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‘रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद नहीं रहूंगा राष्ट्रपति’ – जेलेंस्की का चौंकाने वाला ऐलान

कीव रूस के साथ करीब चार साल से चल रही जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने साफ कहा कि रूस के खिलाफ युद्ध खत्म होने के बाद वह राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हैं. जेलेंस्की ने कहा कि मेरा मकसद जंग खत्म करना है और उसके बाद इस पद पर नहीं रहना चाहता. 'सीजफायर हुआ तो कराएंगे चुनाव'  जेलेंस्की ने कहा कि उनका इरादा शांतिकाल में अपने देश का नेतृत्व करने का नहीं है. जेलेंस्की ने यह भी कहा कि अगर रूस के साथ सीजफायर हो जाता है, तो वह यूक्रेन की संसद से चुनाव कराने के लिए कहेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या जंग खत्म समाप्त होने पर वह अपना काम खत्म मानेंगे, जेलेंस्की ने कहा कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, 'मेरा मकसद जगं खत्म करना है, न कि पद के लिए भाग-दौड़ को जारी रखना.' यूक्रेन में जंग की वजह से चुनाव अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर तमाम आलोचकों ने इस मुद्दे को उठाया है. जेलेंस्की ने कहा कि सुरक्षा स्थिति और यूक्रेन का संविधान, दोनों ही चुनाव कराने में चुनौतियां पेश करते हैं. लेकिन उनका मानना है कि चुनाव मुमकिन हैं. ट्रंप को बताई अपने दिल की बात संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) से कीव लौटने से ठीक पहले जेलेंस्की ने न्यूयॉर्क में यह इंटरव्यू दिया है. जब उनसे पूछा गया कि अगर कई महीनों के सीजफायर पर सहमति बन जाती है, तो क्या वह चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध होंगे, तो उन्होंने 'हां' में जवाब दिया. जेलेंस्की ने कहा कि मंगलवार को जब वह राष्ट्रपति ट्रंप से मिले थे तो उन्होंने उनसे कहा था कि अगर सीजफायर होता है तो हम इस टाइम पीरियड का इस्तेमाल कर सकते हैं और मैं संसद को यह संकेत दे सकता हूं.' जेलेंस्की ने कहा कि वह समझते हैं कि लोग एक नए जनादेश वाले नेता की चाहत रखते हैं, जो हमेशा के लिए शांति कायम करने के लिए जरूरी फैसले ले सके. उन्होंने कहा कि सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण फिलहाल चुनाव आयोजित करना मुश्किल हो जाएगा, लेकिन उनका मानना है कि ऐसा किया जा सकता है. मई 2024 में ही खत्म हो चुका है कार्यकाल यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की 2019 में भारी वोटों से निर्वाचित हुए थे. अगर रूस के खिलाफ जंग नहीं छिड़ती तो उनका पांच साल का कार्यकाल मई 2024 में ही खत्म हो जाता. युद्ध के शुरुआती महीनों में उनकी लोकप्रियता करीब 90% तक बढ़ गई थी. फरवरी में ट्रंप ने दावा किया था कि यह घटकर 4% रह गई है, लेकिन हाल के ज़्यादातर सर्वे में यह 60% से कहीं ज़्यादा बताई गई है. जुलाई में जब उनके संसदीय सहयोगियों ने यूक्रेन की स्वतंत्र भ्रष्टाचार-विरोधी एजेंसियों को कमज़ोर करने का कदम उठाया, तो ज़ेलेंस्की को घरेलू विरोध का सामना करना पड़ा. हालांकि इस कदम को तुरंत पलट दिया गया, लेकिन इसने जेलेंस्की के नेतृत्व में यूक्रेन की लोकतांत्रिक प्रगति को लेकर चिंताएं जरूर पैदा कर दीं. जंग के बीच चुनाव कराने पर पाबंदी अगर जेलेंस्की चुनाव आयोजित करने के लिए किसी विधेयक का समर्थन करते हैं, तो संसद में उनकी पार्टी के बड़े बहुमत को देखते हुए यह आसानी से पारित हो जाएगा. असल बात यह है कि यूक्रेन के संविधान के तहत मार्शल लॉ के दौरान चुनावों पर साफ तौर पर प्रतिबंध है. अगर उस पर काबू पा भी लिया जाए, तो सुरक्षा स्थिति के कारण रसद व्यवस्था बेहद मुश्किल हो जाएगी. यूक्रेन का लगभग 20% हिस्सा रूस के कब्ज़े में है और लाखों यूक्रेनी विस्थापित हैं. अगर मॉस्को इस प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करता है, तो पूरा देश रूसी हमलों की जद में होगा. ज़ेलेंस्की ने कहा, 'मुझे लगता है कि सीजफायर के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चुनाव कराने की संभावना दे सकती है, ऐसा हो सकता है.'

