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विधानसभा चुनाव में CM नीतीश की रणनीति: कल से होगा प्रचार अभियान शुरू

पटना  जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल से चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगे। संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल से चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करने के लिए समस्तीपुर और दरभंगा का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)एकजुट है और राजग का उद्देश्य नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाना है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने राजग सरकार के विकास कार्यों को देखा है और अब वे पीछे मुड़ कर नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि राजग के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे और उनके द्वारा लड़ी जाने वाली सीटों को लेकर कोई मतभेद नहीं है। जदयू नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार और जदयू दोनो की कमान संभाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में और जदयू में जो भी निर्णय होता है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुमति और सहमति के बाद ही होता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लोकतांत्रिक तरीके से निर्णय लेते हैं, सभी से चर्चा करते हैं, सभी का मंन्तव्य लेते हैं, उसके बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में राजग प्रचंड बहुमत से 2010 का रिकार्ड भी पीछे छोड़ देगा। संजय झा ने कहा कि विपक्ष को भी पता है कि इस बार आम जनता, महिलाओं और युवाओं का मूड कैसा है। इसलिए भविष्य में आने वाले परिणामो की आहट से पूरा विपक्ष दहशत में है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग निराधार खबरें चला कर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बिहार की जनता से आग्रह किया कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और केवल अधिकारिक स्रोतों से प्राप्त सूचना पर ही विश्वास करें। 

RJD में संकट: दो बड़े नेताओं ने छोड़ा दल, अब नीतीश का हाथ थामेंगे

पटना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, अब नवादा और रजौली से मौजूदा विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, दोनों ही विधायक जदयू में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, नवादा सीट से विधायक विभा देवी और रजौली (सुरक्षित) से प्रकाश वीर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों विधायकों ने अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को सौंपा, जिसे अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। इन दोनों विधायकों के इस्तीफे से बिहार की सियासत में खलबली मच गई है। इस्तीफे पर बोलते हुए, प्रकाश वीर ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पार्टी में लौटने का कोई सवाल ही नहीं है। मैंने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया है… वह (राजद नेता तेजस्वी यादव) एक बार नवादा में यात्रा के लिए गए थे, लेकिन उन्होंने हमें आमंत्रित नहीं किया, इसलिए हम नहीं गए। भीड़ में से कोई उन्होंने कहा, "मैंने चिल्लाकर कहा, 'तेजस्वी भैया, प्रकाश वीर को हटाओ'…इससे मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है…(राजद में वापस जाने का) कोई सवाल ही नहीं उठता।" इसी तरह, राष्ट्रीय जनता दल की नेता विभा देवी यादव ने पद से इस्तीफा देते हुए, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अच्छा काम किया है। विभा देवी यादव बिहार विधानसभा में नवादा का प्रतिनिधित्व कर रही थीं। उन्होंने कहा, "मैंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है…मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा और बिहार में अच्छा काम किया है। वह आगे भी ऐसा ही करते रहेंगे…जनता विकास की उम्मीद करती है। जनता सवाल उठाएगी कि विकास हुआ है या नहीं…" इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दो चरणों वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर परिवार को सरकार देने के अपने चुनावी वादे को दोहराया।  

चुनाव की घोषणा होते ही सभी राजनीतिक दल अर्लट : सीएम नीतीश हर दिन करेंगे चार चुनावी सभा, पीएम और राहुल की होंगी इतनी सभाएं

