट, ब्रेक और स्टीयरिंग सब स्मूद चल रहे हैं या नहीं, और कोई अजीब आवाज तो नहीं आ रही। डैशबोर्ड पर कोई वॉर्निंग लाइट दिखे तो तुरंत पूछें। अगर कुछ भी असामान्य लगे, तो कागजों पर साइन करने से पहले ही डीलर से समाधान करवाएं। एक बार साइन कर देने के बाद वॉरंटी के तहत समस्या सुलझाना मुश्किल हो सकता है। दिवाली पर नई कार की डिलीवरी लेना एक यादगार पल होता है। लेकिन इस खुशी के बीच यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आपकी गाड़ी बिल्कुल परफेक्ट हालत में हो। थोड़ी सी सावधानी से न सिर्फ आपकी सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि आने वाले वर्षों तक आपकी ड्राइविंग का अनुभव बेफिक्र और मजेदार रहेगा। 

शेयर बाजार में दिवाली की रौनक! निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर, RIL और ये स्टॉक्स बने सुपरस्टार

मुंबई  दिवाली का जश्‍न आज भारतीय शेयर बाजार भी मना रहा है. निफ्टी करीब 200 अंक ऊपर चढ़कर 25900 पर कारोबार कर रहा है, जबकि सेंसेक्‍स में 680 अंक की तेजी आई है. बैंक निफ्टी में भी करीब 400 अंक की तेजी देखी जा रही है. BSE के टॉप 30 शेयरों में से सिर्फ 5 शेयरों में ही गिरावट आई है, बाकी सभी शेयर तेजी दिखा रहे हैं.  रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के शेयर में सबसे ज्‍यादा की उछाल आई है, जो 2.83 फीसदी चढ़कर 1457 रुपये पर कारोबार कर रहा है. इसके अलावा, कोटक महिंद्रा, एक्‍स‍िस बैंक, भारती एयरटेल, इंफोसिस और बजाज फिनसर्व के शेयर में करीब 2 फीसदी की रैली है. HDFC बैंक के शेयर में भी 1.50  फीसदी की उछाल आई है. गिरावट की बात करें तो ICICI Bank के शेयर में करीब 2 फीसदी की गिरावट आई है, बाकी शेयरों में मामूली गिरावट है.  108 शेयरों में अपर सर्किट BSE पर 3,397 एक्टिव शेयरों में से आज 1,949 शेयर तेजी पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 1,235 शेयर गिरावट पर हैं. 213 शेयर अनचेंज हैं और 81 शेयर 52 सप्‍ताह के हाई पर कारोबार कर रहे हैं. 52 शेयरों में 52 वीक का निचला स्‍तर देखा जा रहा है. 108 शेयरों में अपर सर्किट है और 78 शेयरों ने लोअर लेवल टच किया है.   सेक्‍टर्स की बात करें तो आज मेटल को छोड़कर FMCG, ऑटो, आईटी, मीडिया, पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, फाइनेंशियल, फार्मा और हेल्‍थकेयर जैसे सेक्टर्स में करीब 1 फीसदी तक की तेजी आई है.  बैंकिंग समेत ये शेयर आज के हीरो डीसीबी बैंक के शेयर में आज 11 फीसदी की तेजी आई है. साउथ इंडिया बैंक के शेयर में 10 फीसदी की तेजी आई है. एयू स्‍मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर में 7 फीसदी, रेडिको खेतान के शेयर में करीब 4 फीसदी, पॉलिकैब इंडिया के शेयर में करीब 2.43 फीसदी की उछाल आई है. रिलायंस के शेयर में आज करीब 3 फीसदी की उछाल है. इसके अलावा, जियो फाइनेंशियल बैंक के शेयर में करीब 2 फीसदी, अडानी पावर के शेयर में 1.50 फीसदी, केनरा बैंक के शेयर में भी 1.55 फीसदी की तेजी आई है. कुल मिलाकर आज बैंकिंग स्‍टॉक ने निवेशकों को गदगद किया है. 

