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मरवाही में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का दौरा, विधायक प्रणव मरपच्ची के परिवार से मुलाकात

रायपुर  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज गौरेला-पेंड्रा- मरवाही जिले के मरवाही के दौरे पर रहेंगे। वे मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची की माता के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने उनके गृहग्राम ऐठी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार, मुख्यमंत्री दोपहर 1 बजे रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होंगे और करीब 2 बजे मरवाही के ऐठी गांव पहुंचेंगे। वहां वे लगभग 50 मिनट तक रुककर विधायक प्रणव मरपच्ची व उनके परिजनों से भेंट करेंगे। इसके बाद दोपहर 2:55 बजे रायपुर के लिए वापसी करेंगे। मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए मरवाही प्रशासन और पुलिस विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। ऐठी गांव में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। प्रशासनिक अधिकारी सुबह से ही गांव में मौजूद हैं और दौरे की तैयारियों पर लगातार नजर रखे हुए हैं। 

छठ की छुट्टियों में ट्रेनों में भारी भीड़, जगह न मिलने से यात्री परेशान

पटना   छठ पूजा का त्यौहार है, ऐसे में तमाम कामगार मजदूर छठ पूजा के लिए बिहार अपने घर को जा रहे हैं. लोग स्पेशल ट्रेनों की जगह रेगुलर चलने वाली ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं. रेगुलर चलने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ है, लोग गेट पर और टॉयलेट तक में बैठे हुए हैं. घर पहुंचने के लिए लोग रातभर खड़े होकर यात्रा कर रहे हैं, बैठने तक की जगह नहीं है. ट्रेनों में भीड़ को लेकर DDU जंक्शन से  ग्राउंड रिपोर्ट. दरअसल, रेलवे के दावों के इतर जमीनी हकीकत कुछ और है. ट्रेनों में बिहार जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ है. कोई 15 से 20 घंटे खड़े होकर, तो कोई टॉयलेट या फर्स पर बैठ कर यात्रा करने को मजबूर है. कमोबेश हर रेगुलर ट्रेन का यही हाल है. गेट पर लटककर जा रहे हैं घर यात्री विकास सिंह ने  बातचीत में बताया कि वह बनारस से आ रहे हैं और दिलदारनगर जा रहे हैं. वह बनारस रहकर पढ़ाई करते हैं. उन्होंने बताया कि ट्रेन में भीड़ बहुत अधिक है. इसकी वजह से गेट पर लटककर जा रहे हैं. बनारस स्टेशन पर भी भीड़ थी. इसलिए यहां ऑटो से डीडीयू जंक्शन आए, ताकि भीड़ कम हो, लेकिन यहां भी भीड़ वैसे ही है. वहीं उन्होंने बताया कि एक तो ट्रेन लेट है, दूसरा बैठने को भी जगह नहीं है. छठ पूजा मेंयूपी-बिहार के लोग घर जाते हैं. रेलवे को इस पर ध्यान देना चाहिए. भीड़ की वजह से कहीं किसी यात्री के साथ हादसा न हो जाए. स्पेशल ट्रेनें और चलानी चाहिए. टॉयलेट में भी घुसे हुए हैं लोग एक और यात्री इम्तियाज अहमद ने तचीत में बताया कि हम मध्य प्रदेश से आ रहे हैं, लेकिन यहां आए तो देखा  बनारस में भी भीड़ थी और डीडीयू जंक्शन पर भी भीड़ है. ट्रेन भी बहुत लेट चल रही है. हम कई घंटों से खड़े होकर आ रहे हैं. हम सभी यात्रियों का बुरा हाल है. सभी डब्बे खचाखच भरे हुए हैं. लोग एक दूसरे के ऊपर बैठे हुए हैं. टॉयलेट में भी लोग घुसे हुए हैं. जैसे तैसे लोग छठ पूजा पर घर पहुंचना चाहते हैं. हादसे की बढ़ गई है आशंका  बता दें कि छठ पूजा जैसे बड़े पर्व पर रेलवे की सीमित व्यवस्था यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. भीड़ के चलते हादसे की आशंका भी बढ़ गई है. जरूरत है कि रेलवे प्रशासन अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाए और भीड़ प्रबंधन पर ठोस कदम उठाए, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुगमता से अपने घर पहुंच सकें.  

महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में तय हुआ, तेजस्वी यादव CM उम्मीदवार और मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री

पटना  बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने बड़ा ऐलान करते हुए तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पटना के होटल मौर्य में हुई इस अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस, वामदलों और अन्य सहयोगी दलों ने मिलकर यह फैसला किया कि आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने ऐलान करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री के चेहरा होंगे. बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन ने गुरुवार को पटना के होटल मौर्य में बहुप्रतीक्षित प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार की जनता को बड़ा संदेश दिया. इस संयुक्त प्रेस वार्ता में महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं ने भाग लिया और अपनी-अपनी बात रखी. इस दौरान पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और वे मुख्यमंत्री के चेहरे होंगे. बिहार चुनाव के पहले चरण से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर जारी मतभेदों के बीच, महागठबंधन ने आज एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. महागठबंधन तेजस्वी यादव को अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित कर दिया है. कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक गहलोत ने महागठबंधन के जीतने पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के नाम का ऐलान किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक गहलोत, मुकेश सहनी, दीपांकर भट्टाचार्य समेत अन्य नेताओं ने भाग लिया. VIP के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि साढ़े तीन साल से इस दिन का इंतजार था और उन्होंने शपथ ली थी कि बीजेपी को तोड़ने का अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक लक्ष्य पूरा नहीं होता. वहीं CPIML के जेनरल सचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि NDA सरकार को लग रहा था कि बिहार में अब कुछ नहीं होगा, लेकिन महागठबंधन के साथ पूरे बिहार के युवा, महिला और गरीब ने संकल्प लिया है कि इस बार सरकार बदली जाएगी. अशोक गहलोत ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि देश में ध्रुवीकरण बढ़ गया है और आलोचना करने पर लोगों को जेल में डाल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के कामकाज पर भी सवाल उठते हैं और PM से लेकर गृह मंत्री तक धनबल के आधार पर राजनीति कर रहे हैं. अन्य नेताओं ने भी महागठबंधन की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि यह गठबंधन पूरी तरह से मजबूत है और जनता बदलाव चाहती है। राहुल गांधी और खगड़े द्वारा करवाए गए सर्वे के बाद यह निर्णय लिया गया कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में जनता के सामने जाएंगे. प्रेस कांफ्रेंस में यह भी साफ किया गया कि बिहार में महागठबंधन एनडीए के खिलाफ मजबूती से खड़ा है और जनता के हित के लिए लड़ाई लड़ रहा है. सभी दलों ने जनता से अपील की कि वे गठबंधन को समर्थन दें और इस चुनाव में बदलाव का संकल्प पूरा करें. तेजस्वी यादव ने कहा, "हम लोग को बिहार बनाने का काम करना है. हम आदरणीय लालू जी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सभी महागठबंधन के साथियों का धन्यवाद देते हैं. जो विश्वास आप लोगों ने हम पर जताया है, उस उम्मीद पर हम जरूर खरे उतरेंगे." – अशोक गहलोत ने कहा कि डिप्टी सीएम चेहरे के तौर पर मुकेश सहनी होंगे. – अशोक गहलोत ने सीएम फेस का ऐलान करते हुए कहा, "सबकी राय लेकर हमने तय किया है कि इस बार के चुनाव में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे." – अशोक गहलोत ने कहा, "देश के जो हालात हैं, उससे चिंतित होना जरूरी है. देश किस दिशा में जा रहा है, कोई नहीं जानता. देश में बेरोजगारी है. हम सब की जिम्मेदारी बनती है, कि ऐसे वक्त में देश क्या चाहता है, हर बात का ख्याल रखा जाए. किसान, मजदूर, आम आदमी, छात्र और युवा सभी के लिए हालात वही हैं. जब ऐसा होता है, तो लोग बदलाव चाहते हैं और इस बार बदलाव होगा. जिस तरह से पब्लिक ने रिस्पॉन्स दिया, पूरे देश ने देखा." इससे पहले महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर तनाव की बाते सामने आई थीं. हालांकि, बुधवार को अशोक गहलोत को पटना पहुंचे, उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की. मीटिंग के बाद उन्होंने कहा कि गठबंधन एकजुट है और चुनाव के लिए तैयार है. – वीआईपी के प्रवक्त ने बताया कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान होगा. आज उपमुख्यमंत्री के चेहरे पर किसी तरह का ऐलान नहीं होने वाला है. – पटना में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव होटल पहुंचे. – महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बने पोस्टर में सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर लगाई गई है. इस पर पप्पू यादव ने कहा, "किसी और नहीं, राहुल गांधी की फोटो पर ही वोट पड़ेंगे." – पप्पू यादव ने कहा, "जब तक सीट वापस न हो, तब तक गठबंधन को कोई कदम नहीं उठाना चाहिए. सामूहिक गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना चाहिए." – बिहार बीजेपी चीफ दिलीप जायसवाल ने कहा, "आपसी मतभेद चल रहा है, एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम कर रहे हैं. ऑफिस में बैठकर दिखा रहे हैं कि हम सब एक हैं. ये लोग सरकार नहीं चला सकते हैं. कांग्रेस और RJD की दोस्ती संभव नहीं है." गहलोत ने सुलझाई महागठबंधन की गुत्थी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की. बातचीत के दौरान कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद थे, जिन्हें बातचीत में आई रुकावट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था. मुख्य विवाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने को लेकर था. कांग्रेस पहले इस पर सहमत नहीं थी, जबकि आरजेडी का पूरा प्रचार अभियान ‘तेजस्वी सरकार’ पर केंद्रित था. सूत्रों के मुताबिक अब कांग्रेस इस मुद्दे पर झुक गई है. कांग्रेस ने सीटों के निष्पक्ष बंटवारे पर भी जोर दिया. मतभेद के चलते कई सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें लगभग छह सीटों पर कांग्रेस-आरजेडी, चार पर भाकपा-कांग्रेस और दो पर वीआईपी-आरजेडी के बीच टकराव देखने को … Read more

