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मिशन बिहार: पीएम मोदी और अमित शाह एक साथ 24 अक्टूबर को मैदान में, अलग-अलग जिलों से भरेंगे हुंकार

पटना बिहार चुनाव को लेकर एनडीए ने चुनावी अभियान का बिगुल फूंक दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को समस्तीपुर और बेगूसराय में चुनावी रैली करेंगे, तो वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उसी दिन सीवान और बक्सर में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। 5 दिनों के अंतराल में एक बार फिर शाह बिहार के दौरे पर आ रहे हैं। अमित शाह की 24 अक्तूबर को बिहार में दो सभाएं होंगी। इससे पहले उन्होने छपरा के तरैया में चुनावी रैली की थी। इसी महीने 16 से 18 अक्टूबर तक शाह बिहार दौरे पर रहे थे। वहीं बिहार चुनाव के ऐलान के बाद पहली बार पीएम मोदी 24 अक्टूबर से मिशन बिहार पर आएंगे। जिसकी शुरुआत कर्पूरी ठाकुर की धरती से करेंगे। 24 अक्टूबर को समस्तीपुर और बेगूसराय में चुनावी रैली में लोगों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 30 अक्टूबर को दूसरा बिहार दौरा प्रस्तावित है। इस दिन पीएम मुजफ्फरपुर और छपरा में जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "प्रधानमंत्री का प्रस्तावित बिहार दौरा 24 अक्टूबर को है। बिहार में वह दो जगहों पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे। उनका चुनाव अभियान 24 अक्टूबर को समस्तीपुर से शुरू होगा। वहां से वह बेगूसराय जाएंगे और वहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। उनका दूसरा प्रस्तावित दौरा 29 अक्टूबर को है, जिसकी सूचना बाद में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चूंकि सुरक्षा का मामला है, इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि छठ मनाने वाले आम लोगों को कोई परेशानी न हो, उनका छठ पर ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है। वह आना चाहते थे, लेकिन छठ मनाने वाले आम लोगों को असुविधा होती। इसलिए ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं है। लेकिन 24 अक्टूबर को बिहार में चुनावी समर अपने चरम पर होगा। जब पीएम मोदी और अमित शाह एक साथ, एक दिन बिहार के अलग-अलग जिलों में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं कल (23 अक्टूबर) को पटना में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस है। जिसके बाद गठबंधन के सहयोगी दल चुनार प्रचार करेंगे। पीएम मोदी की रैली का ऐलान चुनावी अभियान की शुरुआत समस्तीपुर से होगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्पूरी ग्राम जाकर समाजवादी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के घर पहुंचेंगे। वहां वह कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि देंगे। इसी कार्यक्रम से प्रधानमंत्री अपने बिहार दौरे और चुनावी रैलियों की औपचारिक शुरुआत करेंगे। पीएम मोदी की बिहार चुनाव के लिए रैली प्रधानमंत्री के दौरे का यह आगाज बेहद प्रतीकात्मक माना जा रहा है, क्योंकि कर्पूरी ठाकुर को बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा और सामाजिक न्याय का प्रतीक माना जाता है। कर्पूरी ग्राम से शुरुआत करके पीएम मोदी एक बार फिर 'सबका साथ, सबका विकास' के संदेश के साथ बिहार में एनडीए की ताकत को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे। जानिए पीएम मोदी की रैली का शेड्यूल जानकारी के मुताबिक, 24 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समस्तीपुर और बेगूसराय में दो बड़ी चुनावी सभाएं करेंगे। इसके बाद उनका अगला चरण 30 अक्टूबर को तय है, जब वह मुजफ्फरपुर और छपरा में रैलियां संबोधित करेंगे। सूत्रों के अनुसार, 2 नवंबर, 3 नवंबर, 6 नवंबर और 7 नवंबर को भी प्रधानमंत्री बिहार के अलग-अलग जिलों में जनसभाएं करेंगे। इन रैलियों के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मोदी के रथ पर सवार बिहार बीजेपी भाजपा नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी की रैलियों से बिहार में एनडीए के चुनावी अभियान को नई ऊर्जा मिलेगी। वहीं राजनीतिक जानकारों का मानना है कि समस्तीपुर से शुरुआत करना एक रणनीतिक कदम है, क्योंकि यह क्षेत्र न सिर्फ समाजवादी राजनीति की धरती रहा है, बल्कि उत्तर बिहार की राजनीति में इसका विशेष प्रभाव है। बिहार में पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होनी है और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी और इसके साथ ही चुनाव के नतीजे सामने आ जाएंगे।  

छात्रा को नहीं मिला था तीसरे राउंड में एडमिशन, हाईकोर्ट ने दी NEET UG केस में फौरन राहत

