samacharsecretary.com

BrahMos का नया वेरिएंट: भारत-रूस की साझेदारी से बनेगी Mach 4.5 रफ्तार की मिसाइल, रक्षा क्षमता में वृद्धि

नई दिल्ली भारत और रूस की रक्षा साझेदारी एक नए मुकाम पर पहुंच गई है. दोनों के बीच हुई 800 मिलियन डॉलर की ‘घातक’ डील अब दुनिया के हथियार बाजार में हलचल मचा रही है. दोनों देशों की ज्वाइंट प्रोजेक्ट ब्रह्मोस एयरोस्पेस अब ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को और भी घातक और तेज बनाने पर काम कर रही है. मौजूदा ब्रह्मोस की स्पीड जहां मैक-3 है, वहीं नए वेरिएंट को मैक-4.5 (Mach 4.5) की रफ्तार से उड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है. यह अपग्रेड आने वाले दशकों तक भारत को विश्व स्तर पर बढ़त दिलाने वाला साबित हो सकता है. बताया जा रहा है कि यह अपग्रेड मिसाइल के रैमजेट इंजन (Ramjet Engine) को और शक्तिशाली बनाकर किया जाएगा. इससे इसकी मारक क्षमता 450 से 800 किलोमीटर तक बनी रहेगी. लेकिन रफ्तार दुश्मन के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को मात देने वाली होगी. यही नहीं इस मिसाइल की अंतरराष्ट्रीय मांग भी और अधिक बढ़ने की उम्मीद है. रैमजेट इंजन होगा और ताकतवर इस प्रोजेक्ट में रूस के वैज्ञानिक और भारत की DRDO (Defence Research and Development Organisation) मिलकर काम कर रहे हैं. इसका फोकस नए हाई-टेम्परेचर अलॉय और स्पेशल फ्यूल पर है, ताकि इतनी तेज गति पर भी इंजन और एयरफ्रेम सही तरह से काम करता रहे. मौजूदा एयरफ्रेम रहेगा कारगर विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा ब्रह्मोस का एयरफ्रेम इतना मजबूत है कि वह बिना बड़े बदलाव के मैक-4.5 की रफ्तार झेल सकता है. हालांकि इतनी रफ्तार पर तापमान और दबाव से निपटने के लिए नई सामग्री का इस्तेमाल करना होगा. 2030 तक होगा तैयार जानकारी के मुताबिक, अपग्रेडेड ब्रह्मोस का ग्राउंड टेस्ट अगले तीन साल में शुरू हो सकता है. इसके बाद उड़ान परीक्षण और इंटीग्रेशन किया जाएगा. अनुमान है कि यह नया वेरिएंट 2030 की शुरुआत तक तैनाती के लिए तैयार हो जाएगा. दुश्मनों के पास नहीं होगा जवाब मैक-4.5 स्पीड हासिल करने के बाद दुश्मन देशों के पास मिसाइल को इंटरसेप्ट करने का वक्त नहीं बचेगा. यह किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम के लिए चुनौती होगी. साथ ही, इसकी हिट एनर्जी इतनी ज्यादा होगी कि यह अंडरग्राउंड बंकर, नौसैनिक जहाज और कमांड सेंटर्स तक को तबाह कर सकेगी. फिलहाल ब्रह्मोस मिसाइल को फिलीपींस और इंडोनेशिया जैसे देशों ने खरीदा है. लेकिन नए वेरिएंट के आने के बाद अन्य देशों से भी बड़े ऑर्डर मिलने की संभावना है. यह भारत को हथियारों के वैश्विक बाजार में और मजबूत करेगा.  

भारत से शुरू हुआ वैश्विक शांति आंदोलन: आयुष गुप्ता का हीलिंग फॉर वर्ल्ड पीस बना नई ऊर्जा का स्रोत