वंदे भारत ट्रेन जोधपुर से दिल्ली के सफर पर, रेलमंत्री ने किया उद्घाटन

जोधपुर  जोधपुर से दिल्ली कैंट तक चलने वाली बहुप्रतीक्षित वन्दे भारत सेमी हाई स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार को पटरी पर आ गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बांसवाड़ा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ट्रेन का उद्घाटन किया। वहीं जोधपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में केन्द्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ट्रेन को हरी झण्डी दिखाकर उद्घाटन फेरे के लिए रवाना किया। बता दें कि वंदे भारत को 2.30 बजे रवाना किया जाना था, लेकिन जोधपुर स्टेशन से ट्रेन करीब 3.30 बजे निकली। केन्द्रीय पर्यटन मंत्री भी उपस्थित रहे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आप सभी के लिए पुणे, चेन्नई और हैदराबाद के लिए रोजाना की गाड़ी चालू हो गई है। आप लोगों की तरफ से सालों से आ रही डिमांड को पूरा कर दिया गया है। हमने हर वादे को पूरा किया है। अब आप वंदे भारत का आनंद उठाएं।  इस दौरान केन्द्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी उपस्थित रहे। जोधपुर के सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा के अनुसार गुरुवार को गाड़ी संख्या 04861 जोधपुर-दिल्ली कैंट वन्दे भारत उद्घाटन स्पेशल ट्रेन जोधपुर से रवाना होकर जयपुर स्टेशन पर शाम 7.05 बजे आगमन व 7.10 बजे प्रस्थान करेगी। रात 11.10 बजे दिल्ली कैंट पहुंचेगी। यह ट्रेन मार्ग में मेड़ता रोड, डेगाना, मकराना, फुलेरा, जयपुर, अलवर, रेवाडी व गुड़गांव स्टेशनों पर ठहराव करेगी। ट्रेन का नियमित संचालन 27 सितंबर से होगा। बता दें कि उद्घाटन फेरे 200 से ज्यादा यात्रियों ने सफर किया। दो साल बाद मिली दूसरी वन्दे भारत सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा के अनुसार नई वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सात वातानुकूलित कुर्सीयान व एक एग्जीक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सीयान श्रेणी के डिब्बे हैं। इस ट्रेन का रंग सफेद की बजाए केसरिया है। जोधपुर मंडल से चलने वाली नई वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जोधपुर मंडल की दूसरी सेमी हाई स्पीड ट्रेन होगी। इससे पहले जोधपुर से साबरमती स्टेशनों के बीच पहली वन्दे भारत ट्रेन 7 जुलाई 2023 से चलना प्रारंभ हुई थी।

रुपाली गांगुली ने मां कूष्मांडा को याद कर बेजुबानों के लिए की प्रार्थना

मुंबई, टेलीविजन इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री रुपाली गांगुली ने गुरुवार को एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने मां कूष्मांडा देवी से बेजुबान जानवरों के लिए प्रार्थना की। इंस्टाग्राम पर शेयर की गई तस्वीरों में वह पालतू कुत्तों के साथ नजर आ रही हैं, जिन्हें उन्होंने अपने दिल के करीब बताया। अभिनेत्री ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में लिखा, “मां कूष्मांडा से मेरी प्रार्थना है कि वह हर दिल को दया, करुणा और प्रेम से भर दें, खासकर उन बेजुबानों के लिए जो अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर सकते। मेरे ‘कॉफी’ और ‘किंग कॉन्ग’ यहां पोज दे रहे हैं। ये बोल नहीं सकते, लेकिन सब कुछ समझते और महसूस करते हैं।” तस्वीरों में रुपाली अपने पालतू कुत्तों के साथ अलग-अलग अंदाज में दिख रही हैं। एक तस्वीर में वह एक कुत्ते को गोद में लिए कैमरे की ओर देख रही हैं, जबकि दूसरा डॉगी उनके पास बैठा है। दूसरी तस्वीर में वह जमीन पर बैठकर एक कुत्ते को गोद में लिए उसके सिर पर हाथ रखे हुए हैं, और बगल में बैठे डॉगी के भी सिर पर हाथ रखे हुए हैं। तीसरी तस्वीर में वह एक डॉगी को गोद में लिए हुए हैं और दूसरे के सिर को अपने सिर से सटाए हुए हैं, जो उनके प्रेम को दर्शा रहा है। लुक की बात करें तो अभिनेत्री ने पीले रंग की साड़ी पहन रखी है, जिसका गुलाबी रंग का चौड़ा बॉर्डर है। इसके साथ ही उन्होंने मैचिंग ब्लाउज पेयर किया। गले में नेकपीस, कानों में झुमके, नाक में पांचू नथ (महाराष्ट्रीयन नथ), हाथों में गोल्डन कंगन और बाजूबंद उनके लुक को निखार रहे हैं। साथ ही उन्होंने चंद्र बिंदी और मिनिमल मेकअप के साथ बालों को जूड़े में सजाया। फैंस का मानना है कि ये तस्वीरें उनके सेट ‘अनुपमा’ की हैं। रुपाली की यह पोस्ट उनके प्रशंसकों के बीच खूब पसंद की जा रही है, और लोग उनके बेजुबानों के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता की सराहना कर रहे हैं।  