त्योहारों में खरीदारी का धमाका: ऑटो से गोल्ड तक बाजार में उछाल

नई दिल्ली भारत में इस साल फेस्टिव सीजन के दौरान अच्छी आर्थिक गतिविधियां देखने को मिल रही हैं और देश में जीएसटी सुधार लागू होने के बाद से ऑटोमोबाइल, गोल्ड और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री वैल्यू में करीब 25 प्रतिशत बढ़ी है और ऑटो इंडस्ट्री की सेल्स वॉल्यूम में भी बढ़त देखने को मिली है। विश्लेषकों के अनुसार, त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी के लिए नया उत्साह देखने को मिल रहा है। धनतेरस पर अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने कीमतों में हाल की गिरावट के बाद सोने और चांदी की खरीदारी में उछाल को रिपोर्ट किया। जीजेसी के अध्यक्ष राजेश रोकड़े के अनुसार, "हमें उम्मीद है कि त्योहारी बिक्री 50,000 करोड़ रुपए को पार कर जाएगी। सोने और चांदी की ऊंची कीमतों के बावजूद, शादी और रणनीतियों उद्देश्यों के लोग खरीदारी कर रहे हैं।" सोने के सिक्कों और हॉलमार्क वाली हल्की ज्वेलरी की मांग बढ़ी है और चांदी में सिक्को और पूजा से जुड़े प्रोडक्ट्स अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और इसकी मांग में 40 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी अमित कामत के अनुसार, इस साल धनतेरस और दिवाली की डिलीवरी शुभ मुहूर्त के अनुसार दो-तीन दिनों में होगी। उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर मांग मजबूत रही है और जीएसटी 2.0 सुधार ने इसे और भी सकारात्मक गति प्रदान की है। हमें इस अवधि के दौरान 25,000 से अधिक वाहनों की डिलीवरी की उम्मीद है।" यह सकारात्मक गति त्योहारी उत्साह, बाजार के उत्साहजनक माहौल और जीएसटी 2.0 सुधारों के उत्साहजनक प्रभाव से प्रेरित है। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के पूर्णकालिक निदेशक और सीओओ तरुण गर्ग ने कहा, "हमें ग्राहकों की अच्छी मांग देखने को मिल रही है और डिलीवरी लगभग 14,000 यूनिट होने की उम्मीद है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत अधिक है।" सीएआईटी के अनुसार, धनतेरस पर पूरे भारत में भारी खरीदारी देखी गई, कुल व्यापार 1 लाख करोड़ रुपए को पार करने का अनुमान है, जो हाल के वर्षों में सबसे मजबूत त्योहारी सीज़न में से एक है। अकेले सोने और चांदी की बिक्री में 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान रहा, जबकि स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ने से दिल्ली के बाजारों में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन दर्ज किया गया।

जहाँ Zuckerberg ने लगाया करोड़ों का निवेश, वही कंपनी कर रही है कर्मचारियों की छंटनी

नई दिल्ली Scale AI ने इस हफ्ते अपने Dallas ऑफिस में मौजूद कॉन्ट्रैक्टरों की एक पूरी टीम को हटा दिया है, जो Meta के $14.3 बिलियन निवेश के बाद कंपनी में हुई ताजा री-स्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है। बंद की गई टीम, जिसे इंटरनली NPO या न्यू प्रोजेक्ट्स ऑर्गेनाइजेशन कहा जाता था, में दर्जन से ज्यादा मेंबर्स थे जो AI चैटबॉट्स की राइटिंग एबिलिटी सुधारने जैसे जनरलिस्ट टास्क पर काम करते थे। बिजनेस इंसाइडर के मुताबिक, Scale AI ने इन कट्स का कारण इंडस्ट्री में आ रहे उस बदलाव को बताया है, जहां अब AI मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए मेडिकल, रोबोटिक्स और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों के एक्सपर्ट्स की जरूरत होती है, न कि जनरलिस्ट कॉन्ट्रैक्टर्स की। Scale AI की प्रवक्ता नतालिया मोंटाल्वो ने कहा, 'Scale ने Dallas में एक छोटे एक्सपेरिमेंटल ऑनसाइट प्रोग्राम को खत्म किया है, जिसे कॉन्ट्रैक्ट वर्कफोर्स संभाल रही थी।' उन्होंने आगे कहा, 'ये फैसला इंडस्ट्री में हाई-स्किल, एक्सपर्ट डेटा वर्क की ओर हो रहे बदलाव को दर्शाता है। इसका असर हमारे कुल वर्कफोर्स के एक छोटे हिस्से पर ही पड़ा है और ग्राहक डिलीवरी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।' HireArt नाम की स्टाफिंग एजेंसी के ईमेल के मुताबिक, कंपनी ने लेऑफ कर्मचारियों को चार हफ्ते का सेवरेंस पे और अक्टूबर तक हेल्थकेयर कवरेज दी है। निकाले गए कर्मचारियों को Scale के गिग-वर्क प्लेटफॉर्म Outlier से जुड़ने का भी मौका दिया गया है, जहां हजारों फ्रीलांसर AI मॉडल्स को ट्रेन करने में मदद करते हैं। ईमेल में लिखा गया, 'हम चाहते हैं कि इस ट्रांज़िशन के दौरान आप वैकल्पिक अवसरों से अवेयर रहें।' मोंटाल्वो ने कहा कि Scale AI एक्सपर्ट-लेवल प्रोग्राम्स का विस्तार जारी रखे हुए है और Dallas में बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्टर्स का काम पहले की तरह चल रहा है। Meta के निवेश के बाद से Scale AI में ये लगातार तीसरी छंटनी मानी जा रही है। Elon Musk की कंपनी xAI ने भी सितंबर में जनरलिस्ट AI ट्यूटर्स की टीम कम करते हुए इसी तरह का कदम उठाया था ताकि एक्सपर्ट-फोकस्ड ट्रेनिंग पर फोकस बढ़ाया जा सके।  

