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सहारा केस: सिब्बल ने जताई आपत्ति, कहा टुकड़ों में बिक्री से नुकसान; सुप्रीम कोर्ट बोले- देखेंगे!

नई दिल्ली सहारा इंडिया ग्रुप चाहता है कि उसकी प्रॉपर्टीज एक साथ बेच दी जाएं. सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई के दौरान Sahara India Commercial Corporation Ltd (SICCL) ने यही गुहार लगाई. ग्रुप ने विभिन्न संपत्तियों जिनमें अंबी वैली (महाराष्ट्र) और सहारा शहर (लखनऊ) जैसी हाई-वैल्यू प्रॉपर्टीज शामिल हैं, को Adani Properties Pvt Ltd को बेचने की अनुमति मांगी है. कोर्ट ने कहा कि पहले यह तय किया जाएगा कि किन प्रॉपर्टीज पर विवाद है और किन पर नहीं. चीफ जस्टिस बी.आर. गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एम.एम. सुंदरेश की बेंच ने केंद्र सरकार, SEBI और अमिकस क्यूरी को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. अब अगली सुनवाई 17 नवंबर को होगी. ‘अंबी वैली’ से ‘सहारा शहर’ तक, 88 प्रॉपर्टीज की सूची, पर कई पर विवाद     सहारा की तरफ से पेश हुए सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने अदालत से कहा कि समूह अपनी संपत्तियां बेचकर बकाया राशि चुकाने की योजना बना रहा है. उनके मुताबिक, इन संपत्तियों की वैल्यू लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये है. सिब्बल ने कहा, ‘इनमें 88 प्रॉपर्टीज शामिल हैं. इन्हें एक साथ बेचना जरूरी है. टुकड़ों में बेचने से खरीदार नहीं मिलेंगे.’     SEBI की ओर से कहा गया कि सहारा इन प्रॉपर्टीज को बेच सकता है, बशर्ते बिक्री मार्केट रेट के 90% से कम पर न हो. SEBI ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोर्ट अनुमति देती है, तो उन्हें किसी प्रस्ताव की अलग से जांच करने की आवश्यकता नहीं.     वहीं, एडवोकेट मुकुल रोहतगी, जो Adani Properties Pvt Ltd की ओर से पेश हुए, ने कहा कि कंपनी सभी प्रॉपर्टीज खरीदने को तैयार है. उन्होंने कहा, ‘अगर इसे हिस्सों में बेचा गया तो मुकदमेबाजी कभी खत्म नहीं होगी. हम सब कुछ, सभी क्लेम्स के साथ लेने को तैयार हैं.’ सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पहले अधिकार तय करो, फिर बिक्री होगी     सुनवाई के दौरान अदालत ने साफ किया कि फिलहाल किसी बिक्री पर अनुमति देने से पहले सभी पक्षों के अधिकारों को क्रिस्टलाइज करना जरूरी है. जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, ‘कुछ प्रॉपर्टीज पर कई दावेदार हैं, कुछ पर मुकदमे चल रहे हैं. पहले यह साफ होना चाहिए कि कौन सी प्रॉपर्टी विवादित है और कौन सी नहीं.’     सीनियर एडवोकेट गोपाल शंकरनारायणन (अमिकस क्यूरी) ने कहा कि कुछ जमीनें ऐसी हैं जिन्हें बेचा ही नहीं जा सकता, क्योंकि वे ‘वेटलैंड्स (जल क्षेत्र)’ हैं. इस पर सीजेआई गवई ने कहा, ‘अगर कोई वेटलैंड खरीदे भी तो वहां निर्माण संभव नहीं होगा.’     कोर्ट ने अमिकस को निर्देश दिया कि वह एक विस्तृत चार्ट तैयार करें, जिसमें यह दर्ज हो कि कौन सी संपत्तियां विवादित हैं, किन पर हक तय हो चुका है, और किन पर ‘शैडो ऑफ डाउट’ है. केंद्र, SEBI और सहारा, तीनों को जवाब दाखिल करने का निर्देश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, जो केंद्र की ओर से पेश हुए, ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय महत्व का है और सरकार को भी अपनी राय रखने का अवसर मिलना चाहिए. इस पर कोर्ट ने आदेश दिया कि वित्त मंत्रालय (MoF) को भी पार्टी बनाया जाए ताकि केंद्र सरकार इस पर अपना रुख साफ कर सके. सिब्बल ने बताया कि सहारा ने हाल ही में SEBI–Sahara फंड से 500 करोड़ रुपये जारी किए हैं ताकि कुछ कोऑपरेटिव सोसायटीज के भुगतान किए जा सकें. लेकिन अन्य वकीलों ने दावा किया कि अभी भी करीब 9000 करोड़ रुपये का डेफिसिट है. अदालत ने कहा कि सहारा को पहले कर्मचारियों के दावों और बकाया राशि की स्थिति स्पष्ट करनी होगी. ‘एक साथ बिक्री जरूरी’, सिब्बल की दलील, कोर्ट ने कहा ‘देखेंगे’ कपिल सिब्बल ने तर्क दिया कि संपत्तियों को ‘एक बास्केट में’ बेचना ही व्यवहारिक विकल्प है. उन्होंने कहा, ‘अगर एक-एक करके बेचा गया तो निवेशक पीछे हट जाएंगे, जैसा पहले वर्सोवा प्रोजेक्ट में हुआ था.’ जस्टिस गवई ने कहा कि अदालत यह तय करेगी कि प्रॉपर्टीज को एकमुश्त (en bloc) बेचा जाए या अलग-अलग (piecemeal). सीनियर एडवोकेट अरविंद दातर ने सुझाव दिया कि जिन प्रॉपर्टीज पर कोई विवाद नहीं है, उन्हें पहले बेचा जा सकता है और बाकी पर अलग सुनवाई हो.  