 भोपाल भारत से विश्व तक – एक समय, एक संकल्प और हज़ारों हीलर्स का विश्व शांति के लिए एकजुट होना – एक ऐतिहासिक वर्ल्ड रिकॉर्ड। झीलों की नगरी भोपाल 5 अक्टूबर 2025 को मिंटो हॉल में एक ऐतिहासिक वैश्विक आंदोलन और विश्व रिकॉर्ड की मेज़बानी करने जा रहा है। “हीलिंग फॉर वर्ल्ड पीस” (HFWP) शीर्षक से यह पहल, अनन्त ऊर्जा के संस्थापक आयुष गुप्ता जी और आरविका गुप्ता जी द्वारा आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर हज़ारों और लाखों हीलर्स, ऊर्जा साधक, आध्यात्मिक नेता, बिज़नेस आइकॉन और सेलेब्रिटीज एक साथ जुटेंगे, सामूहिक ऊर्जा को विश्व शांति और समृद्धि के लिए समर्पित करेंगे। यह आंदोलन विश्वप्रसिद्ध रेकी ग्रैंडमास्टर, सेलिब्रिटी टैरो रीडर और इंटरनेशनल वेलनेस मेंटर आयुष गुप्ता जी के दृष्टिकोण से प्रेरित है, जो नीम करोली बाबा के आशीर्वाद से संचालित है और वर्तमान समय के वैश्विक युद्धों (रूस-यूक्रेन, इज़रायल-फिलिस्तीन, टैरिफ वॉर, नेपाल संकट, व्यापारिक संघर्ष और मानवीय संकट आदि) की पृष्ठभूमि में शांति की अत्यावश्यकता को दर्शाता है। मुख्य आकर्षण     •    विश्व रिकॉर्ड प्रयास: विश्व शांति के लिए अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक हीलिंग एनर्जी सर्कल।     •    वैश्विक सहभागिता: भारत समेत अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, यूएई, नेपाल और अन्य देशों से हज़ारों हीलर्स की भागीदारी। रेकी, प्राणिक हीलिंग, योग, आयुर्वेद, ध्यान और साउंड हीलिंग जैसे विविध आयामों का संगम।     •    राजनीतिक गरिमा: भारत सरकार के मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला जी और अन्य देशों व वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति।     •    प्रसिद्ध उद्योगपति: श्री दिलीप सुर्यवंशी जी (मैनेजिंग डायरेक्टर, दिलीप बिल्डकॉन), श्री संजीव अग्रवाल जी (सीएमडी, सेज ग्रुप) और अन्य प्रतिष्ठित उद्योगपतियों का सहयोग।     •    अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि: दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल से अहमद इब्राहिम जी, डॉ. बी.यू. अब्दुल्ला जी सहित कई वैश्विक प्रतिनिधियों की उपस्थिति।     •    बॉलीवुड समर्थन: प्रसिद्ध फिल्मकार राकेश रोशन जी, गायक बृजेश शांडिल्य जी, अभिनेता बलराज स्याल जी, गौरव दुबे जी, रेवा़ काराउस और अन्य फिल्म जगत की हस्तियाँ इस वैश्विक आंदोलन का समर्थन कर रही हैं।     •    सामुदायिक सहयोग: जापान से काओरी यानागी एवं शिंसुके कावाशिमा द्वारा सैकड़ों हीलर्स को ऑनलाइन जोड़ना, दुबई से अंक़ा (संस्थापक फ़ातिह और रोसा) द्वारा हीलर्स की भागीदारी, मध्य प्रदेश से मधुलिका बाजपेयी जी का हीलर्स को संगठित करना, फिफ्थवेद द्वारा सहयोग प्रबंधन आदि।     •    जन-सहभागिता: हज़ारों लोग भोपाल में और लाखों लोग ऑनलाइन जुड़ेंगे – इसे सच्चे अर्थों में एक वैश्विक आयोजन बनाएंगे। सहयोगी और भागीदार इस पहल को प्रतिष्ठित भागीदारों का मज़बूत सहयोग प्राप्त है – मध्य प्रदेश पर्यटन, दिलीप बिल्डकॉन, दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल, दुबई योगा फेडरेशन, एएनजीसी, आनन्द संस्थान, ताज लेकफ्रंट भोपाल, सेज यूनिवर्सिटी, बी.यू. अब्दुल्ला ग्रुप, एमपीटी होटल्स एंड रिसॉर्ट्स और अन्य संस्थाएँ। यह सहभागिता न केवल मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को मज़बूत करती है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर शांति और प्रगति का प्रतीक बनाती है। एकता का आह्वान आयुष गुप्ता जी ने कहा: “हीलिंग फॉर वर्ल्ड पीस केवल एक आयोजन नहीं है – यह मानवता के लिए एक आंदोलन है। जब हज़ारों हीलर्स और शांति समर्थक एक ही संकल्प के साथ अपनी ऊर्जा को समर्पित करते हैं, तो वह कंपन पूरी दुनिया को शांति की ओर मोड़ सकती है। यह ऐतिहासिक प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मील का पत्थर होगा।” आयोजक सभी हीलर्स, इन्फ्लुएंसर्स, कॉरपोरेट्स, मीडिया प्रोफेशनल्स और विश्व नागरिकों को आमंत्रित करते हैं कि वे इस ऐतिहासिक प्रयास का हिस्सा बनें – चाहे भोपाल में प्रत्यक्ष या ऑनलाइन सहभागिता के माध्यम से।