इंदौर  इंदौर हाई कोर्ट से NEET UG छात्रा को मिली राहत मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक NEET UG की छात्रा को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इंदौर हाई कोर्ट की खंडपीठ ने मंगलवार को छुट्टी के दिन भी सुनवाई करते हुए छात्रा के पक्ष में एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया। इस आदेश […] मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक NEET UG की छात्रा को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। इंदौर हाई कोर्ट की खंडपीठ ने मंगलवार को छुट्टी के दिन भी सुनवाई करते हुए छात्रा के पक्ष में एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया। इस आदेश के तहत छात्रा को तीसरे राउंड की काउंसलिंग में भाग लेने की अनुमति दी गई है, जो उसके भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम है। क्या था मामला? दरअसल, यह छात्रा, जिसका नाम आर्ची अनन्या अग्रवाल है, को NEET की दूसरी काउंसलिंग में सेकंड राउंड में सीट मिल गई थी। लेकिन, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने उसे तीसरे राउंड में भाग लेने से मना कर दिया। इसका तर्क यह था कि जब छात्रा को दूसरी काउंसलिंग में सीट मिल गई है, तो वह तीसरे राउंड में भाग नहीं ले सकती। इंदौर हाई कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए छात्रा के वकील के तर्कों पर गौर किया। वकील ने बताया कि 2024 में इस संबंध में कुछ संशोधन किए गए हैं, जिससे छात्रा को तीसरे राउंड में भाग लेने की अनुमति मिलनी चाहिए। हाई कोर्ट का आदेश इंदौर हाई कोर्ट की डबल बेंच में जस्टिस विजय कुमार शुक्ला और जस्टिस गजेंद्र सिंह ने सुनवाई की। छात्रा के वकील नितिन सिंह भाटी ने अदालत में तर्क दिया कि छात्रा को तीसरे राउंड में भाग लेने के लिए अनुमति दी जानी चाहिए। अंततः, कोर्ट ने आदेश दिया कि जब तक याचिका का निपटारा नहीं हो जाता, तब तक छात्रा को तीसरे राउंड की काउंसलिंग में भाग लेने की अनुमति दी जाए। आर्ची अनन्या अग्रवाल की तैयारी आर्ची अनन्या अग्रवाल ने 22 सितंबर 2025 को NEET की दूसरी काउंसलिंग में श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंस (सीहोर) में सीट प्राप्त की थी। उसने 720 में से **443** अंक प्राप्त किए थे और तीसरे राउंड की काउंसलिंग की फीस भी जमा कर दी थी। अब उसे 22 अक्टूबर 2025 को होने वाली तीसरी काउंसलिंग में भाग लेने की अनुमति प्राप्त हो गई है। क्या कहते हैं नियम? छात्रा को तीसरे राउंड में भाग लेने से रोकने का मुख्य कारण 2018 के नियमों को बताया गया था, जिसमें कहा गया था कि यदि किसी छात्र को दूसरी काउंसलिंग में सीट मिल जाती है, तो वह तीसरे राउंड में भाग नहीं ले सकता। हालांकि, वकील ने 2024 के संशोधन का हवाला देते हुए तर्क किया कि इस मामले में छूट दी जानी चाहिए। हाईकोर्ट ने आदेश जारी किए। इंदौर निवासी छात्रा का नाम आर्ची अनन्या अग्रवाल है। उसे 22 सितंबर 2025 में NEET की दूसरी काउंसलिंग में श्री सत्य सांई यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंस (सीहोर) में सीट अलॉट हो गई थी। उसे 720 में से 443 नंबर मिले थे। उसने तीसरे राउंड की भी फीस भरी थी दो 22 अक्टूबर 2025 को होनी है, लेकिन उसे अनुमति नहीं दी गई। अनुमति नहीं देने का कारण 2018 के नियम का हवाला दिया गया कि भले ही फीस भरी हो लेकिन दूसरी काउंसलिंग में सीट मिलने पर तीसरे राउण्ड में पार्टिसिपेट नहीं कर सकती। इस पर छात्रा के एडवोकेट की ओर से 2024 के संशोधन का तर्क दिया गया कि उसे अनुमति दी जा सकती है। इसमें मंगलवार को इंदौर हाई कोर्ट डबल बेंच में जस्टिस विजय कुमार शुक्ला और जस्टिस गजेंद्रसिंह के समक्ष सुनवाई हुई। उसकी ओर से एडवोकेट नितिन सिंह भाटी ने तर्क रखे।इसमें कोर्ट आदेश दिया कि जब तक याचिका तय नहीं होती तब तक छात्रा को अनुमति दें। थर्ड राउंड की काउंसलिंग बुधवार 22 अक्टूबर को है। अब वह इसमें वह शामिल हो सकेगी। भविष्य की उम्मीदें इस निर्णय से आर्ची अनन्या अग्रवाल और उसके परिवार में खुशी का माहौल है। छात्रा अब तीसरे राउंड की काउंसलिंग में भाग लेकर अपने मेडिकल करियर की दिशा में एक और कदम बढ़ा सकती है। यह निर्णय न केवल आर्ची के लिए, बल्कि अन्य छात्रों के लिए भी एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है, जो अपने हक के लिए लड़ने की प्रेरणा ले सकते हैं। इस तरह के मामलों में न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इंदौर हाई कोर्ट ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए छात्रा के भविष्य को संवारने में मदद की है। यह निर्णय निश्चित रूप से उन छात्रों के लिए एक उम्मीद की किरण है जो कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।     एमपी के 75 छात्रों के लिए दोबारा होगी NEET-UG परीक्षा इस प्रकार, इंदौर हाई कोर्ट ने एक बार फिर साबित किया है कि न्याय की राह में किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।  