धनतेरस बनी ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए लकी! Maruti ने बेचीं 50 हज़ार कारें, Hyundai ने रचा नया इतिहास

मुंबई  Car Sales on Dhanteras: इस बार की दिवाली देश के ऑटो सेक्टर के लिए बेहद ही शानदार साबित हो रही है. धनतेरस पर इस बार ऑटोमोबाइल बाजार सचमुच जगमगा उठा है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki) ने इस धनतेरस के मौके पर रिकॉर्ड तोड़ बिक्री का आंकड़ा छू लिया है. वहीं, दूसरी ओर हुंडई मोटर इंडिया ने भी पिछले साल की तुलना में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. यह त्योहारी सीजन भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए अब तक का सबसे सुनहरा साबित हो रहा है. मारुति सुजुकी ने बताया कि कंपनी को उम्मीद है कि इस धनतेरस पर कंपनी की बिक्री का आंकड़ा 50,000 यूनिट्स के पार पहुंच जाएगा. कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा कि, सिर्फ शनिवार को शाम तक ही कंपनी ने 38,500 यूनिट्स की डिलीवरी कर ली है जो दिन खत्म होने तक करीब 41,000 डिलीवरीज़ होने की संभावना है. जबकि शेष 10,000 ग्राहकों को रविवार को गाड़ी सौंपी जाएगी. चूंकि इस बार धनतेरस का शुभ मुहूर्त शनिवार दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर रविवार दोपहर 1:51 बजे तक रहेगा. ऐसे में उम्मीद है कि मारुति बिक्री के नए और तगड़े रिकॉर्ड बनाएगी. उन्होंने कहा, “यह अब तक का सबसे बड़ा डिलीवरी डे साबित होने जा रहा है. हमारी प्रोडक्शन टीम छुट्टी के दिन भी काम कर रही है ताकि हर ग्राहक तक कार समय पर पहुंच सके.” बनर्जी ने बताया कि, “पिछले साल धनतेरस पर कंपनी ने 41,500 यूनिट्स की बिक्री की थी, जबकि इस बार आंकड़ा उससे कहीं ऊपर निकल जाएगा.” उन्होंने कहा कि “GST 2.0 के प्रभाव से ग्राहकों में उत्साह है और बुकिंग इतनी तेज़ी से हो रही है कि कई जगह हमें समय पर डिलीवरी देने में चुनौती आ सकती है.” नवरात्र से शुरू हुए इस पूरे फेस्टिव सीजन को लेकर मारुति सुजुकी बेहद उत्साहित है. बनर्जी के अनुसार, कंपनी को औसतन हर दिन 14,000 बुकिंग्स मिल रही हैं. 18 सितंबर से कीमतें घटाने के बाद से अब तक 4.5 लाख बुकिंग्स दर्ज हुई हैं. इनमें 94,000 से ज़्यादा छोटी कारों की बुकिंग शामिल है, जो उपभोक्ताओं की बढ़ती हुई कार खरीदारी को दर्शाता है. Hyundai ने भी दर्ज की जबरदस्त ग्रोथ हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) के मौजूदा सीओओ, तरुण गर्ग (जो आगामी 1 जनवरी 2026 से कंपनी की कमान बतौर MD एवं CEO) ने भी शानदार बिक्री की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, “हम इस धनतेरस पर लगभग 14,000 यूनिट्स की डिलीवरी की उम्मीद कर रहे हैं, जो पिछले साल से करीब 20 प्रतिशत ज़्यादा है. यह उत्सव का माहौल, स्ट्रांग मार्केट सेंटिमेंट और GST सुधारों के चलते संभव हुआ है.” गर्ग ने बताया कि इस बार धनतेरस दो दिनों में बंटा होने से डिलीवरीज़ लगातार जारी रहेंगी. सस्ती हुईं Maruti-Hyundai की कारें नए जीएसटी रिफॉर्म के ऐलान के बाद 22 सितंबर से मारुति सुजुकी की कारें 1.29 लाख रुपये तक सस्ती हो गई हैं. जिसमें ब्रेजा, ऑल्टो, वैगनआर और स्विफ्ट इत्यादि सभी कारें शामिल हैं. अब कंपनी के पोर्टफोलियो की सबसे सस्ती कार S-Presso हो गई है. जो अब केवल 3,49,900 रुपये की शुरुआती कीमत में आती है.  वहीं Hyundai ने अपनी कारों की कीमत में अधिकतम 2.4 लाख रुपये तक की कटौती की है. कंपनी ने अपने प्रीमियम एसयूवी टक्सन पर सबसे ज्यादा 2,40,303 रुपये की कटौती की है. वहीं Creta के दाम में 38,311 रुपये की कटौती की गई है. अब इसकी शुरुआती कीमत 10.73 लाख रुपये हो गई है जो पहले 11.11 लाख रुपये हुआ करती थी.