पीएम मोदी ने निवेश के लिए उत्तर प्रदेश को बताया ‘अद्भुत संभावनाओं’ से भरा प्रदेश

प्रधानमंत्री ने निवेशकों, व्यापारियों और उद्यमियों से यूपी में निवेश करने का किया आह्वान उत्तर प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में कनेक्टिविटी में आई अद्भुत क्रांति- पीएम यूपी अब सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला और इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स वाला प्रदेश बन चुका है- पीएम वन जिला वन प्रोडक्ट में जिलों के उत्पाद को इंटरनेशनल मार्केट में अपनी पहुंच बना ली है- प्रधानमंत्री लखनऊ, उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की जमकर सराहना की। उन्होंने इस भव्य आयोजन को प्रदेश के विकास की नई दिशा बताते हुए निवेशकों, व्यापारियों और उद्यमियों से यूपी में निवेश करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी तेजी के साथ प्रगति कर रहा है। यूपी न केवल कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी है, बल्कि विनिर्माण, पर्यटन और रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर भारत का मजबूत स्तंभ बन चुका है। इस ट्रेड शो में 150 देशों के भागीदारों की मौजूदगी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के सभी साथियों को और सभी स्टेकहोल्डर को इस आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। बीते कुछ वर्षों में यूपी में कनेक्टिविटी की क्रांति हुई है- पीएम ट्रेड शो के उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अंत्योदय के सिद्धांत को याद करते हुए यूपी के विकास मॉडल को इसका जीवंत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अंत्योदय का अर्थ है गरीब से गरीब तक विकास पहुंचाना और यूपी सरकार का प्रयास इसी दिशा में है। बीते कुछ वर्षों में यूपी में कनेक्टिविटी की जो क्रांति हुई है, उसने लॉजिस्टिक कॉस्ट को बहुत कम कर दिया। यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला प्रदेश बन चुका है, सबसे अधिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला प्रदेश है। यह देश के दो सबसे बड़े डेडिकेटेड कॉरिडोर का हिस्सा है। हेरीटेज टूरिज्म में भी नंबर वन है। नमामि गंगे जैसे अभियानों ने यूपी को क्रूज टूरिज्म के मैप पर मजबूत स्थान दिलाया है। प्रधानमंत्री ने की यूपी की 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' (ओडीओपी) योजना की तारीफ प्रधानमंत्री ने यूपी की 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' (ओडीओपी) योजना की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि वन जिला वन प्रोडक्ट में जिलों के प्रोडक्ट को इंटरनेशनल मार्केट में पहुंचा दिया गया है। मुझे तो विदेशी मेहमानों से मिलना होता है, आजकल मुझे क्या देना है, बहुत ज्यादा सोचना नहीं पड़ता। एक वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का कैटलॉग हमारी टीम के पास है, यह देख लेती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूपी अब विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा रिकॉर्ड मैन्युफैक्चरिंग सेंटर है भारत और इसमें यूपी का रोल बहुत बड़ा। आज पूरे भारत में जितने मोबाइल फोन बनते हैं, उनमें 55 प्रतिशत यूपी में बनते हैं। स्वदेशी निर्माण में यूपी निभा रहा है अहम भूमिका- पीएम आत्मनिर्भर भारत अभियान के संदर्भ में पीएम ने यूपी के सेमीकंडक्टर और रक्षा क्षेत्र के प्रगति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर सेंटर में भी भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। यहां से कुछ किलोमीटर दूर एक बहुत बड़ी सेमीकंडक्टर फैसिलिटी पर काम शुरू होने वाला है। हमारी सेनाएं स्वदेशी चाहती हैं, दूसरों पर निर्भरता कम करना चाहती हैं। इसलिए भारत में ही वाइब्रेंट डिफेंस सेक्टर डेवलप करना चाहते हैं। यूपी इसमें बड़ी भूमिका निभा रहा है। बहुत जल्द रूस के सहयोग से बनी फैक्ट्री में एके-203 राइफल्स का उत्पादन शुरू होने जा रहा है। यूपी में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण भी हुआ है, यहां अस्त्र-शस्त्र का निर्माण भी शुरू हो रहा है। पीएम मोदी ने उद्यमियों से अपील करते हुए कहा कि यूपी में इन्वेस्ट करिए। यूपी में सिंगल विंडो सिस्टम मजबूत निकला है और यह लगातार बढ़ रहा है। आप इसके समर्थ का उपयोग कीजिए और एक कंपलीट प्रोडक्ट यहीं पर बनाएं। इसके लिए हर मदद के साथ यूपी सरकार और भारत सरकार आपके साथ हैं। उन्होंने ट्रेड शो में मौजूद 2200 से अधिक एक्जीबिटर्स का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य की पार्टनरशिप को मजबूत कर रहा है। इस बार 150 देशों के कंट्री पार्टनर हैं, यानी स्टेज शो में हम एक-दूसरे के साथ पार्टनरशिप को और मजबूत कर रहे हैं। यूपी में निवेश करना निवेशकों के लिए विन-विन सिचुएशन- पीएम यूपी के विकास को राष्ट्रीय लक्ष्य से जोड़ते हुए पीएम ने निवेशकों से कहा कि यूपी में इन्वेस्ट करना भारत में इन्वेस्ट करना है। आपके लिए विन-विन सिचुएशन है। हम सभी के प्रयास मिलकर विकसित भारत बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में प्रदेश की प्रगति को अंत्योदय का प्रतीक है। यहां छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक सबको अवसर मिल रहा है। ट्रेड शो के माध्यम से यूपी ने वैश्विक मंच पर अपनी क्षमता प्रदर्शित की है, जो निवेश आकर्षित करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