राम मंदिर से लेकर दिवाली तक नफरत — सीएम योगी ने अखिलेश पर बोला जोरदार हमला

लखनऊ  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी समारोह के तहत गोरखपुर के बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में मंगलवार को आयोजित कुटुम्ब स्नेह मिलन और दीपोत्सव के राष्ट्रोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस व सपा पर जमकर हमला किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के अयोध्या में दीवाली को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए योगी ने कहा कि अखिलेश यादव के बयान से साफ हो गया है कि उनको अयोध्या में प्रभु राम के भव्य मंदिर और देवी-देवताओं से ही नहीं, दिवाली से भी नफरत है। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि गद्दी विरासत में मिल सकती है पर बुद्धि नहीं। बिना विवेक वाले लोग ही दीवाली का विरोध कर सकते हैं। बबुआ ने प्रजापति समाज के लोगों का अपमान किया है। उन्हें नहीं मालूम है कि दो करोड़ लोग मिट्टी के दीयों से लेकर बर्तन के कारोबार से जुड़े हुए हैं। मिट्टी के उत्पाद आर्थिक निर्भरता व स्वावलंबन का प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के लोग अयोध्या में प्रभु राम के मंदिर का विरोध करते हैं। ये लोग कंस और दुर्योधन की प्रतिमा लगाने चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 6 करोड़ लोगों ने अयोध्या में प्रभु राम का दर्शन किया। प्रयागराज में महाकुंभ के 66 करोड़ से अधिक लोग साझी बने। लेकिन सपा और कांग्रेस के लोग इसमें शुरुआत से ही खोट निकाल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कोर्ट में कहा था कि भगवान राम और कृष्ण मिथक हैं। सपा ने निर्ममता के साथ राम भक्तों पर गोलियां चलाई थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में मंदिर को लेकर कांग्रेस और सपा के लोग सवाल करते थे तो संघ का स्वयंसेवक कहता था कि राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे। संघ और रामभक्तों का संकल्प ही है कि अयोध्या में प्रभु राम का भव्य मंदिर दिव्य और भव्य रूप में दिख रहा है। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक ने सरकार की प्रताड़ना से उफ तक नहीं किया। वह विचलित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर एक संदेश है कि प्रयास जारी रखिए सफलता जरूर मिलेगी। हलाल उत्पाद खरीदने से बचें मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने ब्रिटिश और फ्रांस के उपनिवेश के खिलाफ ही लड़ाई नहीं लड़ी, राजनीतिक इस्लाम को लेकर भी मोर्चा लिया था। अब भी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के रूप में राजनीतिक इस्लाम को बढ़ाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि हलाल उत्पाद पर प्रदेश में रोक लगाई गई है। हलाल उत्पाद खरीद से मिलने वाले रुपये से ही धर्मांतरण, लव जिहाद और आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। मुख्यमंत्री ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने पर जोर दिया। इसके पूर्व प्रांत प्रचारक रमेश ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि सनातन, भारत और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में कोई फर्क नहीं है। तीनों एक ही हैं। यह दुनिया का पहला संगठन है जो स्वावलंबी है। इस दौरान गोरक्षप्रांत के संघ प्रमुख डॉ. महेंद्र अग्रवाल ने भी लोगों को संबोधित किया। जीवन के विभिन्न अंग में काम कर रहा संघ मुख्यमंत्री ने कहा कि संघ ने जीवन के विभिन्न अंग में काम किया। जहां सरकार नहीं पहुंच सकी वहां संघ ने काम किया। पूर्वोत्तर राज्यों में संघ को अपने स्वयंसेवकों को खोना पड़ा। लेकिन वह अपने मिशन पर लगे रहे। अस्सी के दशक में गोरखपुर वनवासी आश्रम की स्थापना की। पूर्वोत्तर के राज्यों से आने वाले बच्चे पढ़कर निकले को मुख्यधारा से जुड़े। उन्होंने कहा कि संघ की यात्रा दूरदर्शी है। इसका दूरगामी परिणाम मिला है। नक्सलवाद को लेकर संघ का काम अच्छा है। शिक्षा के क्षेत्र में संघ ने सनातन के साथ पीढ़ी को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक को देश का नेतृत्व मिला तो दुनिया उसके पराक्रम और दूरदर्शी सोच को देख रही है।  

टीम में बड़ा बदलाव! भारत के खिलाफ दूसरे वनडे से बाहर हुए जोश फिलिप, जानिए क्या है वजह