भारत का दबदबा कायम: पहली पारी 448 पर घोषित, वेस्टइंडीज पर 286 रनों की बढ़त

अहमदाबाद  भारत-वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हो रहा है. आज (4 अक्टूबर) इस मुकाबले का तीसरा दिन है. वेस्टइंडीज की टीम अपनी दूसरी पारी में बैटिंग कर रही है. वेस्टइंडीज का स्कोर 20 रन को पार कर चुका है और उसके 2 विकेट गिरे है. मुकाबले में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 5 विकेट पर 448 रनों के स्कोर पर घोषित कर दी. भारतीय टीम को पहली पारी के आधार पर 286 रनों की लीड मिली. वहीं वेस्टइंडीज की पहली पारी 162 रनों पर सिमट गई थी. वेस्टइंडीज की दूसरी पारी का स्कोरकार्ड बल्लेबाज विकेट रन जॉन कैम्पबेल कैच साई सुदर्शन, बोल्ड रवींद्र जडेजा 14 तेजनारायण चंद्रपॉल कैच नीतीश कुमार रेड्डी, बोल्ड मोहम्मद सिराज 8 एलिक अथानाज नाबाद   ब्रैंडन किंग नाबाद   विकेट पतन: 12-1 (तेजनारायण चंद्रपॉल, 7.2 ओवर) भारत की पहली पारी: राहुल-जुरेल-जडेजा के शतक भारत की पहली पारी में केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और रवींद्र जडेजा ने शतकीय योगदान दिया. सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने 197 गेंदों का सामना करते हुए 100 रन बनाए, जिसमें 12 चौके शामिल रहे. ये राहुल का टेस्ट में 11वां शतक रहा. वहीं घर पर ये उनका दूसरा टेस्ट शतक था. ध्रुव जुरेल ने 15 चौके और तीन छक्के की मदद से 210 गेंदों पर 125 रन बनाए. जबकि जडेजा ने 6 चौके और 5 छक्के की मदद से 176 गेंदों पर नाबाद 104 रन बनाए. जुरेल के टेस्ट करियर का ये पहला और जडेजा के टेस्ट करियर छठा शतक रहा. वेस्टइंडीज की ओर से रोस्टन चेज ने दो विकेट चटकाए.

दुबई में ट्रॉफी चोरी का मामला तूल पकड़ता गया, नकवी पर गिर सकती है जेल की गाज

दुबई / नई दिल्ली भारत ने मैदान में पसीना बहाकर एशिया कप 2025 जीता, लेकिन ट्रॉफी पर कब्ज़ा जमा बैठे हैं मोहसिन नकवी! एशियन क्रिकेट काउंसिल के चीफ पर सनसनीखेज़ आरोप है कि उन्होंने विजेता टीम को ट्रॉफी सौंपने की बजाय उसे होटल ले जाकर ‘हथिया’ लिया. यह हरकत ना सिर्फ खेल भावना के खिलाफ है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट की साख पर भी सवाल खड़े कर रही है. बीसीसीआई इस बेशर्मी से तिलमिलाई हुई है और अब दुबई पुलिस में चोरी का मामला दर्ज करवाने पर गंभीरता से विचार कर रही है. सवाल अब ये खड़ा होता है कि क्या एशिया कप की ट्रॉफी अब खेल का सम्मान है या सियासी मोहरा बन चुका है जहां व्यक्तिगत अहम् एक दूसरे पर भारी पड़ रहा है. मोहसिन नकवी पर पुलिस केस! भारत के फाइनल जीते अब 72 घंटे से ज़्यादा हो चुके हैं और मोहसिन नकवी ने ना तो ट्रॉफी भारत को सौंपी है और ना ही उसको एशियन क्रिकेट काउंसिल के दफ़्तर भेजा है.  ACC की बैठक में ज़ोर-शोर से ये विवाद उठा और कई देशों के प्रतिनिधियों ने इसका विरोध भी किया पर मोहसिन नकवी अपनी ज़िद पर अड़े रहे और ट्राफ़ी उनके होटल के कमरे में पड़ी रही. अब बीसीसीआई ने सख़्त क़दम उठाने का मन बना लिया है और वो मोहसिन नकवी पर ट्रॉफी चोरी और जबरन क़ब्ज़ा की शिकायत लिखित रूप से दुबई पुलिस को करने का मन बना चुके हैं . सूत्रों की मानें तो बोर्ड ने मोहसिन नकवी के 72 घंटे का समय दिया है और इस दौरान वे ट्रॉफ़ी ACC के आफिस नहीं पहुँचाते तो अधिकारिक रूप से दुबई पुलिस में केस दर्ज कराया जाएगा और ऐसा होता है तो मोहसिन नकवी कीं गिरफ़्तारी होना तय है और उनको जेल भी जाना पड़ सकता है . मोहसिन नकवी दुबई छोड़कर कर ट्रॉफी के साथ पाकिस्तान ना भाग पाएँ इसके लिए भी बीसीसीआई यूएई में लगातार बात कर रही है. दुबई का क़ानून सख्त है दुबई में अपराध दर कम है और यहाँ के कानून हर तरह की आपराधिक गतिविधि पर सख्त सज़ा का प्रावधान करते हैं.एक कर्मचारी द्वारा नियोक्ता की संपत्ति चुराने पर भी 5 से 7 साल तक की कैद की सज़ा हो सकती है, और इस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है. दुबई में चोरी या जबरन कब्ज़े के लिए सजा अपराध की गंभीरता पर निर्भर करती है, और इसमें कम से कम 6 महीने की कैद से लेकर 3 साल तक की कैद के साथ जुर्माना शामिल हो सकता है. कुछ गंभीर चोरी के मामलों में 3 से 15 साल तक की कैद हो सकती है. यानि यूएई के क़ानून के हिसाब से जाए और मोहसिन नकवी के खिलाफ मामला दर्ज होता है तो उनको लंबे समय तक जेल में रहना पड़ सकता है.