पटना बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही सभी राजनीतिक दलों ने ताबड़तोड़ चुनावी सभा करने की तैयारी कर ली है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और इंडिया गठबंधन अपने अपने स्टार प्रचारकों की सभाओं पर पूरा फोकस कर रहा है। इस बार पहले चरण में सबसे अधिक चुनावी सभा भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं की होगी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की 25-25 चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 से अधिक चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। सीएम नीतीश कुमार भी अपना संबोधन देंगे खास बात यह है कि पीएम मोदी की चुनावी सभा में सीएम नीतीश कुमार भी अपना संबोधन देंगे। पीएम मोदी की हर तीन में एक सभा उस क्षेत्र में होगी, जहां एनडीए के घटक दलों के उम्मीदवार हैं। वहीं दो सभा भाजपा के उम्मीदवारों के क्षेत्र में होगी। प्रधानमंत्री की सभाओं में मंच पर एनडीए के उम्मीदवारों को भी जगह मिलेगी। जनता दल यूनाईटेड की ओर से सीएम नीतीश कुमार 10 अक्टूबर से अपने चुनावी अभियान पर निकलेंगे। इस दौरान वह हर दिन चार चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। वह हेलीकॉप्टर से अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभा करेंगे। कई जगहों पर वह रोड शो भी कर सकते हैं। राहुल गांधी की 10 से अधिक चुनावी सभा इधर, इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी भी 10 से अधिक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।  जबकि, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की छह से अधिक चुनावी सभी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की पांच चुनावी सभा होने वाली है। तेजस्वी यादव की चुनावी सभा की घोषणा अब तक नहीं की गई है। संभावना है कि सीट शेयरिंग पर खुलासा होने के बाद अपनी चुनावी सभा की भी घोषणा कर देंगे। पहले चरण में इन 18 जिलों में होगा विधानसभा चुनाव         मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर।

पटना मेट्रो का दौड़ना शुरू, चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने खास नजर डालते हुए बाहर का नजारा देखा

पटना  पटना मेट्रो का इंतजार अब खत्म हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज (सोमवार) पटना मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दिन भूतनाथ से न्यू आईएसबीटी तक पहले फेज की मेट्रो के परिचालन का उद्घाटन किया गया.बिहार विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले पटना मेट्रो की शुरुआत हो गई है। सोमवार को CM नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। पहले फेज में ISBT से भूतनाथ रोड के बीच 3 स्टेशन के बीच इसे चलाया जाएगा। ये ट्रैक 4.5 KM लंबा है। तीन स्टेशनों तक मिलेगी सेवा वर्तमान में यह मेट्रो सेवा 4.3 किलोमीटर रूट पर चलेगी, जो तीन स्टेशनों आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ रोड के बीच संचालित होगी. पटना मेट्रो रेल कार्पोरेशन (पीएमआरएल) की तरफ से परिचालन की पूरी तैयारी कर ली गई थी. छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों की आधारशिला भी रखी इस दिन उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कॉरिडोर वन के तहत पटना जंक्शन सहित छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग की आधारशिला भी रखी. सेफ्टी कमिश्नर दे चुके हैं हरी झंडी 3 दिन पहले मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) ने पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर के लिए सुरक्षा प्रमाण पत्र जारी किया था। CMRS ने सिग्नलिंग सिस्टम, पटरियों की मजबूती, ट्रेन की गति, ब्रेकिंग सिस्टम और अन्य बिंदुओं की गहन जांच की थी। सुरक्षा मानकों पर खरा उतरने के बाद मेट्रो सेवा शुरू करने की मंजूरी दी गई। मधुबनी पेंटिंग से सजी मेट्रो मेट्रो के कोच को मधुबनी पेंटिंग से खास तौर पर सजाया गया है, जो बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है. कोचों में गेट, खिड़कियों और अंदरुनी हिस्सों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप और नालंदा के खंडहर जैसे बिहार के विश्वप्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के आकर्षक स्टिकर लगे हैं. 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी गति शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. 15 से 30 रुपये होगा किराया आइएसबीटी से जीरो माइल का किराया 15 रुपये, वहीं न्यू आइएसबीटी से भूतनाथ मेट्रो स्टेशन का किराया 30 रूपये तय किया गया है. यानी पटना मेट्रो का फिलहाल न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम किराया 30 रुपये रहेगा. दो इमरजेंसी बटन की सुविधा यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए हर मेट्रो कोच में 360-डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. आपात स्थिति के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है. प्रत्येक कोच में कुल 138 सीटें इमरजेंसी में बटन दबाने पर यात्री सीधे मेट्रो रेल के ड्राइवर से बात कर सकेंगे और सीसीटीवी फुटेज भी कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी. प्रत्येक कोच में कुल 138 सीटें हैं और उसमें 945 यात्रियों के खड़े होकर यात्रा करने की व्यवस्था है. सुबह 8 बजे से शुरू होगा परिचालन पहले चरण में तो यह मेट्रो आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन से भूतनाथ रोड तक चलेगी. अभी इसका परिचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा. हर 20 मिनट के अंतराल पर प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो मिलेगी. रोजाना मेट्रो 40 से 42 फेरे लगाएगी. 7 सितंबर को एलिवेटेड ट्रैक पर दौड़ी थी मेट्रो पटना मेट्रो का पहला ट्रायल रन 3 सितंबर को हुआ था। डिपो के अंदर 800 मीटर के ट्रैक पर ट्रेन को दौड़ाया गया था। इसके बाद 7 सितंबर को तीन कोच वाली मेट्रो डिपो से निकलकर ISBT स्टेशन से भूतनाथ स्टेशन तक 3.6KM का सफर एलिवेटेड ट्रैक पर तय किया था। इस दौरान मेट्रो की स्पीड, सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रैक की सुरक्षा से जुड़ी सभी चीजों की जांच की गई है। ट्रायल के दौरान आने वाली तकनीकी गड़बड़ियों को भी देखा गया था। मधुबनी पेंटिंग से डिजाइन की गई मेट्रो की बोगियां पटना मेट्रो की बोगियों को मधुबनी पेंटिंग से डिजाइन किया गया है। पूरी बोगियां नारंगी कलर में दिखेंगी। मेट्रो की तीनों बोगियों की गेट, बॉडी, खिड़की सहित हर जगह पर स्टिकर लगाया गया है। बोगियों के बाहर और अंदर का लुक बदला गया है। मेट्रो की छत पर मधुबनी पेंटिंग की स्टिकर चिपकाई गई है। बोगियों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप, नालंदा खंडहर सहित बिहार के सभी टूरिस्ट प्लेस की तस्वीरों से सजाया गया है। मेट्रो कॉरिडोर वन और टनल की रखी आधारशिला मुख्यमंत्री मेट्रो कॉरिडोर वन के पटना जंक्शन समेत छह भूमिगत स्टेशन और 9.35 किलोमीटर लंबे टनल का शिलान्यास किया। कॉरिडोर वन में पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक 9.35 किमी में टनल बनेगा। कॉरिडोर वन में 2565.80 करोड़ से छह भूमिगत स्टेशन सहित टनल का निर्माण होना है। एजेंसी से एग्रीमेंट कर लिया गया है। निर्माण 42 महीने में पूरा करना है। कॉरिडोर वन के लिए दो हिस्सों में टेंडर जारी हुआ था। इसके पहले भाग में रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन बनेगा। पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन के बाद रुकनपुरा रैप से इसपर 1147.50 करोड़ खर्च होंगे। दूसरे भाग में विकास भवन, विद्युत भवन और पटना जंक्शन स्टेशन का निर्माण होगा। साथ ही विकास भवन से पटना जंक्शन होते हुए मीठापुर रैंप तक टनल बनेगा। निर्माण पर 1418.30 करोड़ खर्च होंगे।