नई दिल्ली  भारतीय टीम की ऑलराउंडरों पर बहुत अधिक निर्भरता की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार को एडिलेड में होने वाले दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में कड़ी परीक्षा होगी। एक बार फिर से सभी की निगाहें विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टिकी रहेंगी जो अच्छा प्रदर्शन करके श्रृंखला बराबर करने में अपना योगदान देना चाहेंगे। तीन मैचों की श्रृंखला का पहला एकदिवसीय मैच में भारत के लिए कुछ भी अच्छा नहीं रहा। बारिश के लगातार व्यवधान के कारण भारतीय बल्लेबाजी प्रभावित हुई और आखिर में उसे सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय गेंदबाज भी प्रभावित नहीं कर पाए थे लेकिन मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल जैसे गेंदबाजों को केवल 131 रन के लक्ष्य का बचाव करना था जो आसान काम नहीं था। एडिलेड ओवल में भी चुनौतियां अलग नहीं होंगी, क्योंकि मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों के सामने कड़ी चुनौती पेश करने के लिए तैयार हैं। ऑस्ट्रेलियाई ग्रीष्म ऋतु के शुरू होने के साथ ही, देश की नई पिचों पर उछाल और गति होती है और ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया ने पिछले मैच के हीरो बाएं हाथ के स्पिनर मैट कुहनेमैन को रिलीज कर दिया है और अनुभवी लेग-ब्रेक गेंदबाज एडम ज़म्पा अपने बच्चे के जन्म के बाद वापस आ गए हैं। इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी की भी वापसी हुई है। यशस्वी जायसवाल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी के बेंच पर बैठे रहने से रोहित शर्मा पर अच्छा प्रदर्शन करने का भारी दबाव है। यह पूर्व कप्तान इससे अच्छी तरह वाकिफ है और इसलिए उन्होंने मैच से पहले जमकर अभ्यास किया। वह एडिलेड ओवल के अभ्यास मैदान में कम से कम 45 मिनट पहले पहुंच गए, जबकि कुछ अन्य सदस्य वैकल्पिक नेट सत्र के लिए उनके साथ शामिल हुए। कोचिंग स्टाफ से एकमात्र व्यक्ति जो नेट्स पर मौजूद था, वह थे मुख्य कोच गौतम गंभीर। उनके साथ दो थ्रो-डाउन विशेषज्ञ दयानंद गरानी और राघवेंद्र भी थे। बाकी कोचिंग स्टाफ कुछ देर बाद आया। वास्तव में, रोहित जिस पहले नेट पर उतरे थे, वह गीला था और थ्रो-डाउन गेंदें सीधे गेंद की लम्बाई से बाहर जा रही थीं। यह भांपते हुए कि टीम का सबसे सीनियर खिलाड़ी चोटिल हो सकता है, कोच गंभीर ने उन्हें दूसरे नेट पर अभ्यास करने के लिए कहा जिस पर रोहित ने लंबे समय तक बल्लेबाजी की। रोहित ने जहां जमकर अभ्यास किया वहीं कोहली ने मंगलवार को नेट पर काफी समय बिताने के बाद विश्राम किया। बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वे दोनों बहुत अच्छी लय में दिख रहे हैं। उन्होंने कल बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। इसलिए मुझे लगता है कि वे वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं।’’ हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति हमेशा ही सीमित ओवरों की टीम के संतुलन को प्रभावित करती है और यह एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया में स्पष्ट हुआ, जहां उनकी कमी खल रही है। वॉशिंगटन सुंदर और नीतीश रेड्डी के साथ नंबर आठ तक बल्लेबाज रखने का गंभीर का तरीका एक व्यावहारिक विकल्प है या नहीं, यह श्रृंखला समाप्त होने तक स्पष्ट हो जाएगा। कोटक ने कहा, ‘‘हार्दिक जैसे खिलाड़ी का न होना हमेशा बड़ा नुकसान होता है। लेकिन अगर हम सकारात्मक पक्ष देखें तो नीतीश को खेलने का मौका मिल रहा है और हम उसे निखारने की कोशिश कर रहे हैं।‘‘ उन्होंने कहा, ‘‘हर टीम को एक ऑलराउंडर की ज़रूरत होती है और हम उसे उस भूमिका में ढालने की कोशिश कर रहे हैं। इस लिहाज़ से यह एक अच्छी तैयारी है। लेकिन हार्दिक जैसे खिलाड़ी की कमी किसी भी टीम को खलेगी।’’ इस बात की पूरी संभावना है कि भारत दूसरे मैच में भी उन्हें 11 खिलाड़ियों के साथ खेलेगा जो पहले मैच में खेले थे। वॉशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव गेंदबाजी में अच्छे विकल्प होते लेकिन एडिलेड ओवल की बाउंड्री छोटी हैं और यहां कलाई का यह स्पिनर रन लुटा सकता है। टीम इस प्रकार हैं: भारत: शुभमन गिल (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), यशस्वी जयसवाल, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा। ऑस्ट्रेलिया: मिशेल मार्श (कप्तान), जेवियर बार्टलेट, एलेक्स केरी, कूपर कोनोली, नाथन एलिस, जोश हेजलवुड, ट्रैविस हेड, मार्नस लाबुशेन, मिशेल ओवेन, जोश फिलिप, मैथ्यू रेनशॉ, मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल स्टार्क, एडम ज़म्पा। समय: मैच भारतीय समयानुसार सुबह 9:00 बजे शुरू होगा।  