रिजल्ट कमजोर तो अब अलग से पढ़ाई! राजधानी में स्कूलों को स्पेशल क्लास चलाने के निर्देश

भोपाल  पढ़ाई में कमजोर बच्चों को अलग से क्लास लगाकर होशियार बनाया जाएगा। राजधानी के स्कूलों में त्योहार के बाद यह शुरूआत होने जा रही है। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। यह क्लास दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए होगी। दसवीं और बारहवीं की परीक्षा फरवरी में होगी। पढ़ाई के तीन माह माह बाकी है। ऐसे में राजधानी के स्कूलों में स्पेशल क्लासेस के निर्देश जारी हुए हैं। इन क्लास में उन बच्चों को अलग से पढ़ाया जाना है जिनका रिजल्ट टेस्ट परीक्षा के दौरान कमजोर है। इसके लिए शिक्षकों की अतिरिक्त ड्यूटी होगी। पढ़ाई की तैयारी के लिए आनन फानन में जारी निर्देश पर शिक्षकों ने आपत्ति जताई। उनका कहना है अधिकांश की ड्यूटी बीएलओ में हैं। पढ़ाने स्टाफ नहीं। राजधानी में 20 और हायर सेकण्डरी स्कूल राजधानी में 20 हाई और हायर सेकण्डरी स्कूल हैं। यहां दोनों कक्षाओं में बीस हजार से ज्यादा बच्चे दर्ज हैं। हाल में इनके मासिक टेस्ट कराए गए हैं। ये स्कूल स्तर पर हुए हैं। इनके परिणाम तय करेंगे कितने बच्चों की स्पेशल क्लास होना है। परीक्षा की तैयारी के बीच बहुत से शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षणिक कामों में लगी है। इनमें से कुछ बीएलओ बनाए गए हैं। अध्यापन प्रभावित हो रहा है। रिजल्ट पर असर होगा।- उपेन्द्र कौशल, अध्यक्ष शिक्षक संगठन

त्योहारी सीजन में सफर आसान! ग्वालियर-बेंगलुरु रूट पर 3 दिन तक चलेगी एक्स्ट्रा फ्लाइट, शेड्यूल जारी

ग्वालियर दीपावली नजदीक आते ही हवाई यात्रा की मांग तेजी से बढ़ने लगी है। ग्वालियर से संचालित फ्लाइटें अभी से लगभग फुल हो चुकी हैं। ऐसे में लंबी दूरी के यात्रियों की सुविधा के लिए एयर इंडिया(Air India Flight) ने 17 से 19 अक्टूबर तक ग्वालियर-बेंगलुरु के बीच अतिरिक्त फ्लाइट चलाने का फैसला किया है। इस निर्णय से बेंगलुरु रूट पर यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। फिलहाल ग्वालियर से मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु के लिए नियमित उड़ानें संचालित की जा रही हैं। तीन दिन के लिए दूसरी बेंगलुरु फ्लाइट जुड़ने से यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है। यह रहेगा समय बेंगलुरु से ग्वालियर: सुबह 6:30 बजे उड़ान भरेगी, सुबह 9:10 बजे पहुंचेगी। ग्वालियर से बेंगलुरु: सुबह 9:45 बजे रवाना होगी, दोपहर 12:45 बजे पहुंचेगी। एक दिन में 760 यात्रियों ने किया सफर दीपावली से पहले फ्लाइट से यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को शहर से तीन फ्लाइटों के जरिए 760 यात्रियों ने सफर किया।     बेंगलुरु से आए- 159 यात्री, गए- 64     दिल्ली से आए- 167 यात्री, गए – 103     मुंबई से आए- 167 यात्री, गए- 100     वहीं रविवार को यात्रियों की संख्या बढ़कर 852 तक पहुंच गई थी।

उच्च शिक्षा पर संकट! MP में सहायक प्राध्यापक के आधे से ज्यादा पद खाली, भर्ती प्रक्रिया अधूरी