मोहन यादव बोले—गाय का दूध बीमारियों से सुरक्षा कवच, फिर खुद को अंडे खाने पर क्यों मजबूर करते हो?

इंदौर  मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अंडों को पौष्टिक आहार के रूप में प्रचारित किए जाने पर तीखा सवाल उठाया और जनता को गाय का दूध पीने की सलाह दी. इस बयान से राज्य में स्कूली बच्चों के भोजन में अंडों को शामिल करने के पुराने राजनीतिक विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है.  CM यादव इंदौर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर हातोद स्थित गौशाला में 'गोवर्धन पूजा' कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य और पौष्टिकता को लेकर गाय के महत्व पर जोर दिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "जिसके घर में गाय होती है, उसके बच्चों समेत परिवार के सभी सदस्य स्वस्थ रहते हैं. यह ईश्वर की लीला है."  इसके बाद मुख्यमंत्री ने देश में अंडों की खपत को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रसिद्ध विज्ञापन जिंगल "संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे" पर सीधे निशाना साधा. CM यादव ने कहा, "क्यों संडे हो या मंडे… ये बेकार की बातें हैं. खुद को अंडे खाने के लिए क्यों मजबूर करते हो? जो अंडे-डंडे खाना चाहते हैं, उन्हें अंडे खिलाते रहो." उन्होंने दृढ़ता से कहा, "गाय का दूध पियो और खुश रहो."  मुख्यमंत्री ने आगे स्पष्ट किया कि  गाय का दूध अमृत है. उसमें सबसे अधिक पोषक तत्व होते हैं. गाय के दूध के सेवन से बीमारियां दूर होती हैं और व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ और आनंदित पाता है. गौ-माता दोहरा पोषण करती है. वह अपने बछड़े के पालन के साथ-साथ मानव जाति का भी पोषण करती हैं हर युग में हर आश्रम में गौ-माता पाली जाती थी और जगह-जगह गौ-पालन होता था. परम्परागत रूप से घरों में पहली रोटी गाय के लिये बनाई जाती है. स्कूली बच्चों के लिए पौष्टिक आहार के रूप में अंडों को बढ़ावा देना मध्य प्रदेश में लंबे समय से विवाद का विषय रहा है. साल 2019 में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने कुपोषण से निपटने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडे परोसने के प्रस्ताव पर विचार किया था.  BJP के नेताओं ने उस समय इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया था और सरकार पर लोगों की धार्मिक मान्यताओं की अवहेलना करने का आरोप लगाया था.   मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस दौरान गौ-संरक्षण के लिए राज्य सरकार की योजनाओं पर भी बात की. उन्होंने कहा कि बीमार और लावारिस गायों की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में 10 हजार से ज्यादा पशुओं को रखने की क्षमता वाली गौशालाएं बनाई जा रही हैं.