फसल बचाने की जुगाड़: शाजापुर में हेलीकॉप्टर से हांका देकर हिरणों को किया काबू

शाजापुर   शाजापुर जिले में किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए एक ऐतिहासिक अभियान चलाया गया है. दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों की मदद से 45 काले हिरणों (कृष्णमृग) को पकड़ा गया और उन्हें गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ा गया  यह ऑपरेशन जिले के इमलीखेड़ा गांव में चलाया गया. इस दौरान हेलीकॉप्टर और बोमा तकनीक का उपयोग करते हुए नीलगाय और काले हिरणों को पकड़ा गया.शाजापुर जिला कलेक्टर रिजु बाफना ने बताया, "दक्षिण अफ्रीका की एक टीम और वन विभाग की मदद से इमलीखेड़ा से पकड़े गए काले हिरणों को बिना किसी पशु हानि के गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ा गया." उन्होंने पुष्टि की कि 45 काले हिरणों को हेलीकॉप्टर की मदद से पकड़ा गया था. क्या है बोमा तकनीक दक्षिण अफ्रीका की एक लोकप्रिय विधि है, जिसमें जानवरों को हेलीकॉप्टर का उपयोग करके झुंड में एक बाड़े (पेन) में खदेड़कर पकड़ा जाता है.  इस पहल का उद्देश्य जिले में जंगली जानवरों (नीलगाय और कृष्णमृग) द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की लंबे समय से चली आ रही समस्या का समाधान करना है. वन विभाग ने एक वीडियो शेयर करते हुए इसे 'वन्यजीवों के संतुलन की दिशा में ऐतिहासिक कार्य' बताया है. सरकार के अधिकारियों के अनुसार, यह पहला मौका है जब मध्य प्रदेश के खेतों से काले हिरणों को दक्षिण अफ्रीकी तकनीक की मदद से पकड़कर जंगलों में छोड़ा गया है. यह अभियान केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अनुमति और राज्य सरकार की सहमति से चलाया जा रहा है.

दक्षिणी मध्यप्रदेश में एक्टिव हुआ सिस्टम, 15 जिलों में बारिश और गरज-चमक की चेतावनी

 इंदौर मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट बदल चुका है। दक्षिणी हिस्से में सक्रिय हुए नए सिस्टम की वजह से मंगलवार से ही आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने बुधवार को भी इंदौर, बुरहानपुर, बैतूल, खरगोन, धार, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट समेत 15 जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। दिवाली की रात जबलपुर में तेज बारिश ने जहां लोगों को चौंका दिया, वहीं मंगलवार को भोपाल और आसपास के जिलों में बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी हुई। विभाग का कहना है कि अगले तीन दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा, जबकि नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर तेजी से बढ़ने की संभावना है। अरब सागर में सिस्टम एक्टिव, असर MP तक दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बना लो प्रेशर एरिया अगले 24 घंटों में और मजबूत हो सकता है। साथ ही, समुद्र में चक्रवातीय गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं, जिनका प्रभाव विशेष रूप से मध्यप्रदेश के दक्षिणी इलाकों में पड़ेगा। रात में ठंड, दिन में गर्मी राज्य में मौसम के इस बदलाव का असर तापमान पर भी साफ नजर आ रहा है। रातें ठंडी हो गई हैं, जबकि दिन में धूप के कारण गर्मी बनी हुई है। भोपाल में रात का तापमान गिरकर 17.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इंदौर में 18.6 डिग्री, ग्वालियर और उज्जैन में 19.5 डिग्री, जबकि जबलपुर में 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सबसे कम तापमान राजगढ़ में 15.4 डिग्री रहा। नवंबर से पड़ेगी कड़ाके की ठंड मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह से तेज ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो जनवरी के अंत तक रहेगा। इस बार फरवरी तक ठंड का असर महसूस किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2010 के बाद यह सबसे सर्द सर्दी हो सकती है। साथ ही, सर्दियों में सामान्य से ज्यादा बारिश की भी संभावना है। विदा हो चुका है मानसून, फिर भी जारी है बारिश मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि मध्यप्रदेश से मानसून 13 अक्टूबर को विदा हो चुका है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाले सिस्टम के कारण छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी है। इस साल प्रदेश में मानसून की एंट्री 16 जून को हुई थी और कुल 3 महीने 28 दिन सक्रिय रहा। बारिश में कई जिलों ने तोड़ा रिकॉर्ड इस मानसून सीजन में प्रदेश के कई जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। गुना सबसे अधिक बारिश वाला जिला रहा, जहां 65.7 इंच पानी गिरा। वहीं श्योपुर में 216.3% बारिश दर्ज की गई। ग्वालियर-चंबल संभाग में औसत से दोगुनी बारिश हुई। हालांकि, शाजापुर ऐसा जिला रहा जहां सबसे कम 28.9 इंच (81.1%) वर्षा हुई, जो भारी कमी की श्रेणी में आता है। उज्जैन, सीहोर और बैतूल में कोटा पूरा तो नहीं हुआ, लेकिन सामान्य के करीब वर्षा हुई। 