 भोपाल  प्रदेश के कॉलेजों में संसाधन के साथ-साथ शिक्षकों की भी कमी है। दो साल के अंदर 32 नए कॉलेज जरूर खोले गए, लेकिन शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई। प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में 76 फीसद प्राध्यापक, 56 फीसद सहायक प्राध्यापक के पद खाली हैं। वहीं, प्राचार्यों के पद भी खाली हैं। 90 फीसद से अधिक कॉलेज प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। फिर भी मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) द्वारा तीन साल पहले 1,669 पदों पर निकली भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है। एमपीपीएससी की सुस्त कार्यप्रणाली ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है। सहायक प्राध्यापक-2022 की भर्ती परीक्षाओं के लिए साक्षात्कार और दस्तावेज सत्यापन के बाद अब भी प्रक्रिया चल रही है। कई विषयों के लिए शेड्यूल भी जारी नहीं हुआ है। नतीजा यह है कि 571 सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई अतिथि विद्वानों या प्रभारी प्राचार्यों पर है। कई कॉलेजों में एक भी नियमित शिक्षक नहीं है। बता दें, सहायक प्राध्यापक के स्वीकृत 12,895 पदों में से 7,284 पद खाली हैं। इसी तरह प्राध्यापकों के 848 स्वीकृत पद हैं। इनमें 206 पद भरे हुए और 642 खाली हैं। प्राध्यापकों के 75 फीसद पद खाली प्रदेश के शासकीय कॉलेजों में प्राध्यापकों की 75 फीसद पद खाली हैं। कुल 848 पद स्वीकृत हैं। इनमें 206 कार्यरत हैं, जबकि 642 पद खाली हैं। एमपीपीएससी ने प्राध्यापकों की सीधी भर्ती 2011-12 में की थी। इसके बाद से प्राध्यापकों के पद पर कोई विज्ञापन जारी नहीं किया। प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे कालेज प्रदेश में यूजी के 469 कॉलेजों में 10 पद पर प्राचार्य कार्यरत हैं, बाकी 459 पदों पर प्रभारी प्राचार्य हैं। इसी तरह पीजी कॉलेजों में 98 स्वीकृत पद में से सिर्फ पांच प्राचार्य पद भरे हुए हैं, बाकि 93 प्रभारी प्राचार्य पदस्थ हैं। प्रदेश भर का आंकड़ा प्रदेश में कॉलेजों की संख्या : 571 सहायक प्राध्यापकों के स्वीकृत पद : 12,895 कार्यरत सहायक प्राध्यापकों की संख्या : 5,611 खाली पदों की संख्या : 7,284 प्राध्यापकों के स्वीकृत पद : 848 पद कार्यरत पद : 206 पद खाली पद : 642 पद यूजी कालेज में प्राचार्य के स्वीकृत पद : 469 नियमित प्राचार्य : 10 खाली पद : 459 पीजी कालेज में प्राचार्य के स्वीकृत पद : 98 कार्यरत : पांच खाली पद : 93 ग्रंथपाल के स्वीकृत पद : 582 भरे हुए पद : 247 खाली पद : 335 क्रीड़ा अधिकारी के स्वीकृत पद : 543 भरे हुए पद : 227 खाली पद : 316 सहायक प्राध्यापक भर्ती-2022 के तहत जल्द ही भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अन्य खाली पदों को भरने के लिए एमपीपीएससी को 2,197 पदों पर सहायक प्राध्यापक की भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। – अनुपम राजन, अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा

धनतेरस पर क्या खरीदें? ज्योतिषी ने बताई शुभ और अशुभ वस्तुओं की पूरी लिस्ट

अक्टूबर का महीना चल रहा है और अक्टूबर के इसी महीने में दिवाली का त्यौहार भी है जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. बाजार पूरी तरह से गुलजार हैं, एक अलग ही रौनक देखने को मिल रही है. सारे व्यापारी तैयारी करके बैठे हुए हैं कि इस बार दिवाली के त्यौहार में अच्छा खासा व्यापार किया जाएगा. धनतेरस में लोग तरह-तरह के सामान की खरीदी करते हैं लेकिन इस बार कुछ लोग कंफ्यूजन में भी हैं कि इस बार के धनतेरस में वो लोहे से जुड़ी सामग्री खरीदें या न खरीदें क्योंकि धनतेरस इस बार शनिवार को पड़ रही है. ऐसी मान्यता है कि शनिवार को लोहा नहीं खरीदा जाता. ज्योतिषाचार्य दूर कर रहे हैं कंफ्यूजन. धनतेरस में बड़ा कन्फ्यूजन धनतेरस की तैयारी इन दिनों जोर-शोर से चल रही है, बाजार पूरी तरह से गुलजार हैं. व्यापारी भी धनतेरस को लेकर तैयारी कर चुके हैं लेकिन इस बार धनतेरस को लेकर लोगों में कंफ्यूजन भी है. क्योंकि इस बार की धनतेरस 18 अक्टूबर को पड़ रही है और 18 अक्टूबर को शनिवार का दिन भी पड़ रहा है, जिसके चलते लोग कंफ्यूज हैं कि शनिवार को लोहे से जुड़ी सामग्री वो खरीद सकते हैं या नहीं खरीद सकते हैं. ज्योतिषाचार्य से जानिए क्या लोहा खरीदना सही है? ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस बार उनके पास कई ऐसे लोग आ रहे हैं जो यह पूछ रहे हैं कि शनिवार के दिन धनतेरस है और ऐसे में लोहे से जुड़ी सामग्री की खरीदी वो कैसे करें. वे बताते हैं कि "जिस तरह से दशहरा के दिन पंचक रहता है लेकिन उस दिन दसों दिशाएं खुली रहती हैं सभी शुभ काम होते हैं, इसी तरह धनतेरस के दिन भी भले ही शनिवार पड़ रहा है, लेकिन शनि का कोई दोष नहीं लगेगा, उस दिन हर सामग्री पर लक्ष्मी जी का निवास होता है, फिर चाहे लोहा हो, सोना हो, चांदी हो, तांबा हो, पीतल हो.   'लोहा खरीदने पर नहीं लगेगा शनि का दोष' ऐसे में अगर धनतेरस के दिन आप लोहे से जुड़ी सामग्री खरीद रहे हैं, तो बिल्कुल चिंतित ना हों, शनि का कोई दोष नहीं लगेगा बल्कि मां लक्ष्मी का आपके घर में आगमन होगा. घर में बरक्कत होगी और जिस उद्देश्य के साथ आप धनतेरस में खरीदी कर रहे हैं, आपके उस उद्देश्य की पूर्ति होगी.