EOW ने पेट्रोल पंप पर दबोचा रिश्वत लेते अधिकारी, मंडला में हंगामा

मंडला जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) अरविंद विश्वकर्मा को रिश्वत लेते हुए आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है। पत्नी के हाथों रुपये का लिफाफा रिलायंस पेट्रोल पंप पर लेते ही दोनों को मौके पर ही ईओडब्ल्यू ने पकड़ कार्रवाई शुरू कर दी। इस मामले में एपीसी को भी सह आरोपित बनाया गया है। डीपीसी ने मांगी थी एक लाख 20 हजार की मदद बताया गया है कि डीपीसी ने विद्या निकेतन ग्राम ककैया स्कूल को मान्यता देने के नाम पर एक लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। जिसके एवज में दूसरी क़िस्त की राशि 60 हजार रुपये स्कूल संचालक द्वारा देते ही ईओडब्ल्यू टीम ने पकड़ लिया। जानकारी अनुसार स्कूल का भवन पूरा नहीं होने से मान्यता समाप्त हो गई थी। दोबारा मांगी गई थी रिश्वत पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के लिए स्कूल संचालक रविकांत नंदा से एक लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी। पहली किश्त 50 हजार रुपये डीपीसी को स्कूल संचालक कुछ दिन पहले दे चुका था। 60 हजार रुपये की मांग पुनः की गई थी। इस पर स्कूल संचालक रविकांत नंदा यह राशि देने बिंझिया स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पहुंचा। जहां राशि का लिफाफा डीपीसी को देने पर उन्होंने पत्नी को देने कहा। लिफाफा पत्नी के हाथों में आते ही ईओडब्ल्यू ने रंगे हाथों पकड़ लिया। ईओडब्ल्यू डीएसपी स्वर्ण जीत सिंह धामी व टीम के द्वारा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कार्रवाई की जा रही है।  

इटालियन सिनेमा की मशहूर अदाकारा क्लाउडिया कार्डिनले का 87 वर्ष की उम्र में निधन

इटली दिग्‍गज इटालियन एक्ट्रेस क्लाउडिया कार्डिनले का निधन हो गया है। 100 से अध‍िक फिल्‍मों और शोज में काम कर चुकीं एक्‍ट्रेस ने मंगलवार को 87 साल की उम्र में आख‍िरी सांस ली। क्लाउडिया 1960 और 1970 के दशक की सबसे मशहूर यूरोपियन एक्‍ट्रेस रही हैं। उन्‍हें 1963 में फेडेरिको फेलिनी की फिल्म '8½' से पॉपुलैरिटी मिली थी, जिसमें उनके साथ मार्सेलो मास्ट्रोयानी लीड रोल में थे। 'एएफपी' की रिपोर्ट के मुताबिक, क्‍लाउडिया का निधन फ्रांस के नेमूर शहर में हुआ, जहां उनके बच्चे भी साथ थे। उनके एजेंट लॉरेंट सैवरी ने न्‍यूज एजेंसी से मौत की पुष्‍ट‍ि की। क्लाउडिया ने अपना एक्‍ट‍िंग करियर 17 साल की उम्र में शुरू किया था, इससे पहले वह एक ब्यूटी कॉन्टेस्ट की विनर भी रही थीं। ट्यूनिशिया में पैदा हुई थीं क्‍लाउडिया कार्डिनले ट्यूनिशिया में पैदा हुईं क्‍लाउडिया कार्डिनले के माता-पिता सिसिलियन थे। साल 1963 में '8½' की सफलता के बाद उन्होंने लुचीनो विस्कोंती की अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'द लेपर्ड' में एंजेलिका सेदार का किरदार निभाया और 1968 में सर्जियो लियोने की मशहूरफिल्म ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन दी वेस्ट’ में भी तारीफ बटोरी। इस फिल्‍म में उन्‍होंने एक एक्‍स-सेक्स वर्कर का रोल प्‍ले किया था। फिल्मों से पहले स्कूल टीचर बनने वाली थीं क्‍लाउडिया क्लाउडिया कार्डिनले ने साल 2002 में बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड लेते वक्त कहा था, 'मैं फिल्में कर रही हूं, तो यह बस एक संयोग है। जब मुझसे पूछा गया था कि क्‍या मैं फिल्मों में आना चाहती हूं, तो मैंने इनकार किया था। मैं तो स्‍कूल टीचर बनने वाली थी।' ब्रिजिट बार्डोट से होती थी क्लाउडिया कार्डिनले की तुलना क्लाउडिया कार्डिनले की सफलता सोफिया लॉरेन की इंटरनेशनल पॉपुलैरिटी के बाद आई। उन्हें इटली की ओर से ब्रिजिट बार्डोट का जवाब माना जाने लगा। हालांकि उन्हें फ्रांसीसी एक्‍ट्रेस ब्रिजिट जितनी सफलता कभी नहीं मिली, फिर भी कार्डिनले को एक स्टार माना जाता था और उन्होंने यूरोप और हॉलीवुड के सबसे बड़े फिल्‍ममेकर्स के साथ काम किया।जहां तक ब्रिजिट बार्डोट की बात है, तो वह फ्रेंच एक्ट्रेस, मॉडल और सिंगर थीं। उन्‍हें 1950 और 1960 के दशक में आइकन माना जाता था। वह खास तौर पर अपनी खूबसूरती और स्टाइल के लिए जानी जाती थीं। क्लाउडिया कार्डिनले ने कहा था- सिनेमा ने मुझे सबकुछ दिया क्लाउडिया फिल्‍मों के बारे में अक्सर कहती थीं, ‘सिनेमा ने मुझे सबकुछ दिया। यह अद्भुत बात है कि मैं इतनी अलग-अलग जिंदगियां जी। मैंने पर्दे पर 150 से ज्यादा अलग-अलग महिलाओं की जिंदगी को जीने का काम किया।' क्लाउडिया कार्डिनले की शादी और तलाक क्लाउडिया के सबसे शुरुआती किरदारों में 1958 की कॉमेडी फिल्म ‘बिग डील ऑन मैडोना स्ट्रीट’ यादगार है। इसमें उन्होंने ब्लैक सिसिलियन गर्लका रोल किया था। इस फिल्म के प्रोड्यूसर फ्रैंको क्रिस्टाल्डी थे, जिन्होंने शुरुआत में उनके करियर को मैनेज भी किया।1966 में क्लाउडिया ने फिल्म प्रोड्यूसर फ्रैंको क्रिस्टाल्डी से शादी की, जो 1975 तक चली। भूरी आंखों वाली क्लाउडिया अपने समय की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस मानी जाती थीं। क्लाउडिया कार्डिनले की हॉलीवुड फिल्‍में हॉलीवुड में उन्होंने रॉक हडसन के साथ ‘ब्लाइंडफोल्ड’ (1965) और टोनी कर्टिस के साथ ‘डोंट मेक वेव्स’ (1967) जैसी फिल्में करके नाम कमाया। क्लाउडिया का मानना था कि उनकी सबसे बेहतरीन हॉलीवुड फिल्म 1966 की ‘द प्रोफेशनल्स’ है, जिसे रिचर्ड ब्रूक्स ने डायरेक्ट किया था। इस फिल्म में उन्होंने बर्ट लैंकेस्टर, जैक पैलेंस, रॉबर्ट रयान और ली मार्विन जैसे बड़े एक्टर्स के साथ काम किया था। क्लाउडिया कार्डिनले के बच्‍चे क्लाउडिया को अपने करियर में कई अवॉर्ड्स मिले। इनमें 'गोलडन लायन फोर एचीवमेंट' भी शामिल है, जो उन्होंने वेनिस फिल्म फेस्टिवल में जीता। साल 2000 में उन्हें यूनेस्को ने 'महिलाओं के अधिकारों की रक्षा' के लिए गुडविल एम्बेसडर चुना। परिवार में क्‍लाउडिया के दो बच्चे हैं। इनमें से एक उनके पहले पति फ्रैंको क्रिस्टाल्डी से है और दूसरा बच्‍चा, पार्टनर और डायरेक्टर पास्क्वाले स्क्विटिएरी से।