इन शहरों में तेल की कीमतों ने लगाई बढ़ोतरी की रफ्तार, चंडीगढ़ भी शामिल

चंडीगढ़  वाहन चालकों के लिए बेहद ही खास खबर सामने आई है। दरअसल, भारत के कई शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ गई हैं। अगर आप भी वाहन में पेट्रोल भरवाने के लिए जा रहे हैं तो अपने शहर के ताजा रेट जान लें। आपको बता दें कि, चंडीगढ़ सहित कई शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम पड़ गए हैं। पेट्रोल की कीमतें (प्रति लीटर) चंडीगढ़:  94.30 रुपए नई दिल्ली: 94.77 रुपए हैदराबाद:  107.46 रुपए जयपुर: 104.72 रुपए लखनऊ:  94.69 रुपए पटना:  105.58 रुपए कोलकाता: 105.41 रुपए मुंबई: 103.50 रुपए गुड़गांव: 95.50 रुपए नोएडा: 94.77 रुपए बैंगलोर: 102.92 रुपए डीजल की कीमतें (प्रति लीटर) चंडीगढ़:  82.45 रुपए नई दिल्ली:  87.67 रुपए हैदराबाद:  95.70 रुपए जयपुर:  90.21 रुपए लखनऊ: 87.81 रुपए पटना: 91.81 रुपए कोलकाता: 92.02 रुपए मुंबई:  90.03 रुपए गुड़गांव: 87.97 रुपए नोएडा: 87.89 रुपए बैंगलोर: 90.99 रुपए 

इंटरनेट ब्राउज़िंग में क्रांति: OpenAI का नया ब्राउज़र देगा Chrome को टक्कर

मुंबई  इंटरनेट ब्राउज़िंग का ढर्रा बदलने के लिए OpenAI ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अपने लोकप्रिय चैटबॉट ChatGPT को सीधे ब्राउजर में समाहित करते हुए अपना नया ब्राउजर ChatGPT Atlas लॉन्च किया है। अब सिर्फ एक टैब खोलने या वेबसाइट बदलने की बजाय, ChatGPT आपके ब्राउज़र के भीतर एक सहायक-प्रकार की भूमिका निभाएगा चाहे आप आर्टिकल पढ़ रहे हों, प्रोडक्ट्स कॉम्पेयर कर रहे हों या ऑफिस का काम कर रहे हों। Atlas फिलहाल macOS प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है और जल्दी ही Windows, iOS तथा Android के लिए भी रोल-आउट होने जा रहा है। इसमें Sidebar के माध्यम से ChatGPT आपके वर्तमान टैब को समझेगा, इनलाइन एडिटिंग करेगा और “Agent Mode” के जरिये आपके लिए सीधे काम भी कर सकता है जैसे ऑनलाइन शॉपिंग करना या डॉक्यूमेंट एडिट करना। अगर आप ब्राउज़िंग अनुभव को नया रूप देना चाहते हैं जहां सर्च, चैट, ऑटोमेशन सब एक साथ हों तो ChatGPT Atlas आपके लिए दिलचस्प ऑप्शन हो सकता है। डाउनलोड कैसे करें और किन बातों को ध्यान में रखना है। OpenAI Atlas Browser के मुख्य फीचर्स AI Integration वाला Browser Atlas Browser दुनिया का पहला ऐसा ब्राउज़र है जो ChatGPT की AI टेक्नोलॉजी से पूरी तरह इंटीग्रेटेड है। इसका मतलब है कि यूज़र्स अब किसी भी वेबसाइट पर सर्फिंग करते वक्त सीधे AI से सवाल पूछ सकते हैं, सारांश बना सकते हैं या किसी भी कंटेंट को तुरंत समझ सकते हैं। अगर आप किसी आर्टिकल या रिपोर्ट को पढ़ रहे हैं, तो Atlas खुद उसका AI Summary बना देगा। साथ ही, आप चाहें तो नोट्स सेव कर सकते हैं या किसी भी टेक्स्ट को हाइलाइट करके उसका सरल एक्सप्लेनेशन पा सकते हैं। Voice Command और Chat Mode इस ब्राउज़र में इनबिल्ट वॉइस चैट की सुविधा है। यानी आप बोलकर सवाल पूछ सकते हैं और Atlas AI आपको जवाब देगा बिना किसी टाइपिंग के। ChatGPT की तरह ही इसमें Chat Mode दिया गया है जहां आप किसी भी वेबपेज पर इंटरएक्टिव बातचीत कर सकते हैं। OpenAI ने दावा किया है कि Atlas में Zero Tracking Policy है। यानी आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री, पासवर्ड या डेटा किसी थर्ड पार्टी के साथ शेयर नहीं किया जाता। यह Chrome या Edge की तुलना में काफी ज्यादा सिक्योर है। Atlas Browser को Windows, macOS, और iOS के लिए लॉन्च किया गया है। Android वर्ज़न पर कंपनी फिलहाल काम कर रही है, जो जल्द रिलीज़ किया जाएगा। AI Search Assistant पारंपरिक सर्च की बजाय इसमें AI-Powered Search दिया गया है जो आपके सवाल का सीधा जवाब देता है न कि सिर्फ लिंक की लिस्ट। इससे रिसर्च और ब्राउज़िंग काफी तेज़ और उपयोगी हो जाती है। Atlas Browser में आप अपने हिसाब से ChatGPT मॉडल चुन सकते हैं जैसे GPT-4 Turbo या GPT-5 ताकि परफॉर्मेंस और प्राइसिंग दोनों में बैलेंस बना रहे। अगर आप पहले से ChatGPT यूज़र हैं, तो उसी अकाउंट से Atlas में लॉगिन कर सकते हैं। इससे आपकी चैट हिस्ट्री और प्रॉम्प्ट्स अपने आप सिंक हो जाते हैं। AI Screenshot Explainer एक यूनिक फीचर है जहां आप किसी इमेज या स्क्रीनशॉट को अपलोड करें, और Atlas आपको बताएगा कि उसमें क्या दिख रहा है, उसका एनालिसिस या सारांश क्या है। Atlas सिर्फ ब्राउज़र नहीं, बल्कि एक AI Workspace भी है जहां आप अपने ईमेल, डॉक्युमेंट्स और वेबपेजेस को एक ही जगह मैनेज कर सकते हैं। OpenAI Atlas कैसे डाउनलोड करें 1. Mac पर कोई भी ब्राउजर खोलें और chatgpt.com/atlas पर जाएं। 2. macOS के लिए उपलब्ध इंस्टॉलर फ़ाइल (.dmg फ़ॉर्मेट) डाउनलोड करें 3. डाउनलोड की गई फ़ाइल खोलें और Atlas ऐप को ऐप्लिकेशन फ़ोल्डर में ले जाएं। 4. ऐप्लिकेशन से Atlas लॉन्च करें और सेटअप प्रक्रिया शुरू करें।