दिवाली पर घर लौटना बना चुनौती, ट्रेनों में लंबी वेटिंग, सीट के लिए मारामारी

कोरबा  दिवाली से पहले यात्री ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। स्लीपर व एसी बोगी में सफर के लिए सीटें नहीं मिल रही है। प्रतीक्षा सूची लंबी गई है। यही स्थिति छठ महापर्व तक बनी हुई है। इस कारण पर्व पर घर जाने को लेकर यात्रियों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। त्योहारी सीजन से पहले यात्री ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। लंबी दूरी की ट्रेनों में सीटें खाली नहीं है।  यात्रियों में सीटें कंफर्म होने का इंतजार ऐसे में जिले के सार्वजनिक व निजी कंपनियों में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों को दिवाली व छठ महापर्व पर घर जाने के लिए आरक्षित टिकट के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है। आरक्षित टिकट काउंटर में भी यात्रियों की लंबी कतार लग रही है। सबसे अधिक वेटिंग बिहार, यूपी, झारखंड, दिल्ली, कोलकाता, महाराष्ट्र, गुजरात सहित अन्य क्षेत्रों के प्रांतों की ओर जाने वाली ट्रेनों में है। बिहार की ओर जाने वाली यात्री ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची 150 से अधिक हो गई है। वहीं छठ महापर्व के तीन से चार दिनों के भीतर भी आरक्षित टिकट नहीं मिल रही है। यात्रियों को मजबूरी में प्रतीक्षा सूची लेकर कन्फर्म होने का इंतजार करना पड़ रहा है। जिले के विभिन्न सार्वजनिक व निजी कंपनी व संस्थानों में विभिन्न प्रांतों के लोग कार्यरत हैं। त्योहारी सीजन में ट्रेनों में भीड़ का फायदा ट्रेवल्स एजेंसियां उठा रही हैं। समय और स्थिति अनुसार यात्रियों से निर्धारित किराया से 500 रुपए से एक हजार रुपए तक अधिक ले रही हैं। साथ ही आरक्षित टिकट देने का दावा कर रहे हैं। इस कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। मजबूरी में उन्हें अधिक रुपए देना पड़ रहा है। बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली बसों में यात्रियों की भीड़  इसी माह छठ महापर्व है। लेकिन इसके पहले ही रेल गाड़ियों में आरक्षित सीटें नहीं मिल रही हैं। इससे पर्व में घर जाने वाले लोग परेशान हैं। लोग अभी से अपनी व्यवस्था देख रहे हैं। छठ से तीन चार दिन पहले घर जाने के लिए लोग कोरबा बस स्टैंड भी पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली बसों में अपना सीट पहले से आरक्षित करवा रहे हैं। इसके लिए बसों के एजेंट से सपर्क कर रहे हैं। पूजा स्पेशल ट्रेनों में जगह मिलनी मुश्किल इधर, रेलवे बोर्ड दिवाली और छठ महापर्व पर पूजा स्पेशल ट्रेनों को चलाने जा रहा है। इसमें से कुछ रेल गाड़ियां बिलासपुर- रायपुर होकर होकर गुजरेंगी।

मेंबर बने बिना लुट गए लाखों युवा: यूथ कांग्रेस को दिए करोड़ों, सिस्‍टम ने छोड़ा अधर में