दिवाली पर बंपर ऑफर: ₹21 में पाइए ब्रांडेड ईयरबड्स, मुहूर्त सेल में लिमिटेड स्टॉक

मुंबई  देशभर में इन दिनों स्वदेशी ऐप्स की धूम मची हुई है. इसी बीच दिवाली के मौके पर भारत की एक देसी कंपनी ने ग्राहकों के लिए धमाकेदार ऑफर पेश किया है. कंपनी अपनी खास दिवाली मुहूर्त सेल लेकर आई है, जिसमें ईयरबड्स मात्र ₹21 में खरीदे जा सकते हैं. लिमिटेड टाइम के लिए चलने वाली स सेल में यूजर्स को भारी डिस्काउंट और एक्सक्लूसिव ऑफर मिलने वाले हैं. अगर आप सस्ते और क्वालिटी ईयरबड्स खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये मौका हाथ से जाने वाला नहीं है. आइए आज के इस आर्टिकल में जानते हैं कि कब और कैसे मिल रहा है यह शानदार ऑफर. दिवाली सेल में ग्राहक सिर्फ ₹21 में ईयरबड्स खरीद सकते हैं. ये ईयरबड्स कंपनी के Probuds ब्रांड के हैं, जो आम दिनों में काफी महंगे मिलते हैं. लावा के मुताबिक इस ऑफर में Probuds Aria 911 ईयरबड्स खरीदे जा सकते हैं, जो एक बार पूरी तरह चार्ज करने पर 35 घंटे तक चल सकते हैं और सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने से 150 मिनट तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं. हालांकि 21 रुपये में मिलने वाले ईयरबड्स के साथ कुछ शर्तें भी हैं. आइए जानते हैं. 21 रुपये में कैसे खरीदें ये ईयरबड्स Probuds Aria 911 को अगर आप भी 21 रुपये में खरीदना चाहते हैं तो यह मौका आपके पास 21 अक्‍टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा. मुहूर्त ट्रेडिंग डे को ध्‍यान में रखकर कंपनी ने यह टाइम चुना है. लावा के ईस्‍टोर पर यह सेल होगी और मात्र 100 यूजर्स को ही इस स्कीम का फायदा मिलेगा.    फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस जान लीजिए Probuds Aria 911 ईयरबड्स में कई खास फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस मिलते हैं. इसका डुअल टोन डिजाइन इसके लुक को और शानदार बनाता है. कंपनी का दावा है कि एक बार चार्ज करने पर केस के साथ यह ईयरबड्स 35 घंटे तक काम कर सकते हैं. गेमिंग के लिए भी ये ईयरबड्स एकदम परफेक्ट हैं, क्योंकि इनमें 35ms की लो-लेटेंसी का सपोर्ट मिलता है. शानदार साउंड क्वालिटी के लिए इसमें 10mm के ड्राइवर्स लगे हैं. इसके अलावा, इसमें नॉइज कैंसलेशन फीचर भी मिलता है, जिससे कॉल के दौरान साफ आवाज सुनाई देती है, और एनवायरनमेंटल नॉइज कैंसलेशन यानी ENC कॉल क्वालिटी को और बेहतर बनाता है. ये फास्‍ट चार्जिंग क्षमताओं के साथ आते हैं और सिर्फ 10 मिनट चार्ज करके 150 मिनट तक इन्‍हें इस्‍तेमाल किया जा सकता है. 