मिशन शक्ति 5.0 : नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन सुनिश्चित करने के साथ ही समाज में स्थायी बदलाव लाने का हो रहा ठोस प्रयास

नवरात्रि के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों और बाजारों में भी चलाए जा रहे जागरूकता अभियान विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए अबतक 3 लाख से अधिक लोगों तक बनाई पहुंच योगी सरकार ने बदली समाज की मानसिकता, महिला और बच्चों की सुरक्षा सिर्फ सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की साझा जिम्मेदारी जनसंख्या अनुपात, जन्म/मृत्यु दर, लिंगानुपात, स्कूल ड्रॉपआउट, बाल विवाह पर लोगों को किया जा रहा जागरूक लैंगिक शोषण, संस्थागत प्रसव, साक्षरता दर और महिलाओं व बच्चों के प्रति होने वाली हिंसा पर हो रही चर्चा लखनऊ,  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 22 सितम्बर 2025 से शुरू किया गया “मिशन शक्ति 5.0” अब सिर्फ एक सरकारी अभियान नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में जनआंदोलन का रूप ले चुका है। यह 90 दिनों का विशेष अभियान महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन सुनिश्चित करने के साथ ही समाज में स्थायी बदलाव लाने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है। उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति 5.0 न सिर्फ महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सम्मान को मजबूत कर रहा है, बल्कि समाज में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत कर रहा है। इसे अब एक पूर्ण जनआंदोलन कहा जा सकता है, जिसने हर वर्ग के लोगों को अभियान का हिस्सा बना लिया है। समाज की सोच और व्यवहार में बदलाव का संदेश भी दे रहा मिशन शक्ति- 5.0 अभियान अभियान की खासियत यह है कि यह केवल योजनाओं की श्रृंखला नहीं बल्कि समाज की सोच और व्यवहार में बदलाव का संदेश भी है। इसके तहत साइक्लोथॉन, घर-घर जागरूकता अभियान और सोशल मीडिया कैम्पेन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें लोगों की सहभागिता अभूतपूर्व रही है। जिलाधिकारी स्तर से लेकर ग्राम प्रधान तक के नेतृत्व में आयोजित ये गतिविधियाँ यह स्पष्ट कर रही हैं कि महिला और बच्चों की सुरक्षा केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की साझा जिम्मेदारी है। साइक्लोथॉन में बड़ी संख्या में शामिल हो रहे महिलाएं, बच्चियां और युवा सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में आयोजित साइक्लोथॉन में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चियां और युवा शामिल हुए। इसमें महिलाओं और बच्चों से जुड़े महत्वपूर्ण संकेतकों जैसे जनसंख्या अनुपात, जन्म/मृत्यु दर, लिंगानुपात, स्कूल ड्रॉपआउट, बाल विवाह, लैंगिक शोषण, संस्थागत प्रसव, साक्षरता दर और महिलाओं व बच्चों के प्रति होने वाली हिंसा पर चर्चा की जा रही है। इन संकेतकों को आम जन के बीच लाकर सुधार की दिशा में कदम उठाने का संदेश भी दिया जा रहा है।   नवरात्रि के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों और बाजारों में भी चलाए जा रहे जागरूकता अभियान नवरात्रि के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों और बाजारों में मोबाइल वैन, कैनोपी और स्टॉल लगाकर जागरूकता फैलायी जा रही है। इन स्थलों पर लोगों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप सेंटर, 181 महिला हेल्पलाइन, पति की मृत्युपरांत निराश्रित पेंशन योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। इसका उद्देश्य केवल योजनाओं के प्रचार-प्रसार तक सीमित नहीं, बल्कि आमजन को यह समझाना था कि सरकारी योजनाओं की सफलता समाज की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर है। विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए अबतक 3 लाख से अधिक लोगों तक बनाई पहुंच बीते 22 सितम्बर से अब तक अभियान के तहत चलाए गए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 3 लाख से अधिक लोगों तक पहुँच सुनिश्चित की जा चुकी है। इसमें बड़ी संख्या में बच्चियां, महिलाएं और बुजुर्ग महिलाएं शामिल हुई हैं। समाज की सक्रिय भागीदारी ने मिशन शक्ति 5.0 को केवल सरकारी आयोजन से आगे बढ़ाकर सामाजिक जनआंदोलन बना दिया है। अभियान का सबसे महत्वपूर्ण संदेश है- नारी और नौनिहाल सुरक्षित, तो प्रदेश की प्रगति निश्चित। सीएम योगी के नेतृत्व में मिशन शक्ति 5.0 ने अब तक यह साबित करने में