फाइनल में पाकिस्तान का जलवा, भारत को तीन बार झेलने पड़े करारे घाव

 नई दिल्ली यूएई में जारी टी20 एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला आज यानी 28 सितंबर को खेला जाना है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एशिया कप के फाइनल में पहली बार भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना होना है। 41 साल पहले एशिया कप की शुरुआत हुई थी और अभी तक एक भी बार हमें इंडिया-पाकिस्तान के बीच फाइनल नहीं देखने को मिला था, लेकिन इस बार ऐसा होने जा रहा है। इंडिया और पाकिस्तान इस एशिया कप में दो बार आमने-सामने हुए हैं। दोनों बार भारत ने मैच जीते हैं, लेकिन फाइनल में पाकिस्तान की टीम भारत के खिलाफ खूंखार हो जाती है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि आंकड़े कह रहे हैं। दरअसल, टीम इंडिया और पाकिस्तान इससे पहले 12 बार किसी न किसी टूर्नामेंट या किसी न किसी सीरीज या कप के फाइनल में भिड़े हैं और आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि 12 में से 8 बार विजेता पाकिस्तान रहा है, जबकि सिर्फ 4 बार भारत को जीत मिली है। इसके अलावा 5 या इससे ज्यादा टीमों वाले टूर्नामेंट में 5 बार फाइनल में भारत और पाकिस्तान भिड़े हैं और इनमें से 3 बार भारतीय टीम को हार मिली है। इस तरह यहां भी फाइनल में भारत का पलड़ा भारी है, लेकिन मौजूदा टीम को देखें तो भारत पाकिस्तान से कहीं बेहतर है। कम से कम 5 टीमों वाले टूर्नामेंट की बात करें तो भारत और पाकिस्तान 5 बार फाइनल में भिड़े हैं। इंडिया ने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेटर 1985 के फाइनल में पाकिस्तान को हराया था, जबकि पाकिस्तान ने ऑस्ट्रल एशिया कप 1986 और 1994 में जीता। भारत ने 2007 के टी20 विश्व कप फाइनल में पाकिस्तान को हराया था, जबकि पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में टीम इंडिया को मात दी थी। T20I क्रिकेट में इंडिया वर्सेस पाकिस्तान हेड टू हेड इंडिया और पाकिस्तान टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक 15 बार आमने-सामने हुए हैं। इनमें से 12 बार भारतीय टीम को जीत मिली है, जबकि सिर्फ तीन मैचों में पाकिस्तान की टीम को जीत मिली है। पिछले पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों में से चार मैच भारत ने जीते हैं, जबकि सिर्फ एक मैच पाकिस्तान ने जीता है, जो टी20 एशिया कप 2022 का सुपर 4 का मुकाबला था।  

शहबाज की जीत वाली कहानी पर भारत का UN में करारा जवाब, पाक का सच बयां

नई दिल्ली संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के भाषण पर भारत ने कड़ा पलटवार किया है. भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने 'राइट टू रिप्लाई' का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद पर घेरा. 'शहबाज ने किया आतंकवाद का महिमामंडन' पेटल गहलोत ने कहा कि सुबह इस सभा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का भाषण सुना, जिसमें उन्होंने एक बार फिर आतंकवाद का महिमामंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का अहम हिस्सा है. उन्होंने याद दिलाया कि 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने 'रेसिस्टेंस फ्रंट' जैसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन का बचाव किया था जो जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार था. उन्होंने कहा कि यह वही पाकिस्तान है जिसने ओसामा बिन लादेन को सालों तक अपने यहां छिपाए रखा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का दिखावा करता रहा. उनके मंत्रियों ने खुद माना है कि पाकिस्तान दशकों से आतंकी कैंप चलाता आया है. 'टूटे और जले हुए एयरबेस को जीत बता रहा पाकिस्तान'   भारत की राजनयिक ने पाकिस्तान को उसके झूठे दावों पर भी घेरा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जिस 'जीत' की बात कर रहे हैं, वह दरअसल भारतीय हमले में नष्ट हुए उनके एयरबेस, जले हुए हैंगर और टूटे हुए रनवे की तस्वीरें हैं, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं. अगर पाकिस्तान इन्हें जीत मानता है, तो उसे मानने दीजिए. 'सिर्फ द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाए जाएंगे सभी मुद्दे' गहलोत ने कहा कि सच यही है कि पाकिस्तान भारत में निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है और भारत हमेशा अपने लोगों की सुरक्षा के लिए जवाबी कदम उठाएगा. भारत ने एक बार फिर दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जो भी मुद्दे हैं, वे केवल द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाए जाएंगे और किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी.