चुनाव से पहले NDA का मास्टरस्ट्रोक, दीदियों के खातों में पहुंचा 2100 करोड़

 पटना  बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज हो सकता है। शाम चार बजे भारत निर्वाचन आयोग के प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा हो चुकी है जिसमें चुनाव का पूरा प्रोग्राम अनाउंस किया जा सकता है। इससे पहले एनडीए खासकर बिहार सरकार ने एक और स्ट्रोक लगा दिया है। सीएम नीतीश कुमार ने रिमोट का बटन दबाकर बिहार की 21 लाख जीविका दीदियों के खाते में दस-दस हजार की राशि सोमवार को भेज दिया। अबतक एक करोड़ 21 लाख दीदियों को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत दस हजार की राशि का लाभ दिया जा चुका है। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत बिहार सरकार के कई मंत्री और अधिकारी शामिल थे। इससे पहले 26 सितम्बर को पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से रिमोट दबाककर 75 लाख महिलाओं को यह उपहार दिया था। पीएम ने कहा था कि बिहार की महिलाओं के दो भाई हैं नीतीश और नरेंद्र जो उनकी सुख और समृद्धि के लिए काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने तीन अक्टूबर को दूसरी किश्त जारी की। उस दिन 25 लाख महिलाओं के खाते में दस-दस हजार की राशि ट्रांसफर की गई थी। अब आज सोमवार को 21 लाख महिलाओं को इसका लाभ दिया गया। बिहार सरकार यह संकल्प है कि राज्य की महिलाओं को शैक्षणिका, राजनीतिक, सामाजिक के साथ आर्थिक रूप से भी मजबूत किया जाए। मालूम हो कि महिलाओं को अपने पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए उन्हें दस-दस हजार रुपये दिये जा रहे हैं। बाद में उनके द्वारा की गयी तैयारी का आकलन करते हुए उन्हें और दो लाख रुपये तक की सहायता राज्य सरकार देगी। इस योजना में जीविका से जुड़ी हर परिवार की एक महिला को यह राशि दी जा रही है। अन्य महिलाएं भी जीविका से जुड़कर इस योजना का लाभ ले सकती हैं। सीएम आज पटना मेट्रो का उद्घाटन करने वाले हैं। मुजफ्फरपुर में भी वे करीब तीन सौ करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन आज करने वाले हैं।

नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट पटना मेट्रो जल्द दौड़ेगी, किराया ₹15 से ₹30, होगी रोज़ 40+ राइड्स

पटना  बिहार में विधानसभा चुनाव करीब हैं. चुनाव की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार भी एक्टिव मोड में है. चुनाव कार्यक्रम के ऐलान से पहले सीएम नीतीश की सरकार अब पटना के लोगों को बड़ा तोहफा देने जा रही है. सीएम नीतीश 6 अक्टूबर को दिन में 11 बजे पटना के लोगों को मेट्रो रेल की सौगात देंगे. पटना मेट्रो रेल परियोजना पर 13 हजार 925 करोड़ 50 लाख की लागत आई है. पटना मेट्रो के उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम नीतीश के साथ दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल होंगे. पटना मेट्रो के शुभारंभ पाटलिपुत्र बस डिपो से होना है. इस सेवा की शुरुआत के बाद यात्री इसमें आईएसबीटी स्टेशन से जीरो माइल और भूतनाथ तक सफर कर पाएंगे. इस रूट की लंबाई करीब सवा चार किलोमीटर है. पटना मेट्रो का न्यूनतम किराया 15 रुपये पटना मेट्रो के लिए जो किराया निर्धारित किया गया है, उसके मुताबिक एक स्टेशन तक सफर करने के लिए 15 रुपये का टिकट लगेगा और अधिकतम किराया 30 रुपये होगा. पटना मेट्रो का परिचालन फिलहाल सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होगा और हर दिन इस रूट पर मेट्रो ट्रेन 40 से 42 फेरे लगाएगी. पटना मेट्रो की साज-सज्जा पर भी खास ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन को विश्व प्रसिद्ध मधुबनी पेंट्रिंग से सजाया गया है. इस पेंटिंग में बिहार की पहचान की झलके है. पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की पूरी टाइमलाइन बिहार राजधानी पटना में मेट्रो ट्रेन चलाने का प्लान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2013 में बनाया था. पटना मेट्रो परियोजना की गिनती सीएम नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में की जाती है. नीतीश कुमार की अगुवाई वाली कैबिनेट ने 11 जून 2013 को पटना मेट्रो परियोजना के लिए डीपीआर तैयार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. जून 2014 में पटना मेट्रो परियोजना को हरी झंडी मिली, जिसका निर्माण पांच चरणों में कराने का प्रस्ताव पारित किया गया. पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में बिहार और केंद्र सरकार के साथ–साथ जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी यानी JICA की भी भागीदारी है. कब क्या हुआ– -17 फरवरी 2019 को पीएम मोदी ने पटना के पहले मेट्रो रेल कॉरिडोर का शिलान्यास किया -18 फरवरी 2019 को पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की स्थापना की गई -पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी PMRCL को पटना मेट्रो प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी मिली -इस प्रोजेक्ट में DMRC को सलाहकार बनाया गया -4 मार्च 2019 को पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने पटना के इंदिरा भवन में अपना ऑफिस खोला -जनवरी 2022 में एल एंड टी कंपनी ने पटना मेट्रो के फेज-1 के कॉरिडोर-2 के डिजाइन और निर्माण के लिए मेट्रो ऑपरेटर DMRC से ऑर्डर हासिल किया -पहले फेज में पटना मेट्रो के पांच स्टेशन पूरा करने का लक्ष्य रखा गया  