इस दिवाली करें इन शेयरों में निवेश, आपकी किस्मत हो सकती है चमकदार

मुंबई   इस साल की तीसरी तिमाही की शुरुआत में ही शेयर बाजार को लेकर निवेशकों की उम्मीदें बढ़ने लगी हैं. एक तरफ सरकार की ओर से जीएसटी में सुधार के कदम उठाए गए हैं, तो दूसरी ओर भारतीय रिज़र्व बैंक ने भी कई बार ब्याज दरों में कटौती कर अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की कोशिश की है. वहीं, नवंबर में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौता होने की भी उम्मीद है. लगभग एक साल के कमजोर प्रदर्शन के बाद अब ऐसा लग रहा है कि इक्विटी मार्केट के लिए हालात धीरे-धीरे अनुकूल दिशा में बढ़ रहे हैं. इसी माहौल को देखते हुए JM Financial Services Ltd ने दिवाली के मौके पर कुछ खास स्टॉक्स की सिफारिश की है, जिनमें आने वाले एक साल में मजबूत रिटर्न मिलने की संभावना जताई गई है. इन स्टॉक्स को अगले एक साल के निवेश दृष्टिकोण से चुना गया है. कंपनी का मानना है कि मौजूदा स्तर पर या आने वाले दिनों में गिरावट पर इन स्टॉक्स में निवेश करने का अच्छा मौका हो सकता है. इन स्टॉक्स का औसतन 62% तक अपसाइड संभावित है, जो निवेशकों के लिए एक आकर्षक मौका माना जा रहा है. कुल 5 स्टॉक्स को इस बास्केट में शामिल किया गया है, जिन पर ₹10 लाख का समान निवेश मॉडल तैयार किया गया है. एक स्टॉक में 87 प्रतिशत की संभावना सबसे पहले बात करें SAMMAANCAP की तो यह स्टॉक ₹162.7 के कॉस्ट प्राइस पर शामिल किया गया है, जिसका टारगेट ₹300 रखा गया है. इसका मतलब है कि इसमें करीब 84% तक की बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है. दूसरा बड़ा दांव HINDCOPPER पर लगाया गया है. इसका टारगेट ₹600 तय किया गया है, जो मौजूदा स्तर से 74% की संभावित तेजी को दर्शाता है. तांबा सेक्टर में बढ़ती मांग और वैश्विक कीमतों में मजबूती इसके लिए सहायक हो सकती है. तीसरा स्टॉक BANKINDIA है, जिसे ₹127.1 के कॉस्ट प्राइस पर चुना गया है और इसका टारगेट ₹200 रखा गया है. इसमें 57% तक की संभावित अपसाइड बताई गई है. बैंकिंग सेक्टर में हाल के समय में सुधार के संकेत मिले हैं और NPA की स्थिति में सुधार भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा सकता है. चौथा स्टॉक BORORENEW है, जिसका टारगेट ₹1000 रखा गया है. इस स्टॉक में 67% तक की संभावित तेजी की संभावना जताई गई है. कंपनी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है और इस सेक्टर में सरकार की नीतिगत मदद से अच्छे रिटर्न की उम्मीद की जा रही है. स्विगी भी दे सकता है अच्छा रिटर्न पांचवां और आखिरी स्टॉक SWIGGY है, जिसका टारगेट ₹550 रखा गया है. इसमें 28% की संभावित बढ़ोतरी बताई गई है. ऑनलाइन फूड डिलीवरी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले साल में इस कंपनी के बिजनेस के विस्तार की संभावना को देखते हुए इसमें निवेश की सिफारिश की गई है. कुल मिलाकर, इन पांचों स्टॉक्स में समान राशि यानी 2-2 लाख रुपये का निवेश दिखाया गया है, जिससे कुल निवेश 10 लाख रुपये का होता है. अगर यह बास्केट अपने औसतन टारगेट तक पहुंचती है, तो निवेशकों को लगभग 62% का रिटर्न मिलने की संभावना है. यह किसी भी पारंपरिक निवेश साधन के मुकाबले काफी बेहतर माना जा सकता है. कंपनी का कहना है कि इस निवेश के लिए एक साल का टाइम फ्रेम रखा गया है और 20% बास्केट स्टॉप लॉस सुझाया गया है, ताकि निवेशक जोखिम को सीमित रख सकें. मौजूदा आर्थिक माहौल और बाजार की दिशा को देखते हुए यह रणनीति संतुलित और अवसरों से भरी मानी जा सकती है. इस तरह देखा जाए तो दिवाली से अगले दिवाली तक ये पांच स्टॉक्स निवेशकों के लिए एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाने का मौका दे सकते हैं.

BRICS करेंसी के बिना ही झटका अमेरिका को? चीन में रूसी तेल का पेमेंट और भारत की भूमिका