टीम इंडिया ने सुपर ओवर में रचा इतिहास, श्रीलंका पर बड़ी जीत, जयसूर्या ने ICC से की कड़ी शिकायत

दुबई  एशिया कप 2025 में भारत और श्रीलंका के बीच 26 सितंबर (शुक्रवार) को  खेला गया सुपर-चार मुकाबला टाई पर छूटा. इसके बाद सुपर ओवर में दोनों टीम्स की टक्कर हुई, जिसमें सूर्या ब्रिगेड ने जीत हासिल की. सुपर ओवर श्रीलंकाई टीम ने महज दो रन बनाए, जिसके चलते भारतीय टीम का काम आसान हो गया. भारत अब 28 सितंबर को होने वाले खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान का सामना करेगा. भारत-श्रीलंका मैच में सुपर ओवर के दौरान विवादित पल भी देखने को मिला, जिसके इसके केंद्र में दासुन शनाका रहे. शनाका श्रीलंका की ओर से सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे. अर्शदीप सिंह ने ओवर की चौथी लीगल गेंद यॉर्कर फेंकी, जिस पर शनाका मात खा गए. भारतीय खिलाड़ियों ने कॉट बिहाइंड की अपील की, जिसके बाद अंपायर ने उंगली उठा दी. आउट दिए जाने के बावजूद शनाका रन लेने दौड़ पड़े, लेकिन गेंद पहले से ही संजू सैमसन के दस्तानों में थी. सैमसन ने स्टम्प पर थ्रो करके शनाका को रन आउट किया. ऐसा लगा कि श्रीलंका की सुपर ओवर में इनिंग्स यहीं खत्म हो गई, लेकिन ऐसा नहीं था. जब दासुन शनाका को पता चला कि अंपायर ने उन्होंने कैच आउट दिया है तो उन्होंने रिव्यू लेने का फैसला किया. अल्ट्राएज ने दिखाया कि बल्ले से गेंद का कोई संपर्क नहीं हुआ था. फैसला पलट गया और शनाका क्रीज पर लौट आए. मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के लॉ 20.1.1.3 के अनुसार जैसे ही बल्लेबाज को आउट दिया जाता है, गेंद डेड हो जाती है. इस कारण संजू सैमसन ने जो रन आउट किया, वो मान्य नहीं हुआ क्योंकि अंपायर उससे पहले ही उंगली खड़ी कर चुके थे. सनथ जयसूर्या ने नियमों पर उठाए सवाल अब श्रीलंकाई टीम के हेड कोच सनथ जयसूर्या ने सुपर ओवर विवाद के बाद नियमों को लेकर सवाल उठाए हैं. जयसूर्या ने कहा कि विवाद की वजह ये नियम ही हैं. जयसूर्या ने का मानना है कि नियमों में और सुधार होना चाहिए. सनथ जयसूर्या ने मैच के बाद कहा, 'नियमों के मुताबिक पहला फैसला ही मान्य होता है. शनाका को आउट दिया गया तो गेंद डेड बॉल हो गई. बाद में जब रिव्यू में फैसला पलटा तो वही गिना गया. लेकिन मुझे लगता है कि इस तरह की स्थितियों से बचने के लिए नियमों में सुधार करने की जरूरत है.' श्रीलंका की ओर से शतकवीर पथुम निसंका सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने नहीं आए, जिसे लेकर खूब चर्चा हुई. सनथ जयसूर्या ने बताया कि निसंका को पिछले दो मैचों में हैमस्ट्रिंग और ग्रोइन में चोट लगी थी, जिसके चलते वो परेशानी में थे. जयसूर्या के मुताबिक इसलिए टीम ने जोखिम नहीं लिया और उनकी जगह लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन आजमाया गया. सूर्या ब्रिगेड ने श्रीलंका को रौंद बनाया खास रिकॉर्ड, पथुम निसंका भी छाए एशिया कप 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम का विजयी अभियान जारी है. 26 सितंबर (शुक्रवार) को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए सुपर-चार के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम ने श्रीलंका को सुपर ओवर में पराजित किया. भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते  हुए पांच विकेट पर 202 रन बनाए. जवाब में श्रीलंका की टीम ने भी 5 विकेट खोकर 202 रन ही बनाया, जिसके चलते मुकाबला सुपर ओवर में गया.  सुपर ओवर में श्रीलंकाई टीम ने दोनों विकेट खो दिए और सिर्फ 2 रन बनाए. 3 रनों के टारगेट को भारत ने पहली ही बॉल पर हासिल कर लिया. टी20 इंटरनेशनल में भारत की श्रीलंका के खिलाफ ये 23वीं जीत रही है. किसी एक टीम के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा जीत हासिल करने के मामले में भारतीय टीम संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर आ चुकी है. टी20 इंटरनेशनल में किसी एक टीम के खिलाफ सबसे ज्याद जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम पर है. पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के 49 में से 24 मुकाबले जीते हैं. टी20 इंटरनेशनल में भारत ने अब तक जितने भी टाई मैच खेले हैं, उन सभी में जीत हासिल की है. इनमें से 5 मैच भारत ने सुपर ओवर के जरिए जीते हैं. जबकि 1 मैच का फैसला बॉल आउट के जरिए हुआ. इसके अलावा साल 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर में खेला गया मुकाबला बारिश से प्रभावित हुआ था. उस मैच में जब बारिश के कारण खेल आगे नहीं हो पाया था, तब डीएलएस नियम के तहत स्कोर बराबर था, ऐसे में वो मुकाबला टाई घोषित कर दिया गया. दूसरी ओर श्रीलंका ने अब तक कुल 6 सुपर ओवर मुकाबले खेले हैं, जिनमें से 4 में उसे हार का सामना करना पड़ा है. एक टीम के खिलाफ सर्वाधिक जीत (टी20 इंटरनेशनल) 24 – पाकिस्तान vs न्यूजीलैंड (49 मैच) 23- भारत vs श्रीलंका (33 मैच)* 23- न्यूजीलैंड vs पाकिस्तान (49 मैच) 21- इंग्लैंड vs पाकिस्तान (31 मैच) (नोट: इसमें सुपर ओवर की जीत भी शामिल है) टाई मैच में 200 प्लस टोटल (फुल मेम्बर टीम्स) 214- न्यूजीलैंड vs ऑस्ट्रेलिया, क्राइस्टचर्च, 2010 (न्यूजीलैंड जीता) 212- भारत vs अफगानिस्तान, बेंगलुरु, 2024 (भारत जीता) 202- भारत vs श्रीलंका, दुबई, 2025 (भारत जीता)* पथुम निसंका ऐसे तीसरे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टी20 फॉर्मेट के एशिया कप में शतकीय पारी खेली है. इससे पहले हॉन्ग कॉन्ग के बाबर हयात और पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ही ऐसा कर पाए थे. निसंका टी20 इंटरनेशनल में शतकीय पारी खेलने वाले चौथे श्रीलंकाई बैटर बन चुके हैं. टी20 एशिया कप में शतक 122- बाबर हयात (हॉन्ग कॉन्ग) vs ओमान, फतुल्लाह, 2016 122*- विराट कोहली (भारत) vs अफगानिस्तान, दुबई, 2022 101*- पथुम निसंका (श्रीलंका) vs भारत, दुबई, 2025 श्रीलंका के लिए शतक (टी20I) 100- महेला जयवर्धने vs जिम्बाब्वे, 2010 104*- तिलकरत्ने दिलशान vs ऑस्ट्रेलिया, 2011 101- कुसल परेरा vs न्यूजीलैंड, 2025 101*- पथुम निसंका vs भारत, 2025