लव जिहाद और बहुविवाह पर हिमंत सरमा का कड़ा रुख, जल्द होगा नया कानून लागू

गुवाहाटी  असम की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार आगामी विधानसभा सत्र में लव जिहाद और बहुविवाह को लेकर कानून बनाने की तैयारी कर रही है। हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार अगले सत्र में इन दोनों पर विधेयक पेश करने जा रही है। सीएम ने बुधवार को बताया, "अगला विधानसभा सत्र ऐतिहासिक होगा क्योंकि कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाएंगे। बहुविवाह और लव जिहाद पर प्रतिबंध के साथ-साथ हमारे सत्रों का संरक्षण, चाय बागानों के श्रमिकों को भूमि अधिकार देने सहित अन्य विधेयक शामिल हैं।" उन्होंने आगे कहा, "अगले विधानसभा सत्र में हम लव जिहाद, बहुविवाह और सत्र संरक्षण के खिलाफ कई नए विधेयक लाएंगे। चाय बागानों के श्रमिकों के भूमि अधिकारों पर चर्चा के साथ ही और भी कई विधेयक पेश किए जाएंगे।" असम कैबिनेट ने पहले ही असम सत्र संरक्षण और विकास बोर्ड विधेयक, 2025 को मंजूरी दी है। यह एक निकाय होगा, जिसका उद्देश्य सत्रों और उनके भूमि-संपत्ति का संरक्षण, प्रबंधन, रखरखाव और सतत विकास सुनिश्चित करना है। असम के सत्र वैष्णव मठ हैं, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। इनकी स्थापना 16वीं सदी में हुई थी। मुख्यमंत्री सरमा ने बताया, "इस विधेयक के तहत एक आयोग स्थापित किया जाएगा, जो सत्र भूमि को अतिक्रमण और विवादों से बचाएगा, पारदर्शी शासन के माध्यम से और विरासत पर्यटन व सत्र कला के माध्यम से सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।" विधेयक के अनुसार आयोग के तहत सत्रों की सांस्कृतिक विरासत को डिजिटल संग्रह के माध्यम से सुरक्षित किया जाएगा, जिसमें भूमि, कलाकृतियां और पांडुलिपियों का विवरण होगा, जिससे वैश्विक स्तर पर उनकी पहुंच और संरक्षण सुनिश्चित होगा। आयोग का अध्यक्ष हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त न्यायाधीश होंगे। सदस्य सचिव भूमि अधिग्रहण और सुधार निदेशक, असम होंगे। इसके अलावा, दो सदस्य राज्य सरकार द्वारा नामांकित सत्र संस्थानों के प्रतिनिधि होंगे और एक सदस्य भूमि प्रशासन में अनुभवी सेवानिवृत्त सिविल सेवा अधिकारी (सचिव स्तर या उससे ऊपर) होगा।

बिहार चुनाव से पहले सिग्मा गैंग पर बड़ी कार्रवाई, डीजीपी बोले—दहशत फैलाने की फिराक में था सरगना रंजन पाठक