सफल रहा है कि जब समाज स्वयं सक्रिय होता है और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भाग लेता है, तभी बदलाव वास्तविक और स्थायी बन सकता है। महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 केवल कार्यक्रमों की श्रृंखला नहीं बल्कि सोच और व्यवहार में स्थायी बदलाव का प्रयास है। हमारा लक्ष्य है कि हर महिला और बच्चा बिना भय और भेदभाव के, पूरी गरिमा के साथ जीवन जी सके और अपनी बात समाज और सरकार तक पहुँचा सके। महिला कल्याण निदेशक संदीप कौर ने बताया कि विभाग ने मिशन शक्ति 5.0 की गतिविधियों को इस तरह संयोजित किया है कि यह केंद्र और ब्लॉक स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक सभी गतिविधियों को योजना बद्ध रूप से जनसामान्य तक पहुँचाने वाला अभियान बने। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जागरूकता की यह धारा हर घर तक पहुँचे और लाभार्थियों की सरकारी योजनाओं तक पहुँच सुनिश्चित हो।

खेलों की दुनिया में झारखंड की अलग छवि, सीएम सोरेन ने किया मेगा कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन

रांची झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोलने की दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। सोरेन ने कहा कि इसके लिए जो भी आवश्यक प्रक्रियाएं हैं, वह जल्द से जल्द पूरी की जाए। मुख्यमंत्री हेमन्त ने कहा कि स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी के खुलने से यहां के खेल और खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के साथ उन्हें आगे बढ़ाने के लिए बेहतर प्लेटफार्म मिलेगा। सोरेन झारखंड मंत्रालय में पर्यटन, कला- संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य मंत्री सुदिव्य कुमार की उपस्थिति में खेल विभाग एवं सीसीएल के वरीय अधिकारियों के साथ मेगा स्पोट्र्स काम्प्लेक्स, होटवार, रांची के प्रस्तावित उन्नयन को लेकर उच्चस्तरीय बैठक कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने खेलगांव में अवस्थित सभी स्टेडियम के अद्यतन हालात की विस्तृत जानकारी ली। सोरेन ने कहा कि मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से झारखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान मिली है। देश में बहुत कम ही ऐसे स्पोर्ट्स सेंटर है, जहां अलग-अलग खेलों के स्टेडियम एक ही परिसर में अवस्थित हैं। यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं लगातार आयोजित होती आ रही है। ऐसी कई खेल प्रतियोगिताओं का सफल और शानदार आयोजन हम कर चुके हैं। राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं की हमें निरंतर मेजबानी मिलती आ रही है, ऐसे में हमारे स्टेडियम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के सभी मानकों के अनुकूल हों, इसके लिए खेलगांव में स्थित सभी स्टेडियमों में आधुनिक सुविधाओं के साथ सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त रहनी चाहिए। सोरेन ने कहा कि मेगा स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में सालों भर कोई ना कोई खेल प्रतियोगिता आयोजित होती रहती है। यहां खिलाड़ियों के नियमित प्रैक्टिस की भी व्यवस्था है। ऐसे में इस स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल हो, इसके लिए यहां स्थित स्टेडियमों में जो भी खामियां है, उसे प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए। साथ ही खेल आयोजनों को लेकर जो भी जरूरी संसाधनों की जरूरत हो, उसे उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के अपग्रेडेशन में अंतरराष्ट्रीय खेल मानकों के अनुरूप आधुनिक तौर- तकनीक और तरीकों का इस्तेमाल होना चाहिए। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों के स्पेशलाइज्ड एजेंसीज का सहयोग लें। इस बैठक में मंत्री सुदिव्य कुमार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, सचिव मनोज कुमार, सचिव अरवा राजकमल, खेल निदेशक शेखर जमुआर, झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के अभियन्ता प्रमुख संजय कुजूर, झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम के महाप्रबंधक अविनाश कुमार दीपक, सीसीएल के सीएमडी एनके सिंह, निदेशक (एचआर ) एचएन मिश्रा, जेएसएसपीएस के सीईओ एनके झा और मास एंड वॉइड एजेंसी के ग्रुप हेड प्रणव कुमार मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री साय बोले – छत्तीसगढ़ अब जटिल हृदय उपचारों में बना देश का अग्रणी राज्य