नई दिल्ली पिछले दिनों इंटरनेशनल एनर्जी मार्केट से एक खबर महत्वपूर्ण थी. रिपोर्ट के अनुसार अब रूस से कच्चा तेल खरीदकर भारत ने चीन की मुद्रा युआन में भुगतान करना शुरू कर दिया है. यानी कि भारत कच्चा तेल रूस से खरीद रहा है लेकिन रूस को पेमेंट चीनी मुद्रा युआन में कर रहा है. ये डॉलर के प्रभुत्व को खत्म करने एक बड़ी कोशिश है.  हालांकि भारत के टोटल डील की तुलना में चीनी मुद्रा में होने वाला भुगतान कम है लेकिन इससे भारत की ओर से पेमेंट सिस्टम में होने वाले शिफ्ट का पता चलता है और इससे यह भी बात समझ में आती है कि भारत-चीन और रूस ने बिना ब्रिक्स करेंसी बनाए ही ट्रंप के डॉलर अभिमान को किनारे लगाना शुरू कर दिया है.  बता दें कि अभी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाजार में एक युआन की कीमत 12.34 भारतीय रुपये है. भारत का यह कदम भले ही छोटा हो लेकिन इसके भू-राजनीतिक असर तगड़े हैं और मैसेज देते हैं. रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने पुष्टि की है कि भारत अभी भी मुख्य रूप से रूबल यानी कि रूसी मुद्रा में भुगतान कर रहा है, लेकिन युआन का उपयोग भी बढ़ रहा है. यह कदम बिना किसी ब्रिक्स मुद्रा के ही भारत, चीन और रूस के त्रिकोणीय गठजोड़ को मजबूत कर रहा है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'डॉलर डिप्लोमेसी' को झटका दे रहा है.  Investing live नाम की वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हाल ही में भारत की सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने हाल ही में दो से तीन रूसी तेल कार्गो के लिए युआन में भुगतान किया है.  यह कदम 2023 से एक बदलाव का संकेत देता है, जब चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों के दौरान सरकारी असहजता के बीच सरकारी रिफाइनरियों ने युआन से भुगतान रोक दिया था, जबकि निजी रिफाइनर इस मुद्रा का इस्तेमाल जारी रखे हुए थे.  भारत की ओर से चीनी मुद्रा में फिर से भुगतान शुरू करना इस बात की ओर भी संकेत देता है कि दोनों देशों (भारत-चीन) के बीच संकेत मधुर हुए हैं. ट्रंप की धमकी को याद कीजिए भारत द्वारा कच्चे तेल के पेमेंट सिस्टम में बदलाव का लिंक राष्ट्रपति ट्रंप के एक बयान से है. अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) देशों को नई मुद्रा बनाने या डॉलर के विकल्प का समर्थन करने पर सख्त चेतावनी दी थी. ट्रंप ने 30 नवंबर 2024 को ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा था कि, "ब्रिक्स देश नई मुद्रा न बनाएं, वरना 100% टैरिफ लगेगा और ये देश अमेरिकी बाजार से विदा हो जाएंगे."   ट्रंप का ये बयान उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति का हिस्सा है, जहां ट्रंप डॉलर की वैश्विक प्रभुता (Global dominance) को हर कीमत पर बचाए रखना चाहते हैं. ट्रंप का तर्क है कि डॉलर वैश्विक व्यापार का 58% हिस्सा है, ब्रिक्स की कोशिशें इसे कमजोर करेंगी.  डी-डॉलरीकरण क्यों चाहते हैं ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण (De-dollarization) वैश्विक वित्तीय व्यवस्था से अमेरिकी डॉलर की प्रभुता को कम करने की प्रक्रिया है. यह मुख्य रूप से ब्रिक्स देशों द्वारा संचालित हो रही है, जो वैश्विक जीडीपी का लगभग 40% और आबादी का 45% प्रतिनिधित्व करते हैं. 2025 तक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में डॉलर का वैश्विक हिस्सा 73% से घटकर 54% रह गया है.   ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण चाहते हैं ताकि अमेरिकी डॉलर की वैश्विक प्रभुता कम हो, और इन देशों की आर्थिक और भू-राजनीतिक स्वायत्तता को बढ़े. यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका ने रूस पर प्रतिबंध लगाए और रूस को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से बार कर दिया. इससे ब्रिक्स देशों को एहसास हुआ कि अमेरिका डॉलर का इस्तेमाल 'हथियार' के रूप में कर सकता है.  भारत-चीन-रूस ने निकाला बीच का रास्ता ब्रिक्स देश डी-डॉलरीकरण की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन ये रफ्तार धीमी है. ट्रंप की धमकी के बाद ब्रिक्स देशों ने ब्रिक्स की नई करेंसी का प्रस्ताव तो फिलहाल धीमा कर दिया है. दक्षिण अफ्रीका ने कहा है कि नई मुद्रा की कोई योजना नहीं है.  ब्रिक्स ने 2025 रियो शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त मुद्रा की योजना को स्थगित कर दिया. इसके बजाय स्थानीय मुद्राओं में व्यापार पर जोर दिया गया.अब ब्रिक्स पे एक डिसेंट्रलाइ्ज्ड भुगतान प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित हो रहा है. जो स्विफ्ट का विकल्प बनेगा. 2025 में ब्रिक्स व्यापार का 90% स्थानीय मुद्राओं में हो रहा है. रूस-चीन व्यापार में युआन का हिस्सा 44% है. अब भारत द्वारा रूस से कच्चा तेल खरीदने पर चीनी मुद्रा में भुगतान करना ब्रिक्स करेंसी से इतर बीच का रास्ता है. जिससे भारत का काम भी निकल जाएगा और डॉलर के प्रभुत्व को भी चुनौती मिलेगी.  इसलिए भारत, चीन और रूस का यह युआन-आधारित व्यापार उसी 'पहले चरण' का वास्तविक स्वरूप है.  विश्व के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता भारत ने सितंबर में रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 2.5 बिलियन यूरो खर्च किए. ये पिछले महीने की तुलना में 14 प्रतिशत कम है. भारत का यह युआन प्रयोग अभी भू-राजनीतिक कदम से अधिक एक व्यावहारिक मैकेनिज़्म है.  ताकि रूसी तेल सस्ते में मिले और पश्चिमी प्रतिबंधों से निपटा जा सके. इसके रणनीतिक निहितार्थ गहरे हैं. 