नई दिल्ली दिल्ली के रोहिणी में बिहार और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार कुख्यात अपराधी मारे गए, जिनमें मोस्ट वांटेड गैंगस्टर रंजन पाठक भी शामिल था. डीजीपी बिहार ने 'आजतक' को बताया कि यह गैंग चुनाव में दहशत फैलाने की साजिश रच रहा था. रंजन पाठक और उसका गैंग सिग्मा एंड कंपनी पिछले छह वर्षों में बिहार के सीतामढ़ी और आसपास के इलाकों में कई बड़े अपराधों को अंजाम दे चुका था. डीजीपी बिहार ने फोन पर बताया कि यह गैंग चुनाव के दौरान बड़ी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था. रंजन पाठक और उसके साथी कॉन्ट्रैक्ट किलर के रूप में काम करते थे. इनके खिलाफ सीतामढ़ी पुलिस लंबे समय से तलाश में थी.  डीजीपी ने कहा कि रंजन और उसका गैंग लगातार 5 बड़े हत्याकांड अंजाम देकर इलाके में दहशत फैलाता रहा. हर हत्याकांड के बाद लोगों में दहशत और आक्रोश पैदा होता था, जिससे स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ गई थी. यह गैंग सिग्मा एंड कंपनी के नाम से जाना जाता था. हाल के दिनों में इस गैंग ने गणेश शर्मा की हत्या की थी. गणेश शर्मा उस इलाके के ब्रह्मर्षि समाज के जिला अध्यक्ष थे, उनकी हत्या से समाज में तनाव फैल गया था. डीजीपी बिहार ने कहा कि जानकारी मिली थी कि यह गैंग मर्डर के बाद दिल्ली में जाकर छिप जाता है. इसी इनपुट के आधार पर बिहार पुलिस ने दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के साथ संपर्क किया और ऑपरेशन को अंजाम दिया. रंजन पाठक और उसका गैंग लंबे समय से बिहार पुलिस के लिए गंभीर चुनौती बन चुका था. एनकाउंटर के दौरान चार जवानों की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी गोली बता दें कि पुलिस के इनपुट मिला था कि गैंग दिल्ली में मौजूद है. इसके बाद दिल्ली और बिहार पुलिस ने  22 और 23 अक्टूबर की दरमियानी रात लगभग 2:20 बजे बताए गए स्थान पर पहुंचकर चेकिंग शुरू की. यह बहादुर शाह मार्ग पर डॉक्टर अंबेडकर चौक से पंसाली चौक तक यह घटना हुई. पुलिस ने बदमाशों का पीछा किया. इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच जबरदस्त गोलीबारी हुई, जिसमें चारों बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद उन्हें तुरंत इलाज के लिए रोहिणी स्थित डॉ. बीएसए अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. एनकाउंटर के दौरान दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर अरविंद, SI मनीष और SI नवीन समेत 4 जवानों की बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी है. जानकारी के मुताबिक, 22 और 23 अक्टूबर की दरम्यानी रात करीब 2:20 बजे दिल्ली के रोहिणी स्थित बहादुर शाह मार्ग पर डॉक्टर अंबेडकर चौक और पंसाली चौक के बीच यह मुठभेड़ हुई. पुलिस टीम को इलाके में अपराधियों के मूवमेंट की सूचना मिली थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस की विशेष टीम ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया. मुठभेड़ के बाद सभी आरोपियों को रोहिणी स्थित डॉ. बीएसए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बताया कि मारे गए अपराधी बिहार में कई हत्या, लूट और फिरौती के मामलों में वॉन्टेड थे. बिहार के डीजीपी विनय कुमार के मुताबिक, इन बदमाशों के पास से AK 47 सहित कई घातक हथियार बरामद हुए हैं. यह गैंग बिहार-नेपाल में कई वारदात को अंजाम दे चुका है. बिहार में वारदात को अंजाम देने के बाद ये सभी नेपाल में छुप जाते थे. कौन था रंजन पाठक? 25 वर्षीय रंजन पाठक बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुरसंड थाना क्षेत्र के मलहई गांव का रहने वाला था. वह लंबे समय से फरार चल रहा था और उस पर पहले 25,000, बाद में 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. रंजन पाठक ‘सिग्मा’ नाम के एक कुख्यात गिरोह का सरगना था, जिसने बिहार के सीमावर्ती जिलों सीतामढ़ी, शिवहर और मधुबनी में दहशत फैला रखी थी. सिग्मा गैंग बिहार का एक उभरता हुआ आपराधिक गिरोह था, जो तस्करी, सुपारी किलिंग और फिरौती जैसे मामलों में सक्रिय था. पुलिस के अनुसार, यह गैंग पिछले कुछ वर्षों से नेपाल की सीमा के पार भी सक्रिय था. गिरोह के सदस्य अक्सर नेपाल भाग जाते थे, जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता था. इस गैंग ने सीतामढ़ी जिले में कई बड़ी हत्याओं को अंजाम दिया था. इनमें सबसे चर्चित ब्रह्मर्षि सेना के पूर्व जिलाध्यक्ष गणेश शर्मा की हत्या है. इसके अलावा मदन कुशवाहा और आदित्य सिंह की हत्या में भी रंजन पाठक और उसके साथियों का नाम सामने आया था. इन घटनाओं के बाद से यह गिरोह पुलिस के रडार पर था. एनकाउंटर में मारे गए कौन-कौन अपराधी दिल्ली पुलिस ने जिन चार अपराधियों को एनकाउंटर में मारा, उनकी पहचान इस प्रकार हुई… रंजन पाठक, पिता मनोज पाठक, निवासी मलहई, थाना सुरसंड, जिला सीतामढ़ी, बिहार (25 वर्ष) बिमलेश महतो उर्फ बिमलेश साहनी, पिता सुखला देवी, निवासी रतनपुर, थाना बजपट्टी, जिला सीतामढ़ी, बिहार (25 वर्ष) मनीष पाठक, पिता अरविंद पाठक, निवासी मलहई, थाना सुरसंड, जिला सीतामढ़ी, बिहार (33 वर्ष) अमन ठाकुर, पिता संजीव ठाकुर, निवासी शेरपुर, करावल नगर, दिल्ली (21 वर्ष) पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये चारों कई गंभीर आपराधिक मामलों में फरार और वांछित थे. इन पर हत्या, लूट, अपहरण और रंगदारी जैसे दर्जनों केस दर्ज थे. क्या है क्राइम कुंडली? बिहार पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि सिग्मा गैंग का नेटवर्क केवल सीतामढ़ी तक सीमित नहीं था. यह गिरोह नेपाल के जनकपुर और विराटनगर तक सक्रिय था. नेपाल में इनके ठिकाने थे, जहां से ये अपराध की योजना बनाते थे और बिहार में वारदात अंजाम देकर वापस नेपाल भाग जाते थे. हाल के महीनों में, पुलिस ने इनके कई ठिकानों पर छापे मारे थे लेकिन गैंग का सरगना रंजन पाठक बार-बार बच निकलता था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बताया कि उन्हें बिहार पुलिस से इनपुट मिला था कि रंजन पाठक और उसके साथी दिल्ली में फर्जी पहचान के साथ छिपे हुए हैं और किसी बड़ी वारदात की तैयारी में हैं. जैसे ही टीम ने इन्हें रोकने की कोशिश की, अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने कार्रवाई की. फिलहाल एनकाउंटर की जांच जारी है और पुलिस यह पता लगा रही है कि रंजन पाठक दिल्ली में किसके संपर्क में था और क्या … Read more