मोदी-ट्रंप रिश्तों में आएगा नया मोड़? जल्द हो सकती है अहम मुलाकात

नई दिल्ली पीएम नरेंद्र मोदी मलयेशिया के दौरे पर आसियान समिट में जा सकते हैं। यदि वह ASEAN समिट में गए तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात हो सकती है और इस पर दुनिया भर की नजरें होंगी। वह आसियान समिट से इतर डोनाल्ड ट्रंप से मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर इस दौरान बात हो सकती है। पाकिस्तान और अमेरिका के बीच बीते कुछ महीनों में करीबी बढ़ती दिखी है और ऐसी स्थिति में नरेंद्र मोदी और ट्रंप की मुलाकात के मायने क्या होंगे, यह देखने वाली बात होगी। अमेरिका ने जिस तरह पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को तवज्जो दी है और उन्हें वाइट हाउस तक बुलाया था, उससे कयास लग रहे हैं कि एक बार फिर से शीत युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं। तब भारत गुटनिरपेक्षता की राजनीति करते हुए एक तरह से रूस के ब्लॉक में था। वहीं अमेरिका की गोद में पाकिस्तान बैठा था। एक बार फिर से रूस और भारत का विरोध करते हुए अमेरिका उसी रणनीति पर आगे बढ़ता दिखता है। ऐसे हालात में पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मीटिंग में क्या निकलता है, यह चर्चा का विषय है। अब तक सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट नहीं किया है कि पीएम नरेंद्र मोदी का ASEAN समिट में जाना तय है या नहीं। लेकिन दौरे से इनकार भी नहीं है। बता दें कि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कह चुके हैं कि वह 26 अक्तूबर से होने वाले ASEAN समिट में जाएंगे और पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की उम्मीद है। इससे पहले दोनों नेताओं की आखिरी मुलाकात इस साल फरवरी में हुई थी, जब पीएम नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय वार्ता के लिए अमेरिका गए थे। लेकिन रिश्तों के बिगड़ने की शुरुआत तब हुई, जब अमेरिका की ओर से भारत पर मोटा टैरिफ लगाया गया। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप की ओर से बार-बार दावे हुए कि उन्होंने जंग रुकवाई है। इस बात ने भी भारत को असहज किया है और दोनों देशों के रिश्ते निचले स्तर पर पहुंचे हैं।

राजनीतिक मास्टरस्ट्रोक! तेजस्वी यादव का वादा – संविदा कर्मियों को स्थायीत्व, जीविका दीदियों को मिलेगा सम्मान और सैलरी