नीतीश कुमार का युवाओं को तोहफा, स्कॉलरशिप में किया बड़ा इज़ाफा

पटना   मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव के ऐलान से ठीक पहले बिहार के छात्र-छात्राओं को बड़ा तोहफा दिया है. शुक्रवार को शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन में इस बात का ऐलान किया गया है. बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त 4 से 5 अक्टूबर तक बिहार के दौरे पर रहेंगे. इसके बाद बिहार में चुनाव का ऐलान संभव है. क्या कहा गया है नोटिफिकेशन में? शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिफिकेशन में बताया गया है कि मुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना से संबंधित तथ्य राज्य के सभी कोटि के प्राथमिक, मध्य एवं माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 1ली से 10वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पठन-पाठन में सहयोग के लिएमुख्यमंत्री बालक/बालिका छात्रवृत्ति योजना की वर्ष 2013 में प्रारंभ की गयी थी. वर्त्तमान आर्थिक और समाजिक परिवेश एवं विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से वर्त्तमान वार्षिक दर में दुगुनी वृद्धि की जा रही है. यह योजना साल 2013 से राज्य में चलाई जा रही है. तब से लाखों छात्र-छात्राओं को इससे लाभ मिलता आ रहा है. लेकिन इस बार छात्रवृत्ति की राशि बढ़ जाने से बच्चों और अभिभावकों की आर्थिक मदद और मजबूत होगी. ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों तक कई परिवारों के लिए यह राहत की खबर है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चुनाव से ठीक पहले लिया गया यह फैसला सरकार की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है. इससे बड़ी संख्या में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार सीधे तौर पर प्रभावित होंगे. खासकर वे माता-पिता, जिनके लिए बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना मुश्किल होता है. सरकार का कहना है कि इस फैसले से बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक असर पड़ेगा. यह न सिर्फ उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करेगा बल्कि ड्रॉपआउट दर को भी कम करने में मदद करेगा. महिला रोजगार योजना के तहत दी गई राशि  इससे पहले 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की 25 लाख लाभुक महिलाओं को 10 हजार रुपये प्रति लाभुक की दर से 2500 करोड़ रुपये की राशि का स्थानांतरण किया. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए 26 सितम्बर को की गई थी और उस दिन 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के अंतर्गत राज्य की 75 लाख महिला लाभुकों को 10 हजार प्रति लाभुक की दर से 7500 करोड़ की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गयी थी. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' का मुख्य लक्ष्य राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को उनकी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता देना है. पहले कितना मिलता था अब कितना मिलेगा?  क्लास वर्तमान अब मिलेगा 1 से 4 600 1200 5 से 6 1200 2400 7 से 8 1800 3600 9 से 10 1800 3600  

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खोला विकास का पिटारा, 20,658 योजनाओं की दी सौगात

पटना  बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार जनोपयोगी और विकास योजनाओं का उपहार प्रदेशवासियों को दे रहे हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भवन निर्माण विभाग एवं बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित विज्ञान, प्राविधिकी एवं तकनीकी शिक्षा, पशु एवं मत्स्य संसाधन, समाज कल्याण, परिवहन, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण सहित अन्य विभाग के भवनों के निर्माण से संबंधित 997 करोड़ रुपये लागत की 97 योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारंभ तथा 2,467 करोड़ की लागत से 137 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अंतर्गत छूटे हुए टोलों में पेयजल आपूर्ति तथा बहुग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं से संबंधित 5,190 करोड़ रुपये की लागत की 15,670 योजनाओं का शिलान्यास एवं 1,377 करोड़ रुपये की लागत की 4,312 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न जिलों में क्रिटिकल केयर ब्लॉक भवन, अनुमंडलीय अस्पताल, औषधि भंडार गृह एवं स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से संबंधित 1,121 करोड़ रुपये की लागत की 281 योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारंभ एवं 272 करोड़ की लागत की 144 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के अंतर्गत 497 करोड़ की लागत से पर्यटन के विकास से संबंधित 17 विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही, लघु जल संसाधन विभाग के तहत मुख्यमंत्री निजी नलकूप योजना के 13,716 लाभार्थियों के खाते में 81 करोड़ 29 लाख रुपये का डीबीटी के माध्यम से अंतरण किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी संबद्ध विभागों को बधाई देते हुए कहा कि इन योजनाओं के शुरू होने से राज्य में विकास कार्यों को नई गति और दिशा मिलेगी। इसका प्रत्यक्ष लाभ लोगों को मिलेगा, जिससे उनका जीवन स्तर और बेहतर होगा। कार्यक्रम के दौरान लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, स्वास्थ्य एवं पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि एवं लघु जल संसाधन विभाग के सचिव बी कार्तिकेय धनजी ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं के संबंध में जानकारी दी।