जब जीनत अमान ने फिल्म में स्टाइल को किया बोल्ड ट्विस्ट, बिना ब्लाउज पहनी ये सफेद साड़ी

मुंबई  जीनत अमान बी टाउन की बोल्ड एक्ट्रेस की लिस्ट में हैं. जीनत अमान ने 80 के दशक में अपने बोल्ड फैशन से हर किसी को हैरान कर दिया था. साल 1978 में जीनत अमान ने अपने बोल्ड किरदार से हर किसी को हैरान कर दिया है. आइए देखते हैं पुरानी फिल्म का बोल्ड फैशन  1978 में रिलीज सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म में जीनत अमान का बोल्ड फैशन देखने को मिला था. फिल्म सत्यम शिवम सुंदरम एक रोमांटिक फिल्म थी जिसे राज कपूर ने बनाया था. फिल्म में जीनत ने गांव की लड़की रूपा का किरदार निभाया था. फिल्म में जीनत अमान का लुक काफी बोल्ड था. उस समय के हिसाब ने जीनत ने पर्दे पर काफी बोल्ड किरदार निभाया था.  फिल्म में जीनत अमान झीने जैसे कपड़े में नजर आई थी. आज भी जीनत अमान के उस देसी बोल्ड लुक को देख दर्शक हैरान हो जाते हैं. फिल्म में जीनत अमान ने नंगे पांव और अपनी एक्टिंग में सादगी दिखाई थी लेकिन उनके कपड़ों की वजह से उस समय काफी विवाद भी हुआ था. सत्यम शिवम सुंदरम फिल्म हिट फिल्म थी. यह फिल्म ब्लॉकबस्टर हुई थी. फिल्म में जीनत अमान की रीविलिंग ड्रेस की वजह से फिल्म काफी चर्चा में थी.     