भोपाल  मध्यप्रदेश में यूथ कांग्रेस के चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने वाले युवा नेताओं को बड़ी निराशा हाथ लगी है। वहीं, युवा कांग्रेस के सदस्य बनने के इच्छुक 5 लाख 16 हजार युवाओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।दरअसल, 18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे। सिर्फ 6 लाख की मेंबरशिप ही मान्य हुई 50 रुपए के सदस्यता शुल्क के साथ मेंबरशिप फॉर्म भरने वाले 14 लाख 74 हजार 374 युवाओं में मात्र 6 लाख 1,917 युवाओं की मेंबरशिप ही मान्य की गई है। 5,16,155 युवाओं की मेंबरशिप रिजेक्ट हुई है। 3,56,302 युवाओं के सदस्यता फॉर्म गलतियों के कारण होल्ड किए गए हैं। एआई से कराया मेंबरशिप वेरिफिकेशन, इसलिए रिजेक्शन युवा कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि इलेक्शन अथॉरिटी ने सदस्यता का वेरिफिकेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कराया है। एआई ने मामूली खामियों पर आवेदन रिजेक्ट और होल्ड कर दिए हैं।     रिजेक्शन का कारण डुप्लीकेट रिकॉर्ड, डुप्लीकेट फोटो, मोबाइल डुप्लीकेट, अवैध मेंबरशिप, इनवैलिड जन्मतिथि, उम्र सीमा पार होना, डुप्लीकेट आईडी     होल्ड के कारण: गलत नाम, पिता का नाम गलत, जन्मतिथि मिसमैच, गलत मोबाइल एमपी में युवा कांग्रेस की सदस्यता के आंकड़े     कुल सदस्यता आवेदन: 14,74,374     सदस्यता निरस्त हुई: 5,16,155     सदस्यता होल्ड हुई: 3,56,302     सदस्यता आवेदन मान्य हुए: 6,01,917 राष्ट्रीय अध्यक्ष से हुई शिकायत पहली बार एमपी में रिकॉर्ड मेंबरशिप होने के बाद बडे़ पैमाने पर रिजेक्शन और सदस्यता होल्ड किए जाने के मामले में युवा कांग्रेस नेता शिवराज यादव ने यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण, प्रदेश प्रभारी से शिकायत की है। शिवराज का कहना है कि यदि इतने उत्साह के साथ मेंबरशिप कराई गई और 15 लाख के करीब सदस्य बने हैं तो 5 लाख से ज्यादा रिजेक्ट होना और साढ़े तीन लाख की सदस्यता होल्ड होना ये बड़ी चूक है। होल्ड आवेदनों को सुधारने के लिए मात्र 7 दिनों का समय दिया गया है। वो एप भी काम नहीं कर रहा है। मेंबरशिप के डेटा की क्रॉस चेकिंग कराकर रिजेक्शन और होल्ड को हटाना चाहिए। 2 करोड़ 58 लाख रुपए डूबे 50 रुपए प्रति सदस्य के हिसाब से जोड़ें तो जिन 5,16,155 युवाओं की मेंबरशिप रिजेक्ट हुई है। उनके द्वारा जमा किए गए सदस्यता शुल्क की राशि 2 करोड़ 58 लाख 7 हजार 750 रुपए होती है। दूसरी तरफ जिन 3,56,302 युवाओं की सदस्यता होल्ड की गई है। उनकी मेंबरशिप फीस का आंकड़ा जोड़ें तो करीब 1 करोड़ 78 लाख 15 हजार 100 रुपए होता है। गलतियां सुधारने एप ही नहीं कर रहा काम भारतीय युवा कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण की ओर से होल्ड किए गए सदस्यता फॉर्म की गलतियों को सुधारने के लिए 17 अक्टूबर तक का समय दिया है। लेकिन, यूथ कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वह एप काम ही नहीं कर रहा है। ऐसे में जिन 3,56,302 युवाओं की मेंबरशिप होल्ड है उनमें से 30% फीसदी के सुधार आवेदन दर्ज होकर मंजूर हो जाएं तो बड़ी बात होगी। तीन शहरों से प्रदेश अध्यक्ष के लिए तीन मुख्य उम्मीदवार युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की रेस में तीन बडे़ शहरों से तीन मुख्य दावेदार हैं। जबलपुर पूर्व सीट से विधायक और पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया इस रेस में सबसे आगे हैं। यश को पूर्व सीएम कमलनाथ और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का समर्थन हासिल है। वहीं भोपाल से अभिषेक परमार को दिग्विजय और जीतू पटवारी का पर्दे के पीछे से सपोर्ट मिल रहा है। ग्वालियर के शिवराज यादव अपने काम और युवाओं की दम पर प्रदेश अध्यक्ष के लिए जोर लगा रहे हैं। भोपाल जिले में सदस्यता के हाल जान लीजिए जिला विधानसभा मेंबरशिप फॉर्म भरे रिजेक्ट होल्ड वोटर बचे भोपाल ग्रामीण बैरसिया 6620 1105 1537 3978 हुजूर 5253 791 1171 3291 भोपाल शहर उत्तर 5175 1697 894 2584 दक्षिण-पश्चिम 10592 3513 1886 5193 गोविंदपुरा: 12856 7882 1678 3296 मध्य: 12586 4830 2071 5685 नरेला: 12141 4996 1857 5288 जहां से प्रदेश अध्यक्ष के उम्मीदवार, उसी विधानसभा में सबसे ज्यादा मेंबरशिप युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की रेस में जबलपुर के यश घनघोरिया पूरी ताकत लगा रहे हैं। यश के पिता लखन घनघोरिया जबलपुर पूर्व सीट से विधायक हैं। जबलपुर शहर और ग्रामीण जिले की सभी विधानसभाओं में सबसे ज्यादा 26254 मेंबरशिप जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में हुई है। हालांकि, 10259 मेंबरशिप रिजेक्ट कर दी गई है। 4220 युवाओं की मेंबरशिप होल्ड है। 11775 युवाओं की मेंबरशिप अप्रूव की गई है। जबलपुर जिले में सदस्यता के हाल जान लीजिए जिला विधानसभा मेंबरशिप फॉर्म भरे रिजेक्ट होल्ड वोटर बचे जबलपुर ग्रामीण बरगी 5348 2305 790 2253 पनागर 7387 1963 1583 3841 पाटन 5853 3692 645 1516 सिहोरा 7184 3922 1557 1705 जबलपुर शहर कैंट 6991 2969 1295 2727 उत्तर 17779 6575 2424 8780 पश्चिम 5728 3155 667 1906 पूर्व 26254 10259 4220 11775 ग्वालियर जिले में सदस्यता के हाल जान लीजिए जिला विधानसभा मेंबरशिप फॉर्म भरे रिजेक्ट होल्ड वोटर बचे ग्वालियर ग्रामीण भितरवार 13647 4138 2506 7003 ड़बरा 8834 4018 1301 3515 ग्वालियर ग्रामीण 10751 6213 1572 2966 ग्वालियर शहर ग्वालियर 16638 3364 3659 9615 पूर्व 13718 6960 2497 4261 दक्षिण 12344 6598   2469 3277 युकां प्रदेश अध्यक्ष के उम्मीदवार योगिता सिंह, जावेद पटेल, अभिषेक परमार, नीरज पटेल, गीता कड़वे, प्रमोद सिंह, विश्वजीत सिंह चौहान, विनय पांडेय, राजवीर कुडिया, प्रियेश चौकडे़, अब्दुल करीम सिद्दीकी, शुभांगना राजे जामनिया, आशीष चौबे, यश घनघोरिया, देवेन्द्र सिंह दादू, स्वीटी पाटिल, शिवराज यादव, मोनिका मांडरे। प्रदेश महासचिव के 182 उम्मीदवार किशोर सोलंकी, ऋतिक नाथ चौहान, राहुल हितेश ठाकुर राज नेमा, शुभम दुबे, अक्षय जायसवाल, सत्यम सिंह गुर्जर, अली शान मोहम्मद, इरफान खान, जयंत जोशी, आदित्य मिश्रा, गौरव विनोद दीक्षित, सुमन मौर्य, धीरज सिंह परिहार, अभिषेक पांडे, दिगंबर पारधी, अखंड प्रताप सिंह चौहान, अभिषेक जाट, … Read more