नीतीश कुमार का बड़ा बयान – दो बार साथ लेकर गलती की थी

गोपालगंज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद पर हमला बोला है। पहले दो बार राजद के साथ सरकार बनाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि उस समय हमसे गलती हो गई थी। अब इधर-उधर नहीं करेंगे। उन्होंने राजद पर हमला बोलते हुए कहा, "पहले कुछ नहीं था, चीजें गड़बड़ थीं। इसलिए इसे याद रखें। पहले यहां-वहां काम हो रहा था, और अब वे कई जगहों पर कुछ चीजें कर रहे हैं। आप जानते हैं कि गलती हुई थी, कुछ लोगों ने डेढ़ साल तक कुछ चीजों को हल्के में लिया, दो बार। बाद में मैंने उन्हें दोनों बार हटा दिया। उसके बाद, मैंने कहा कि अब से यहां-वहां कुछ नहीं किया जाएगा। जो शुरू से था, वह हमेशा रहेगा।" सीएम नीतीश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति बेहद खराब थी। लोग शाम को घर से निकलने में डरते थे, लेकिन पिछले 20 सालों में बिहार ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में अब तक 5 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गई। स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई नए मेडिकल कॉलेज खोले गए। आम जनता को राहत देते हुए 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त की गई। वहीं, वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी और महिलाओं को रोजगार देने पर भी सरकार ने जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस में जितनी महिलाओं की संख्या है, उतनी पूरे भारत के किसी भी राज्य में नहीं है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए बराबरी से काम किया है। मुस्लिम समुदाय के लिए कब्रिस्तान की घेराबंदी की गई तो मंदिरों की चाहरदीवारी भी बनवाई गई। पहले हिंदू-मुस्लिम के नाम पर राजनीति होती थी, लेकिन अब सब खत्म हो गया है।" मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री बिहार के विकास में काफी मदद कर रहे हैं।

नीतीश सरकार का बड़ा एलान: ग्रेजुएट बेरोजगारों को हर महीने मिलेगा आर्थिक सहारा

पटना  बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने युवाओं को बड़ा तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेरोजगार ग्रेजुएट युवाओं के लिए नई योजना की घोषणा की है. इसके तहत सरकार 20 से 25 साल की उम्र के ऐसे स्नातक युवकों और युवतियों को हर महीने 1000 रुपये देगी, जिनके पास न नौकरी है और न ही स्वरोजगार. यह भत्ता अधिकतम दो साल तक दिया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घोषणा की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की. उन्होंने लिखा कि नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही युवाओं को रोजगार और नौकरी देने को प्राथमिकता दी गई है. आने वाले पांच साल में राज्य सरकार का लक्ष्य है कि एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाए. इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है और युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जा रहा है. किन छात्रों को मिलेगा फायदा? नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार का मानना है कि जब तक युवा पढ़ाई या ट्रेनिंग के दौरान आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तब तक वे नौकरी और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अच्छे से नहीं कर पाएंगे. इसी सोच के तहत पहले से चल रही मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का विस्तार किया गया है. पहले इस योजना का लाभ सिर्फ इंटर पास बेरोजगार युवाओं को मिलता था. लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है. अब कला, विज्ञान और वाणिज्य में स्नातक पास बेरोजगार युवक-युवतियों को भी यह भत्ता मिलेगा. आत्मनिर्भर बनने में मदद सरकार का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाना है. भत्ता मिलने से वे अपनी पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षा और कौशल प्रशिक्षण में आर्थिक मदद पा सकेंगे. नीतीश कुमार को उम्मीद है कि यह राशि बेरोजगार युवाओं को अपने भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करेगी. युवाओं को फायदा ही फायदा विशेष बात यह है कि सरकार का यह ऐलान चुनावी साल में आया है. ऐसे में इसे युवाओं को साधने की कोशिश भी माना जा रहा है. हालांकि, नीतीश कुमार का कहना है कि यह कदम राज्य को आत्मनिर्भर और रोजगारमूलक बनाने की दिशा में सरकार की दूरदर्शी सोच का हिस्सा है.