सोने का भंडार महंगा, धनतेरस पर खरीदारों की बढ़ी भीड़ – जानिए आज के रेट

मुंबई  देश में सोने की कीमतों में पिछले कुछ हफ्तों से तेजी देखी जा रही है और यह रफ्तार अब रुकने का नाम नहीं ले रही। शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को सोना अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। इसके विपरीत, चांदी की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखने को मिली। आज, शनिवार 18 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार है, इसलिए आम लोग और निवेशक दोनों ही सोने-चांदी की कीमतों पर नजर बनाए हुए हैं। आपको बता दें कि, धनतेरस पर सोने का दामों में उछाल देखने को मिला है।  सोने की कीमतों में तेजी क्यों? विशेषज्ञों का कहना है कि भारत और दुनिया भर में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं। सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापार तनाव है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। घरेलू स्तर पर भी त्योहारी सीजन की खरीदारी की वजह से सोने की मांग बढ़ी है, जिससे कीमतों में तेजी बनी हुई है।   शुक्रवार को सोने का भाव     24 कैरेट सोने की कीमत 1,33,770 रुपये प्रति 10 ग्राम     22 कैरेट सोने की कीमत 1,21,700 रुपये प्रति 10 ग्राम (3,000 रुपये की बढ़ोतरी)     18 कैरेट सोने की कीमत 99,580 रुपये प्रति 10 ग्राम (2,500 रुपये की बढ़ोतरी) विशेषज्ञों का मानना है कि भू-राजनीतिक अनिश्चितता और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच इस साल की शुरुआत से सोने की कीमत में लगभग 65% का उछाल आ चुका है। इसके अलावा, अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती से सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। चांदी की स्थिति चांदी की कीमतों में शुक्रवार को मामूली गिरावट देखने को मिली। चांदी की कीमत 18,500 रुपये प्रति ग्राम और 1,85,000 रुपये प्रति किलोग्राम रही। हालांकि, पिछले छह महीनों में चांदी की कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि साल की दूसरी छमाही में चांदी की कीमत में थोड़ी गिरावट आ सकती है।   शनिवार, 18 अक्टूबर का रेट आज भारत में सोने और चांदी की कीमत इस प्रकार है: सोना:     24 कैरेट: 13,278 रुपये प्रति ग्राम (10 ग्राम = 1,32,780 रुपये)     22 कैरेट: 12,171 रुपये प्रति ग्राम (10 ग्राम = 1,21,710 रुपये)     18 कैरेट: 9,959 रुपये प्रति ग्राम (10 ग्राम = 99,590 रुपये) चांदी:     184.90 रुपये प्रति ग्राम     1,84,900 रुपये प्रति किलोग्राम चांदी की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल पर निर्भर करती है। अगर डॉलर की तुलना में रुपया कमजोर होता है और अंतरराष्ट्रीय कीमतें स्थिर रहती हैं, तो चांदी महंगी हो सकती है। प्रमुख शहरों में आज का भाव मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, केरल, पुणे: 24 कैरेट – 13,278 रुपये, 22 कैरेट – 12,171 रुपये प्रति ग्राम दिल्ली: 24 कैरेट – 13,293 रुपये, 22 कैरेट – 12,186 रुपये प्रति ग्राम चेन्नई: 24 कैरेट – 13,310 रुपये, 22 कैरेट – 12,201 रुपये प्रति ग्राम वडोदरा और अहमदाबाद: 24 कैरेट – 13,283 रुपये, 22 कैरेट – 12,176 रुपये प्रति ग्राम