त्यौहारी सीजन में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए रात और तड़के किया जा रहा ट्रांसमिशन लाइनों का मेंटेनेंस: मंत्री तोमर

इंदौर मे एमपी ट्रांसको की अभिनव पहल : मंत्री  तोमर त्यौहारी सीजन में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए रात और तड़के किया जा रहा ट्रांसमिशन लाइनों का मेंटेनेंस: मंत्री  तोमर भोपाल  ऊर्जा मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि इंदौर महानगर के विद्युत उपभोक्ताओं को जरूरत के समय विद्युत का व्यवधान न हो, इस उद्देश्य  के साथ मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी इंदौर ने एक अभिनव पहल  की है। त्यौहारी सीजन में ट्रांसमिशन लाइन के मेंटेनेंस दिन के बजाय देर रात या  तड़के किए जा रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं को बिजली व्यवधान का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा है कि इसी तरह के प्रयोग अन्य शहरों में भी किए जाएंगे। सामान्यतः ट्रांसमिशन लाइन में मेंटेनेंस का कार्य दिन के उजाले में ही किया जाता है, लेकिन इंदौर ट्रांसमिशन मेंटेनेंस टीम ने इस परंपरा को बदल दिया है। अब जब शहर सो रहा होता है, तब एमपी ट्रांसको की टीमें फील्ड में सक्रिय होकर ट्रांसमिशन लाइनों की देखरेख कर रही होती  हैं। फ्रंट लाइन मे  महिला अधिकारी एमपी ट्रांसको इंदौर की यह पहल इसलिए भी विशेष है क्योंकि इसका नेतृत्व अतिरिक्त मुख्य अभियंता मती नीलम खन्ना के मार्गदर्शन मे कार्यपालन अभियंता मती नम्रता जैन कर रहीं है। कार्यपालन अभियंता मती नम्रता  जैन  चाहे रात्रि कालीन हो या सुबह तडके, पूरे शटडाउन समय मे फील्ड पर मौजूद रहकर मेंटेनेंस कार्य की स्वयं निगरानी करती हैं। त्यौहारी सीजन में उपभोक्ताओं को राहत देने का प्रयास अतिरिक्त मुख्य अभियंता मती नीलम खन्ना ने बताया कि इंदौर की बिजली व्यवस्था  कुछ इस तरह  है कि यदि ट्रांसमिशन लाइन पर मेंटेनेंस के दौरान शटडाउन लिया जाए, तो उपभोक्ताओं को असुविधा हो सकती है। इस समय त्यौहारी सीजन होने के कारण घरेलू और व्यावसायिक दोनों वर्गों के लिए  निर्बाध बिजली आपूर्ति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। रेलवे के मेगा ब्लॉक के दौरान भी किया गया सफल कार्य विगत दिवस रेलवे द्वारा दिए गए समय सीमा वाले मेगा ब्लॉक के दौरान  मती  नम्रता जैन की सूझबूझ और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के कारण एमपी ट्रांसको की टीम ने रात भर काम कर रेलवे क्रॉसिंग पर कंडक्टर बदली के बेहद चुनौतीपूर्ण काम  को न्यूनतम संभव समय मे  पूरा करने का उल्लेखनीय कार्य किया। इसी तरह 132 के व्ही नॉर्थ जोन- चंबल सर्किट एक ट्रांसमिशन  लाइन पर सुबह 4 बजे से शटडाउन लेकर काम किया गया, तो  इसी फीडर के सर्किट नंबर दो पर रात भर ब्रेकडाउन अटेंड किया गया। अंधेरे और ठंड के बावजूद अधिकारी-कर्मचारी पूरी निष्ठा से कार्य में जुटे रहे। एमपी ट्रांसको की यह अनूठी पहल तकनीकी नवाचार के साथ-साथ कार्यसंस्कृति का उत्कृष्ट उदाहरण भी है।  