अंतरिक्ष संघर्ष: भारत की खोज पर विराम, चंद्रमा पर टकराव और पृथ्वी का जिम्मा

  चंद्रमा, जो हमेशा से शांत और निर्जीव ग्रह के रूप में जाना जाता रहा है, वहां जंग लगने की घटना ने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। चांद पर हवा का अभाव होने के बावजूद हेमेटाइट नामक लौह-समृद्ध खनिज की मौजूदगी ने इस रहस्य को और बढ़ा दिया है। हेमेटाइट आमतौर पर ऑक्सीजन और पानी के संपर्क में आने से बनता है, लेकिन चंद्रमा पर दोनों तत्व सीमित मात्रा में हैं। भारत के चंद्रयान-1 मिशन की रिसर्च ने भी इसी दिशा में संकेत दिए थे, जिससे अब इस खोज को और पुष्टिप्राप्ति मिली है।  नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, जंग तब बनती है जब लोहा ऑक्सीजन और पानी के संपर्क में आता है। हाल ही में हुए अध्ययनों में चंद्रमा की सतह, विशेषकर ध्रुवीय क्षेत्रों में, हेमेटाइट पाए गए हैं। यह खोज चंद्रमा पर जंग लगने की प्रक्रिया को समझने में नए आयाम खोलती है।साल 2020 में भारतीय चंद्रयान-1 मिशन ने चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्रों में हेमेटाइट की उपस्थिति की पुष्टि की थी। इस मिशन ने चंद्रमा की सतह से डेटा इकट्ठा किया, जिसमें पानी के अणुओं के प्रमाण भी शामिल हैं। नासा और हवाई इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स एंड प्लैनेटोलॉजी के शोधकर्ताओं ने इस डेटा का विश्लेषण किया और हेमेटाइट के संकेत पाए। वैज्ञानिकों का मानना है कि चंद्रमा पर जंग लगने में पृथ्वी का योगदान हो सकता है। चंद्रमा पृथ्वी की चुंबकीय पूंछ के संपर्क में आता है, जो ऑक्सीजन अणुओं को चंद्रमा तक ले जाने में मदद करती है। चंद्रमा के 28 दिन के चक्र में लगभग छह दिनों तक पूर्णिमा के समय यह प्रक्रिया सबसे प्रभावी होती है। यह ऑक्सीजन के स्रोत को समझाने में मदद करती है, हालांकि पानी की भूमिका अभी भी रहस्यमय बनी हुई है। जिलियांग और उनकी टीम ने प्रयोगशाला में पृथ्वी की हवा की नकल कर यह देखा कि कैसे हाइड्रोजन और ऑक्सीजन आयनों से चंद्रमा के लौह-समृद्ध खनिज क्रिस्टल हेमेटाइट में बदल सकते हैं। कुछ क्रिस्टलों में यह प्रक्रिया उलटकर भी होती है, जिससे लोहे में परिवर्तन होता है। यह प्रयोग चंद्रमा पर जंग लगने की संभावित प्रक्रियाओं को समझने में मददगार साबित हुआ है।  