ब्रहमोस मिसाइल और राफेल के साथ ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया

नई दिल्ली ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और बाद में जवाबी कार्रवाई के दौरान वहां के सैन्य प्रतिष्ठानों पर सुखोई-30 लड़ाकू विमानों के जरिये ब्रह्मोस मिसाइलें दागी गई थीं। ये मिसाइलें अचूक साबित हुईं। इसने बहावलपुर में लश्कर-ए-तैयबा और मुरीदके में जैश-ए-मोहम्मद समेत नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। हाल में सामने आए एक सरकारी दस्तावेज से स्पष्ट तौर पर ऐसे संकेत मिलते हैं। इसके अनुसार वायुसेना और थल सेना द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की सीमा के निकटवर्ती क्षेत्रों में राफेल और सुखोई की स्क्वाड्रन तैनात की गई थी। ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के दिन ही कच्छ से लेकर कश्मीर तक सीमावर्ती क्षेत्र में बाकायदा वायुसेना ने अभ्यास का ऐलान भी किया था, जो छह मई की रात किए गए ऑपरेशन सिंदूर की तैयारी थी। हाल में ऑपरेशन सिंदूर के लिए वायुसेना के पायलटों को वीर चक्र से सम्मानित करने के उपलक्ष्य में एक विस्तृत गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसमें ऑपरेशन सिंदूर के नाम लिए बगैर पायलटों की बहादुरी का वर्णन किया गया है। यह विवरण दर्शाता है कि किस प्रकार एयरफोर्स की राफेल और सुखोई की स्क्वाड्रनों ने बहादुरी के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। वीर चक्र से सम्मानित पायलट राफेल और सुखोई दोनों स्क्वाड्रनों से हैं। राफेल ने कई पाकिस्तानी विमानों को गिराया विवरण से संकेत मिलते हैं कि सुखोई से ब्रह्मोस के जरिये जमीनी लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जबकि राफेल का इस्तेमाल उस क्षेत्र में एयर डिफेंस के लिए किया गया। राफेल ने पाकिस्तान के कई हमलों को नाकाम किया और उसके कई विमानों को मार गिराया। दोनों लड़ाकू विमानों के पायलटों ने अपने-अपने कार्य को बाखूबी अंजाम दिया, जिसके लिए उन्हें युद्धकाल का तीसरा बड़ा पुरस्कार वीर चक्र प्रदान किए गए।

मोदी नहीं जाएंगे आसियान समिट में! ट्रंप से संभावित मीटिंग की चर्चा तेज, जानें भारत की ओर से कौन जाएगा

नईदिल्ली  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मलेशिया में होने वाले आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे. आसियान समिट की शुरुआत रविवार यानी 26 अक्टूबर से हो रही है. पीएम मोदी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण आसियान शिखर सम्मेलन से संबंधित बैठकों में भाग लेने के लिए संभवत: मलेशिया नहीं जाएंगे. इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों की मानें तो भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर इस बैठक में हिस्सा लेंगे और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. यहां बताना जरूरी है कि इस आसियान बैठक में डोनाल्ड ट्रंप भी आ रहे हैं. ऐसे में संभावना थी कि अगर मोदी जाते हैं तो ट्रंप संग उनकी मुलाकात हो सकती है. मगर अब मुलाकात का इंतजार बढ़ गया है. दरअसल, आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) शिखर सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर तक कुआलालंपुर में आयोजित किया जा रहा है. आसियान शिखर सम्मेलन से संबंधित विचार-विमर्श में भारत की भागीदारी के स्तर पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. सूत्रों ने बताया कि भारत ने मलेशिया को सूचित किया है कि एस जयशंकर आसियान बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल माध्यम से भाग लेने की संभावना है. ट्रंप हो रहे शामिल प्रधानमंत्री ने पिछले कुछ वर्षों में आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है. मलेशिया ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ-साथ आसियान के कई संवाद साझेदार देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है. डोनाल्ड ट्रंप 26 अक्टूबर को दो दिवसीय यात्रा पर कुआलालंपुर जाएंगे. सूत्रों ने बताया कि शुरुआती योजना के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी की मलेशिया के साथ-साथ कंबोडिया की यात्रा पर भी विचार किया जा रहा था, चूंकि वह मलेशिया नहीं जा रहे हैं, इसलिए कंबोडिया की प्रस्तावित यात्रा स्थगित कर दी गई है. क्या है आसियान आसियान-भारत संवाद संबंध 1992 में एक क्षेत्रीय साझेदारी की स्थापना के साथ शुरू हुए. ये दिसंबर 1995 में पूर्ण संवाद साझेदारी और 2002 में शिखर सम्मेलन स्तर की साझेदारी में परिवर्तित हुए. इन संबंधों को 2012 में रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया. आसियान के 10 सदस्य देश इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमा और कंबोडिया हैं.  