धनतेरस पर सोना खरीदना हुआ आसान: बिना लाइन में लगे 15 मिनट में मंगवाएं गोल्ड कॉइन घर पर

नई दिल्ली आज धनतेरस का त्योहार है और आज जमकर सोना-चांदी से लेकर बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और अन्य चीजों की खरीदारी की जाएगी. बाजारों और गहनों के दुकानों में आज भारी भीड़ देखने को मिलेगी. ऐसे में अगर आप भी धनतेरस के लिए बाजार के भीड़-भाड़ से बचकर खरीदारी करना चाहते हैं, तो फिर टेंशन मत लीजिए. क्योंकि, 15 मिनट में आपके घर सोने का सिक्का पहुंच जाएगा, और सिर्फ सिक्का ही नहीं बल्कि कई सारे सामान आपके घर फटाफट पहुंच जाएंगे. दरअसल, धनतेरस के शुभ अवसर पर क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स अब सोने-चांदी का सिक्का भी ग्राहकों को उपलब्ध करा रही है. जिससे आपको बाजार की भीड़ में जाकर शॉपिंग भी नहीं करनी होगी और आपका समय भी बच जाएगा. आइए जानते हैं कौन-कौन से क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से आप घर बैठे सोने का सिक्का ऑर्डर कर सकते हैं. Swiggy Instamart गोल्ड कॉइन से लेकर ज्वेलरी की भी कर सकते हैं शॉपिंग Swiggy Instamart ने शुद्ध धातु प्रदाता MMTC-PAMP और कई भरोसेमंद ज्वेलरी ब्रांड्स (kalyan, Voylla, Mia, Malabar, Gullak, Giva, PNG) के साथ पार्टनरशिप की है. जिससे आप 999 शुद्धता के साथ 24K गोल्ड और सिल्वर कॉइन्स घर बैठे ऑर्डर कर सकते हैं. साथ ही आप जेवलरी की शॉपिंग भी कर सकते हैं. इसके अलावा कुछ-कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स प्रॉडक्ट्स, पूजा के लिए सामान, बर्तन, लाइट्स, मिठाई जैसे सामान भी आप ऑर्डर कर सकते हैं और ये सब कुछ 12 से 15 मिनट के अंदर आपके घर पहुंच जाएगा. Blinkit में मिल रहा लक्ष्मी-गणेश का सोने का सिक्का Blinkit ने भी MMTC-PAMP के साथ पार्टनरशिप की है. जिससे आप लक्ष्मी-गणेश गोल्ड/सिल्वर कॉइन, चांदी के लक्ष्मी चरण ऑर्डर कर सकते हैं. इसके अलावा Giva और Unniyarcha ब्रांडस के ज्वेलरी की शॉपिंग भी कर सकते हैं. वहीं, अगर आपको बर्तन या किचन के लिए कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स प्रॉडक्ट्स की शॉपिंग करनी है तो आप बर्तन भी Blinkit से ऑर्डर कर सकते हैं. Flipkart Minutes 12 मिनट में दे रहा डिलीवरी Flipkart Minutes से भी सोना-चांदी के सिक्के ऑर्डर कर सकते हैं. Flipkart Minutes पर आपको Gullak और Mia ब्रांड के कॉइन्स मिलेंगे. इसके अलावा आप इस प्लेटफॉर्म से बर्तन, डेकोरेशन आइटम्स, पूजा के सामान और तो और स्मार्टवॉच, हेडफोन, ईयरबड्स भी आसानी से ऑर्डर कर सकते हैं. साथ ही फ्लिपकार्ट पर कई ऐसे इलेक्ट्रॉनिक्स प्रॉडक्ट्स भी उपलब्ध है, जिस पर फ्लिपकार्ट मिनट्स की सुविधा मिल रही है. हालांकि, Flipkart Minutes की सुविधा अभी हर लोकेशन पर मौजूद नहीं है, तो ऐसे में पहले चेक कर लें. Zepto और BigBasket पर भी मिल रहा गोल्ड कॉइन Zepto और BigBasket में भी गोल्ड और सिल्वर कॉइन उपलब्ध हैं. ऐसे में आप इन प्लेटफॉर्म्स से भी गोल्ड और सिल्वर कॉइन ऑर्डर कर सकते हैं. वहीं, इन प्लेटफॉर्म्स पर ग्रॉसरी और छोटे-मोटे इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स पर अच्छा-खासा डिस्काउंट भी मिल रहा है. जिससे आप बाजार की भीड़-भाड़ से दूर घर बैठे ही सारी शॉपिंग आसानी से कर सकते हैं. हालांकि, Zepto और BigBasket की सुविधा किसी-किसी लोकेशन पर मौजूद नहीं है, तो ऐसे में पहले चेक कर लें.