टीम इंडिया का सेलेक्शन: पडिक्कल इन, करुण आउट – जडेजा को मिली उपकप्तानी

नई दिल्ली वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान हो गया है. शुभमन गिल की कप्तानी वाली इस टीम में करुण नायर शामिल हैं, जिन्हे इंग्लैंड में 8 साल बाद मौका मिला था. रवींद्र जडेजा उपकप्तान हैं. ऋषभ पंत अभी पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं, उनकी गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल के साथ एन जगदीसन दूसरे विकेट कीपर हैं. टीम इंडिया अभी एशिया कप 2025 में खेल रही है, जहां शुभमन गिल उपकप्तान हैं. भारत फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है. टूर्नामेंट का फाइनल 28 सितंबर को दुबई में होगा. इसके बाद प्लेयर्स भारत लौटेंगे, जहां 2 अक्टूबर से वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होगी. वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय स्क्वाड शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, रवींद्र जडेजा (उपकप्तान), वाशिंगटन सुन्दर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, नितीश कुमार रेड्डी, एन जगदीसन (विकेट कीपर), मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, कुलदीप यादव. टेस्ट टीम के मुख्य बिंदु     करुण नायर और अभिमन्यु ईस्वरन को जगह नहीं     देवदत्त पडिक्कल, नितीश रेड्डी की हुई वापसी     रवींद्र जडेजा चुने गए उपकप्तान     जसप्रीत बुमराह भी शामिल करुण नायर पर क्या बोले अजीत अगरकर चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर ने करुण नायर को लेकर कहा, "हम करुण नायर से अधिक की उम्मीद करते हैं, सिर्फ़ एक पारी काफी नहीं होती. पडिक्कल बेहतर कर सकते हैं. हम सभी को 15-20 मौके देना चाहेंगे, लेकिन इन परिस्थितियों में यह संभव नहीं है." बता दें कि करीब 8 साल बाद उन्हें इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में मौका मिला था, लेकिन उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था. भारत का 15 सदस्यीय स्क्वॉड: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, नीतीश रेड्डी, एन जगदीशन, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और कुलदीप यादव. क्या करुण नायर का करियर खत्म? करुण नायर को आठ साल बाद हाल ही में खत्म हुए इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम में मौका मिला था. लेकिन एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज में वह बुरी तरह फ्लॉप रहे थे. चार टेस्ट की आठ पारियों में वह सिर्फ 25 से थोड़ी ज्यादा की औसत से 205 रन ही बना पाए थे. ऐसे में सिलेक्टर्स ने उन्हें वेस्टइंडीज सीरीज के लिए ड्रॉप कर दिया. 33 साल के अनुभवी बल्लेबाज को अब शायद ही दोबारा भारतीय टीम में मौका मिले! देवदत्त पडिक्कल की क्यों हुई वापसी? कुछ दिन पहले लखनऊ में ऑस्ट्रेलिया ए टीम के खिलाफ शानदार 150 रनों की पारी खेलने वाले देवदत्त पडिक्कल की टेस्ट स्क्वॉड में वापसी हुई है. बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम का हिस्सा था. इंजर्ड ऋषभ की जगह ध्रुव जुरेल ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के दौरान अपने दाहिने पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर वाले ऋषभ पंत अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं और वह अभी भी टीम से बाहर रहेंगे. फिलहाल वह बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं. उनकी जगह ध्रुव जुरेल फर्स्ट चॉइस विकेटकीपर होंगे. कब-कब और कहां होंगे दो टेस्ट मैच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर के बीच होगा जबकि दूसरा टेस्ट अरुण जेटली स्टेडियम में 10 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा. भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज 2025 शेड्यूल 2 से 6 अक्टूबर के बीच भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट अहमदबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. दूसरा टेस्ट 10 से 14 अक्टूबर के बीच दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम में होगा. दोनों मुकाबले भारतीय समयनुसार सुबह 9:30 बजे से शुरू होंगे.