सीएम निवास में भाई दूज के अवसर पर 250 रुपए का शगुन, सीएम ने श्रीकृष्ण-सुभद्रा के स्नेह को याद किया

भोपाल  मध्य प्रदेश की 1.26 करोड़ महिलाओं के खाते में भाई दूज के शगुन का पैसा आएगा? मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की 29वीं किस्त के तौर पर महिलाओं के खाते में 1250-1250 रुपये तो आ चुके हैं, लेकिन उन्हें रक्षाबंधन और भाई दूज के मौके पर मिलने वाले 250 रुपये के शगुन का इंतजार है। आज गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास में भाई दूज का कार्यक्रम है, जिसमें लाडली बहनें शामिल होंगी। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने लाडली बहनों को दिए संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा का रिश्ता भाई-बहन के प्रेम और संरक्षण की सबसे सुंदर मिसाल है , जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने हर परिस्थिति में बहन सुभद्रा की सुरक्षा और सम्मान का ध्यान रखा, उसी भावना से हमारी सरकार भी प्रदेश की हर लाड़ली बहन के सुख, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की साथी है। श्रीकृष्ण और सुभद्रा का संबंध इस बात की याद दिलाता है कि भाई का स्नेह केवल वचन निभाना ही नहीं, कर्म से निभाई जाने वाली जिम्मेदारी भी है। हमारी सरकार इसी दृष्टि से सांस्कृतिक परंपरा को निभाते हुए आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे लिये बहनों की खुशी, उनकी सुरक्षा और आत्मविश्वास सर्वोपरि है। यह राशि ट्रांसफर करने के पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा का रिश्ता भाई-बहन के प्रेम और संरक्षण की सबसे सुंदर मिसाल है, जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने हर परिस्थिति में बहन सुभद्रा की सुरक्षा और सम्मान का ध्यान रखा, उसी भावना से हमारी सरकार भी प्रदेश की हर लाड़ली बहन के सुख, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की साथी है। श्रीकृष्ण और सुभद्रा का संबंध इस बात की याद दिलाता है कि भाई का स्नेह केवल वचन निभाना ही नहीं, कर्म से निभाई जाने वाली जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को भाईदूज के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में आयोजित होने वाले भाईदूज कार्यक्रम में सम्मलित होने वाली लाड़ली बहनों को यह संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाईदूज का पर्व भारतीय संस्कृति में प्रेम, स्नेह और जिम्मेदारी का प्रतीक है। यह केवल एक त्यौहार नहीं बल्कि उस रिश्ते का उत्सव है, जिसमें भाई अपनी बहन के सुख-दुख, सुरक्षा और सम्मान का वचन निभाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बहनों की मुस्कान ही समाज की समृद्धि का आधार है। लाड़ली बहनों के खाते में जमा हुए 44917.92 करोड़ मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की लाड़ली बहनें केवल योजनाओं की लाभार्थी नहीं, बल्कि परिवार और समाज की आत्मा हैं। अब तक इस योजना के अंतर्गत 44,917.92 करोड़ रुपए सीधे बहनों के खातों में भेजे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री निवास पर आने वाली लाड़ली बहनों का मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जाएगा। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर और प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी हेमंत खण्डेलवाल भी उपस्थित रहेंगे।