भोपाल में दीवाली तक सख्त पहरा, लाइव मॉनिटरिंग और ट्रैफिक डायवर्जन से होगा नियंत्रण

भोपाल  दीवाली त्योहार को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। शहर में प्रमुख स्थानों और मुख्य बाजार जैसे न्यू मार्केट, चौक बाजार, बिट्टन मार्केट, 10 नंबर मार्केट, न्यू मार्केट, मंगल वारा सहित शहर के मॉल और प्रमुख इलाके चिह्नित कर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में किसी भी तरह की चोरी, झपटमारी और लूट की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस लगातार गश्त पर रहेंगी। प्लान तैयार कर विशेष निगरानी पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि त्योहार के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है। शहर भर में 500 पुरुष पुलिसकर्मी, 200 महिला पुलिसकर्मी और 75 दुर्गा शक्ति टीम सिविल ड्रेस में तैनात की गई हैं, ताकि भीड़ वाले बाजारों में किसी भी तरह के संदिग्ध गतिविधि पर तैनात टीम तुरंत कार्रवाई करेंगी। महिला सुरक्षा है पहली प्राथमिकता महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मॉल, मंदिर और मार्केट इलाकों में महिला पुलिसकर्मी विशेष निगरानी कर रही हैं। इसके अलावा सिविल ड्रेस में दुर्गा शक्ति टीम बाजारों में गश्त पर रहेंगी। किसी भी आपत्तिजनक स्थिति होने पर तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगी। कंट्रोल रूम से लाइव निगरानी पुलिस ने बताया कि बाजारों में लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड कंट्रोल रूम से मॉनिटर की जा रही है। संदिग्ध व्यक्तियों पर कैमरे से नजर रखी जा रही है। संदिग्ध गतिविधि होने पर डायल 112 करें शिकायत: पुलिस कमिश्नर ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत डायल 100 व नजदीकी पुलिस थाने को दें। आज से पुराने भोपाल में नहीं जा सकेंगे चार पहिया और लोडिंग वाहन — जनकपुरी, जुमेराती, छोटे भैया चौराहा, घोड़ा नक्कास, हनुमानगंज और आजाद मार्केट जैसे इलाकों में लोडिंग वाहन, ऑटो और चारपहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा — करोंद, डीआईजी बंगला, सिंधी कॉलोनी और शाहजहांनाबाद से आने वाले वाहन भोपाल टॉकीज चौराहे से आगे नहीं जा सकेंगे, उन्हें अपने वाहन बाल विहार ग्राउंड में पार्क करना होगा — भारत टॉकीज से आने वाले दोपहिया वाहन अपने वाहन सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान में पार्क करने होंगे — संगम टॉकीज और सब्जी मंडी परिसर में अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की गई है। — लखेरापुरा, इतवारा, मारवाड़ी रोड, इब्राहिमपुरा से तीन और चार पहिया वाहन चौक बाजार की ओर नहीं जा सकेंगे, इन्हें सरस्वती स्कूल के पास बनी मल्टीलेवल पार्किंग या सदर मंजिल पार्किंग का उपयोग करना होगा — भीड़ अधिक होने पर दोपहिया वाहन भी इन्हीं पार्किंग स्थलों पर वाहन पार्क कर सकेंगे 10 नंबर मार्केट में वन-वे ट्रैफिक 13 अक्टूबर से 10 नंबर मार्केट में भी दिवाली तक ट्रैफिक व्यवस्था बदली गई है। यहां वन वे ट्रैफिक किया गया है। वाहन वंदे मातरम चौराहे से एंट्री करेंगे और 10 नंबर मार्केट तिराहे से होते हुए नेशनल अस्पताल की ओर जा सकेंगे। वहीं नेशनल अस्पताल वंदे मातरम चौराहे की दिशा में आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। न्यू मार्केट में मल्टीलेवल पार्किंग का करें यूज न्यू मार्केट में भीड़ बढ़ने पर टीटी नगर थाना चौराहे के पास स्थित मल्टीलेवल पार्किंग का यूज करना होगा। यहां रंगमहल चौराहे से थाना चौराहे की दिशा में आवागमन को बदला जा सकता है। एमपी नगर में निर्धारित वाहन पार्किंग में करनी होगी पार्किंग इधर एमपी नगर जोन 1 के व्यापारी और खरीदार स्थानीय मल्टीलेवल पार्किंग और निर्धारित स्थलों पर ही वाहन पार्क कर सकेंगे। बैरागढ़ में चंचल चौराहे के पास मल्टीलेवल पार्किंग व्यवस्था भोपाल के बैरागढ़ यानी संत हिरदाराम नगर के चंचल चौराहे के पास मल्टीलेवल पार्किंग तैयार है। इसके साथ ही नए ब्रिज निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी की ओर से छोटे अस्थायी पार्किंग स्थल भी बनाए जा रहे हैं। जहां ग्राहक थोड़े समय के लिए अपने वाहन खड़े कर सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने की अपील इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने अपील की है कि सभी व्यापारी और दुकानदार रात 12 बजे से सुबह 7 बजे के बीज ही सामान की लोडिंग और अनलोडिंग का काम करें, ताकि जाम की स्थिति न बने।