एसीआई में देश का छठा और सरकारी संस्थान का पहला बैकमैन टोटल फिजियोलॉजिकल पेसिंग केस : छत्तीसगढ़ को मिली ऐतिहासिक सफलता प्रदेश का स्वास्थ्य ढांचा आधुनिकता और विश्वास का बन रहा है प्रतीक : स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल राइट एट्रियम या बैकमैन बंडल में लीड लगाने का पहला मामला रायपुर,  प्रदेश में आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की उत्कृष्टता का प्रतीक, प्रदेश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय तथा इससे संबद्ध डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के डॉक्टरों की टीम ने जटिल उपचारों में लगातार ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए हैं जिन पर हर किसी को गर्व हो सकता है। ताज़ा उदाहरण एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट (एसीआई) के कार्डियोलॉजी विभाग में हुआ, जहाँ 68 वर्षीय महिला मरीज पर देश का छठा और किसी भी सरकारी संस्थान का पहला बैकमैन टोटल फिजियोलॉजिकल पेसिंग सफलतापूर्वक किया गया। डॉक्टरों के अनुसार यह जटिल प्रक्रिया अब तक एम्स दिल्ली और पीजीआई चंडीगढ़ जैसे शीर्ष संस्थानों में भी नहीं की गई थी। बैकमैन टोटल फिजियोलॉजिकल पेसिंग का अर्थ है – हृदय की धड़कन को पूरी तरह प्राकृतिक कंडक्शन सिस्टम (conduction system) के जरिए नियंत्रित करना, ताकि मरीज को लंबे समय तक स्थिर और सुरक्षित हृदय गति मिल सके। यहां ध्यान देने योग्य है कि अब तक एसीआई और अन्य सरकारी कार्डियक संस्थानों में लेफ्ट बंडल या हिज़ बंडल में लीड लगाने के कई केस हो चुके हैं, लेकिन राइट एट्रियम यानी बैकमैन बंडल में लीड लगाने का यह पहला मामला है। इससे हृदय के दोनों चैम्बर्स की धड़कनें प्राकृतिक विद्युत मार्ग से संचालित होती रहती हैं। एसीआई के कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि रायपुर निवासी यह मरीज सिक साइनस सिंड्रोम नामक गंभीर हृदय रोग से पीड़ित थी। इस रोग में हृदय को धड़कन देने वाली कोशिकाएँ (पेसमेकर कोशिकाएँ) क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और धड़कन अनियमित हो जाती है। सामान्यतः ऐसे मामलों में वेंट्रिकुलर या लेफ्ट बंडल पेसिंग की जाती है, लेकिन इस मरीज का हृदय कमजोर था और एट्रियल रिद्म भी अनियमित थी। केवल वेंट्रिकुलर पेसिंग करने से हार्ट फेल्योर और तेज धड़कन का खतरा था। इसी कारण एसीआई की टीम ने बैकमैन टोटल फिजियोलॉजिकल पेसिंग का निर्णय लिया। इस प्रक्रिया में हृदय की प्राकृतिक विद्युत संरचना के एट्रियम भाग में पेसमेकर की लीड लगाई गईं। यह तकनीक हृदय को उसके स्वाभाविक ढंग से धड़कने में मदद करती है और हार्ट फेल्योर का जोखिम बेहद कम कर देती है। इस तरह संपन्न हुई प्रक्रिया सबसे पहले लेफ्ट बंडल की स्थिति का इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी मैपिंग किया गया। फिर ठीक उसी तरह राइट एट्रियम के बैकमैन बंडल की मैपिंग कर लीड इंप्लांट की गई। इस तरह पूरा पेसिंग सिस्टम प्राकृतिक ढंग से काम करने लगा। उपचार करने वाली टीम में कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव, डॉ. एस. के. शर्मा, डॉ. कुणाल ओस्तवाल, डॉ. अनुराग कुजूर और डॉ. वेद प्रकाश शामिल थे। यह उपचार मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत किया गया, जिसमें योजना का लाभ दिलाने में मेडिको सोशल वर्कर खोगेंद्र साहू का विशेष योगदान रहा। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट द्वारा किया गया यह सफल उपचार छत्तीसगढ़ की चिकित्सा सेवाओं के उच्च स्तर और निरंतर प्रगति का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल अब केवल सामान्य उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि विश्वस्तरीय जटिल प्रक्रियाओं को भी सफलतापूर्वक अंजाम दे रहा है। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों की टीम को साधुवाद देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल मरीजों के जीवन को नई आशा देती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सरकारी संस्थान चिकित्सा विज्ञान में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट, रायपुर द्वारा किया गया यह जटिल उपचार प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे की मजबूती और चिकित्सकों की उत्कृष्ट क्षमता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि अब छत्तीसगढ़ के मरीजों को अत्याधुनिक कार्डियक प्रक्रियाओं के लिए महानगरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि हर नागरिक को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से निःशुल्क और उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध हों। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सक दल को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय चिकित्सा मानचित्र पर और अधिक प्रतिष्ठित करेगी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 में इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के सर्वाधिक मामलों के उपचार में एसीआई देशभर में पाँचवें स्थान पर रहा है।