पटना  बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई बड़े चुनावी ऐलान किए हैं. उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों को हम लोग 30 हजार वेतन और सरकारी कर्मचारी दर्जा देंगे. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि हमारी सरकार बनने के बाद सभी संविदा कर्मियों को स्थाई किया जाएगा. इस पहले तेजस्वी ने पहला चुनावी वादा करते हुए कहा था कि हमारी सरकार बनने के बाद 20 महीने के अंदर हर परिवार में सरकारी नौकरी होगी. उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को 10 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर देने का काम किया गया, जिसे यह सरकार वापस कराएगी. तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने हर घर नौकरी का ऐलान किया था और आज इसके बारे में एक ऐतिहासिक घोषणा करने जा रहे हैं.  तेजस्वी यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार से पूरा बिहार गुस्से में है, डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार और अपराध है. इस सरकार ने हमारी योजनाओं की नकल की. तेजस्वी यादव ने कहा कि नामांकन का दौर खत्म हो चुका है और अब चुनाव प्रचार का समय आ गया है. बिहार की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है और लोग डबल इंजन की सरकार से त्रस्त हैं. बेरोजगारी और महंगाई से परेशान जनता के लिए उन्होंने कई घोषणाएं की थीं, लेकिन वर्तमान सरकार ने उनकी योजनाओं की नकल की.  तेजस्वी यादव ने कहा, "दौरे के वक्त मुझसे जीविका दीदियों का समूह मिला था, जिनकी बातें सुनकर उन्होंने यह फैसला किया है. अगर मेरी सरकार बनती है, तो जीविका दीदियों में से जो CM दीदी हैं, उन्हें स्थाई नियुक्ति दी जाएगी. साथ ही, उनकी नौकरी को भी स्थाई किया जाएगा. कर्ज माफी का वादा तेजस्वी यादव ने कहा कि जीविका दीदियों द्वारा लिए गए सभी ऋणों के ब्याज को माफ किया जाएगा. साथ ही अगले दो साल तक उन्हें ब्याज मुक्त ऋण देने की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि जीविका समूह की दीदियों को अन्य सरकारी कार्यों के लिए हर महीने 2,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा तेजस्वी ने कहा कि  दीदियों को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर दिया जाएगा. जीविका समूह की अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष को मानदेय देने का भी ऐलान किया गया. BETI-माई योजना तेजस्वी यादव ने बताया कि जल्द ही “BETI योजना” और “माई योजना” शुरू की जाएगी. उन्होंने समझाया कि BETI योजना का अर्थ है – बेनिफिट, एजुकेशन, ट्रेनिंग और इनकम. इस योजना के तहत सरकार बेटियों के जन्म से लेकर आय के साधन तक हर कदम पर मदद करेगी. स्थायी सरकारी नौकरी का वादा तेजस्वी यादव ने इस मौके पर संविदाकर्मियों के लिए भी बड़ा वादा किया. उन्होंने कहा कि बिहार के सभी संविदाकर्मियों को स्थायी सरकारी नौकरी का दर्जा दिया जाएगा. जो कर्मचारी एजेंसी के माध्यम से काम कर रहे हैं, उन्हें भी स्थायी किया जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि संविदाकर्मी बिना सुरक्षा, वेतन गारंटी और छुट्टी के काम करने को मजबूर हैं. कई बार बिना कारण बताए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाती हैं, और वेतन से 18 प्रतिशत जीएसटी तक काटा जाता है. तेजस्वी यादव ने कहा, “यह संविदाकर्मियों के सम्मान और सुरक्षा से जुड़ा ऐतिहासिक फैसला होगा. अब उन्हें स्थायित्व और अधिकार दोनों मिलेंगे.” उन्होंने आगे कहा कि जीविका दीदियों को स्थाई नियुक्ति के साथ 30 हजार रुपये प्रतिमाह का वेतन दिया जाएगा. इसके अलावा, जीविका दीदियों को दिए गए ऋण माफ किए जाएंगे. उन्हें ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा, और 2 साल तक के लोन पर कोई ब्याज नहीं लगेगा. महिलाओं के लिए 'BETI' और 'MAA' योजना तेजस्वी यादव ने महिलाओं के लिए 'BETI' योजना लाने की घोषणा की. इसके अलावा, उन्होंने 'MAA' योजना लाने का भी ऐलान किया है, जिसका अर्थ उन्होंने इस प्रकार बताया: M से मकान, A से अन्न, और A से आमदनी. यह जीविका दीदियों के बाद उनकी दूसरी सबसे बड़ी घोषणा है, जो महिलाओं को ध्यान में रखकर की गई है. तेजस्वी यादव ने संविदा कर्मियों के लिए भी ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार आती है, तो संविदा कर्मियों को स्थाई किया जाएगा. उन्होंने वादा किया कि संविदा कर्मियों की नौकरी को भी स्थाई कर दिया जाएगा.