भगवान श्री राम की नगरी में दिवाली का अनोखा त्योहार, 26 लाख दीयों की जगमगाहट से सजेगा अयोध्या

अयोध्या  भारत में दिवाली को लेकर लोगों में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है, इसके लिए हर तरह की तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं, भगवान राम की नगरी अयोध्या में भी दीपात्सव की तैयारियां आखिरी चरण में है, जहां एक ओर पूरा देश 20 अक्टूबर को दिवाली मनाने वाला है, तो वहीं इससे एक दिन पहले इस त्यौहार को मनाया जाएगा। इस साल 26 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित करने की तैयारी की गई है। इसके अलावा, 2000 से अधिक श्रद्धालु सामूहिक महाआरती में शामिल होंगे, जिससे एक नया रिकॉर्ड स्थापित होगा। अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव पहले से भी ज्यादा खास होने वाला है। इस बार सरकार ने ऐसा तरीका निकाला है, जिससे देश ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी कोने में बैठे श्रद्धालु भगवान श्रीराम के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकेंगे। मोबाइल ऐप लॉन्च जी हां, अब आप घर बैठे ऑनलाइन दीप जला सकते हैं। इसके लिए “दिव्य अयोध्या” नाम का एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। दरअसल, पर्यटन विभाग द्वारा ‘एक दिया राम के नाम’ की शुरुआत की गई है, जो पूरी तरह से डिजिटल है। ऐसे में आप दुनिया के किसी भी कोने से ऑनलाइन दिया जला सकेंगे।     ‘अयोध्या धाम’ में आयोजित होने वाले दीपोत्सव में श्रद्धालु वर्चुअल दीया जला सकेंगे। अयोध्या तीर्थ विकास परिषद ने दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई है।     3 तरह के पैकेज     पर्यटन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस ऐप के जरिए श्रद्धालु वर्चुअल दीप जलाकर अयोध्या दीपोत्सव में अपनी भागीदारी दर्ज करवा सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें तीन तरह के पैकेज रखे गए हैं, जिनमें श्रद्धालु अपनी सुविधा और भावनानुसार कोई भी पैकेज चुन सकते हैं।     राम ज्योति पैकेज, जिसकी कीमत 2100 रुपये है। इसमें रोली, सरयू जल (पीतल के लोटे में), अयोध्या की रज, रामदाना, मिश्री, रक्षा सूत्र, हनुमान गढ़ी के लड्डू और चरण पादुका (खड़ाऊ) जैसे पवित्र सामान शामिल हैं। संकल्प पूरा करने के बाद यह पूरा प्रसाद सीधे श्रद्धालुओं के घर पहुंचाया जाएगा।     दूसरा पैकेज सीता ज्योति है, जिसकी कीमत 1100 रुपये रखी गई है। यह पैकेज माता सीता को समर्पित है। इसमें रोली, सरयू जल, रामदाना, रक्षा सूत्र और हनुमान गढ़ी के लड्डू शामिल हैं। वहीं, तीसरा पैकेज लक्ष्मण ज्योति है, जिसकी कीमत 501 रुपये है। इसमें रोली, अयोध्या की रज, रामदाना, मिश्री और रक्षा सूत्र मिलेगा।     निकाली जाएंगी झांकिया सरकार का कहना है कि अयोध्या दीपोत्सव वैश्विक आयोजन बन चुका है, जो लोगों को श्रद्धा और भक्ति की डोर में जोड़ रहा है। इस पहल से वे लोग भी दीपोत्सव का हिस्सा बन सकेंगे जो अयोध्या नहीं जा पाते। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के विकास और भारतीय संस्कृति की झांकियां भी सजाई जाएगी। दरअसल, सूचना विभाग द्वारा योगी सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसके तहत 15 आकर्षक झांकियां निकाली जाएगी। वहीं, पर्यटन संस्कृति विभाग द्वारा रामायण के 7 कांडों पर आधारित थीम तैयार की जा रही है, जिसकी झांकियां लोगों का मन मोह लेगी।     प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ पर रामकथा पर आधारित व सामाजिक संदेश देती झांकियां आकर्षण का केंद्र बनेंगी। कुल 22 झांकियां तैयार हो रही हैं। साथ ही, देश के विभिन्न राज्यों की लोक कलाएं और नृत्य ‘दीपोत्सव’ की शोभा बढ़ाएंगे।     सुरक्षा की व्यवस्था अयोध्या में दिवाली का जश्न 2 दिन पहले से ही शुरू हो जाता है। यहां हर गली-मोहल्ले में एक अलग ही नजारा देखने को मिलता है। सभी भगवान की भक्ति में लीन नजर आते हैं। पूरा शहर रात के समय जगमगा उठता है। हर साल यहां विश्व रिकॉर्ड बनाया जाता है। इस दौरान लोगों में अलग ही उमंग रहती है। सुरक्षा की बात करें तो सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था में कड़ाई की गई है। एयरपोर्ट से लेकर राम मंदिर तक हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे। इतना ही नहीं, सुरक्षा की दृष्टि से शहर के चारों तरफ की सीमाएं सील कर दी गई हैं। पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है जो कि लगातार चेकिंग अभियान चला रही है। नगर में आने वाले सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है, रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के सामान की तलाशी लेने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जा रहा है।