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के उदघाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से की मुलाकात

प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष प्रदेश की महिला उद्यमियों ने विस्तार से बताई अपनी सक्सेस स्टोरी अलग-अलग क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति का हिस्सा बनीं महिलाओं ने पीएम मोदी से मुलाकात को बताया सपने के सच होने जैसा ग्रेटर नोएडा, कभी लचर कानून-व्यवस्था के कारण महिलाओं के लिए असुरक्षित माने जाने वाला उत्तर प्रदेश आज महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन चुका है। साल 2017 से पहले, प्रदेश में उद्यम लगाने की बात तो दूर, महिलाएं घर से बाहर निकलने में भी हिचकिचाती थीं। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में विगत साढ़े 8 वर्ष में आए बदलावों ने उत्त प्रदेश की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में भी इसकी झलक दिखाई दी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की महिला उद्यमियों से मुलाकात की। इन महिलाओं के लिए यह क्षण किसी सपने के सच होने जैसा था। इन पांच महिलाओं की कहानियां सिर्फ उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि यह पूरे उत्तर प्रदेश में आए क्रांतिकारी बदलाव की तस्वीर पेश करती हैं। ये कहानियां बताती हैं कि योगी सरकार की नीतियों से अब महिलाएं सुरक्षित महसूस करती हैं और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक सुरक्षित माहौल मिला है। मेरठ की विद्युत सखी संगीता: मेहनत से लिखी सफलता की दास्तां मेरठ की रहने वाली संगीता एक विद्युत सखी हैं। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ प्रधानमंत्री को बताया कि वह हर महीने लोगों के बिजली बिल जमा करके अच्छी कमाई कर लेती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी कहानी को बड़े ध्यान से सुना और उनसे पूछा कि आपको फील्ड में काम करते हुए कोई दिक्कत तो नहीं होती? इस पर संगीता ने गर्व से जवाब दिया कि अब हमें कोई दिक्कत नहीं होती। लोग हमें सम्मान से पहचानते हैं। लखनऊ की बैंकिंग सखी सरला: घर-घर पहुंचा रही हैं बैंकिंग सुविधाएं लखनऊ से आईं बैंकिंग सखी सरला ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह लोगों के बैंक खाते खुलवाती हैं और इस काम से अच्छी कमाई कर लेती हैं। पीएम ने उनसे भी उनके काम के अनुभव के बारे में पूछा। सरला ने बताया कि शुरुआत में लोगों को समझाना मुश्किल था, लेकिन अब लोग भरोसा करते हैं।  सरला ने बताया कि वो अबतक 2000 से अधिक जनधन खाते, 700 से अधिक सुरक्षा बीमा, 200 से अधिक जीवन ज्योति बीमा खाते और 200 से अधिक अटल पेंशन योजना के तहत खाते खोल चुकी हैं। वाराणसी की नमो ड्रोन दीदी नीतू सिंह: तकनीक और उद्यमशीलता का बेजोड़ संगम वाराणसी की नीतू सिंह की कहानी प्रेरित करने वाली है। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि वह एक नमो ड्रोन दीदी हैं और उन्होंने ड्रोन चलाना सीखा है। नीतू ने बताया कि वह ड्रोन से खेतों में खाद छिड़कने का काम करती हैं और एक बीघे के लिए ₹200 लेती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कभी-कभी वह एक दिन में 20 से 25 एकड़ खेतों में छिड़काव कर लेती हैं। नीतू ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में वो 1000 एकड़ से अधिक खेतों में ड्रोन से छिड़काव कर चुकी हैं। बिजनौर की जूली देवी: 15,000 महिलाओं की आवाज बिजनौर की जूली देवी ने प्रधानमंत्री से मिलकर 15,000 महिलाओं का प्रतिनिधित्व किया, जो विदुर पेड़ा समिति से जुड़ी हैं। यह समिति साबुन, मसाला, मल्टीग्रेन आटा, बेसन समेत करीब 150 उत्पाद बनाती है। जूली कहतीं हैं कि 2017 से पहले यूपी में महिलाएं उद्यम कर सकती हैं, यह सोचना भी मुश्किल था। घर से बाहर निकलने में डर लगता था। कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब थी। उन्होंने आगे कहा कि अब हम न केवल घर चलाती हैं, बल्कि बेखौफ होकर अपना उद्यम भी करती हैं। गोरखपुर में डेयरी उद्यम से जुड़ी कौशल्या ने भी पीएम से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि वह एक सफल डेयरी चलाती हैं और हर महीने अच्छी कमाई कर लेती हैं।