F-35 फाइटर जेट की बिक्री पर अमेरिका का बड़ा कदम, कनाडा को लेकर कड़ा रुख

न्यूयॉर्क कनाडा और अमेरिका के बीच रक्षा सौदे को लेकर तनाव बढ़ गया है. कनाडा अपने 88 F-35 फाइटर जेट्स खरीदने के प्लान की समीक्षा कर रहा है. 22 सितंबर तक फैसला आने की उम्मीद है. अगर कनाडा इस डील को रद्द करता है, तो अमेरिका ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है. कनाडा स्वीडिश ग्रिपेन जेट को विकल्प के रूप में देख रहा है, लेकिन अमेरिका दो अलग-अलग फाइटर फ्लीट चलाने के खिलाफ है. यही विमान अमेरिका भारत को भी बेंचना चाहता है. लेकिन अभी तक भारत ने इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.   F-35 डील क्या है और कनाडा क्यों कर रहा है समीक्षा? F-35 अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया एक एडवांस स्टील्थ फाइटर जेट है. यह पांचवीं पीढ़ी का विमान है, जो रडार से बचने की क्षमता रखता है. आधुनिक हथियारों से लैस है. कनाडा ने 2010 के दशक में 88 ऐसे जेट्स खरीदने का फैसला किया था, जिसकी अनुमानित लागत 19 बिलियन कनाडाई डॉलर (करीब 1.1 लाख करोड़ रुपये) है. यह सौदा कनाडा की पुरानी CF-18 फाइटर जेट्स को बदलने के लिए था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल सरकार ने इस साल मार्च में इस डील की समीक्षा शुरू की. कारण ये है कि F-35 प्रोग्राम में देरी और लागत में बढ़ोतरी हो रही है. अमेरिकी सरकारी संगठन GAO (गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस) ने 3 सितंबर 2025 को रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया कि F-35 प्रोजेक्ट में और देरी और खर्च बढ़ रहा है. कनाडा के तत्कालीन डिफेंस मिनिस्टर (अब प्रधानमंत्री) मार्क कार्नी ने समीक्षा का आदेश दिया, ताकि यह देखा जा सके कि क्या यह सौदा देश के हित में है. कनाडा की सेना ने अगस्त 2025 में सिफारिश की कि F-35 ही खरीदना चाहिए, लेकिन सरकार अभी फैसला ले रही है. अमेरिका ने साफ कह दिया है कि अगर कनाडा F-35 डील रद्द करता है, तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. अमेरिकी राजदूत पीट होकस्ट्रा ने मई 2025 में CTV को इंटरव्यू में कहा कि यह कनाडा-अमेरिका के संयुक्त NORAD (नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड) गठबंधन को खतरा पहुंचा सकता है. NORAD दोनों देशों की हवाई रक्षा के लिए है. इसके लिए दोनों को एक ही तरह के विमान उड़ाने चाहिए. होकस्ट्रा ने कहा कि अगर कनाडा एक विमान उड़ाएगा और हम दूसरा, तो वे एक-दूसरे के साथ बदलाव योग्य नहीं रहेंगे. अगस्त 2025 में होकस्ट्रा ने पॉडकास्टर जैस्मिन लेन को बताया कि कनाडा दो फाइटर प्रोग्राम नहीं चला सकता. होकस्टा ने कहा कि आपको फैसला करना चाहिए कि F-35 चाहिए या कोई और. लेकिन दोनों नहीं चला सकते. अमेरिकी अधिकारी मानते हैं कि F-35 डील रद्द करने से कनाडा को स्पेयर पार्ट्स, रखरखाव और ट्रेनिंग में दिक्कत होगी. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते भी प्रभावित हो सकते हैं.  डिफेंस इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने कनाडा को चेतावनी दी है कि यह सौदा रद्द करने से रक्षा सहयोग कमजोर हो जाएगा. ग्रिपेन: कनाडा का विकल्प क्यों? कनाडा स्वीडन की कंपनी साब द्वारा बनाए गए ग्रिपेन (JAS 39 Gripen) जेट को वैकल्पिक विकल्प के रूप में देख रहा है. ग्रिपेन एक हल्का, सस्ता और बहुमुखी फाइटर जेट है, जो F-35 से कम खर्चीला है. कनाडा को लगता है कि इससे पैसे बचेंगे और घरेलू उद्योग को फायदा होगा. लेकिन अमेरिका इसका विरोध कर रहा है, क्योंकि ग्रिपेन F-35 जितना उन्नत नहीं है और NORAD में एकरूपता बिगड़ जाएगी. कनाडा पहले से ही पुराने F-18 जेट्स चला रहा है. दो अलग फ्लीट चलाना महंगा और जटिल होगा. कनाडा का फाइटर जेट प्रोग्राम कनाडा की वायुसेना को नई फाइटर जेट्स की सख्त जरूरत है. पुराने CF-18 जेट्स 1980 के दशक के हैं और अब खराब हो रहे हैं. 2010 में कनाडा ने F-35 चुना लेकिन लागत और देरी की शिकायतें बढ़ीं. 2022 में कनाडा ने औपचारिक रूप से F-35 के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन किया, लेकिन अब समीक्षा हो रही है. यह विवाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है, खासकर ट्रेड और डिफेंस में. दुनिया में F-35 प्रोग्राम एफ-35 कार्यक्रम में वर्तमान में 17 देश भाग ले रहे हैं. अब तक, 1870 से अधिक पायलटों और 13,500 रखरखाव कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है. एफ-35 बेड़े ने 602,000 से अधिक संचयी उड़ान घंटों को पार कर लिया है. क्रैश होने का खतरा  दुनिया का सबसे खतरनाक स्टेल्थ फाइटर जेट F-35 कई बार क्रैश हो चुका है. एक विमान गिरने पर अमेरिका को करीब 832 करोड़ रुपए का नुकसान होता. यह अमेरिका का सबसे महंगे जेट प्रोग्राम का विमान था. पिछले साल न्यू मेक्सिको के अल्बुकर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ करते ही अमेरिकी एयरफोर्स का F-35 लाइटनिंग-2 स्टेल्थ फाइटर जेट क्रैश हो गया.  इससे पहले साउथ कैरोलिना में ऐसा ही एक फाइटर जेट लापता हो गया था. जो बाद में एक घर के पीछे क्रैश मिला. इसका मलबा साउथ कैरोलिना के ज्वाइंट बेस चार्ल्सटन से 96 KM दूर विलियम्सबर्ग काउंटी में मिला.