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रोजगार मेले में बंटी खुशियां, युवाओं ने कहा– पीएम मोदी ने दी नई उड़ान, अब देश सेवा का वक्त

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुक्रवार को रोजगार मेले में 51,000 से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। नियुक्ति पत्र मिलने पर युवाओं ने खुशी जताई। खान मंत्रालय में जियोसाइंटिस्ट के रूप में शामिल हुए भीम चंद गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नियुक्ति पत्र मिलना गर्व का विषय है। किसी भी देश को अपना डेमोग्राफिक डिविडेंड का फायदा उठाना बहुत जरूरी है। भारत की वर्किंग आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है। ऐसे रोजगार मेले इसका फायदा उठाने में मदद करते हैं। इससे विकसित भारत विजन को साकार करने में मदद मिलेगी। दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (स्टेनोग्राफर) का नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले विनय फलवारिया ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री ने हमें यह मौका दिया है। इससे आने वाली युवा पीढ़ी भी प्रोत्साहित होगी। सभी परिवार, गुरुजन और अन्य सभी काफी खुश हैं। वहीं, एनटीआरटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति पत्र करने वाले मनीष शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से रोजगार मेलों का आयोजन करना एक बहुत अच्छा निर्णय है। इससे युवाओं को विकसित भारत विजन में योगदान देने का मौका मिल रहा है। खान मंत्रालय के तहत केमिस्ट पोस्ट पर नियुक्त होने वाले हितेश मौर्या ने कहा कि मेरे लिए यह काफी खुशी का मौका है। रोजगार मेले एक बहुत अच्छा कार्यक्रम है। इतने बड़े मंच पर आना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। इससे आने वाली पीढ़ी को प्रोत्साहन मिलेगा। नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले एक अन्य प्रतिभागी आदित्य सिंह ने बताया कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी थी और इस तरह के कार्यक्रम काफी अच्छे हैं। 17 वां रोजगार मेल देशभर में 40 लोकेशन पर आयोजति किया गया था। इसमें करीब 51,000 चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिए गए। पीएम मोदी इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। 

सिर्फ एक दिन में रेलवे ने कर दिखाया कमाल, यात्रियों पर चला डंडा

जालंधर(पुनीत) रेलवे के टिकट चैकिंग स्टॉफ ने इतिहास रचते हुए एक दिन में सर्वाधिक जुर्माना किया है और रिकार्ड राजस्व अर्जित कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। डी.आर.एम. संजीव कुमार के नेतृत्व में किए गए योजनाबद्ध प्रयासों और टीम वर्क के परिणाम स्वरूप टिकट चैकिंग के माध्यम से 3348 यात्रियों को 25.06 लाख का जुर्माना किया गया। अधिकारियों ने बताया कि जालंधर सिटी, कैंट, सहित मंडल के विभिन्न स्टेशनों और ट्रेनों में चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान 1 दिन में कुल 3,348 यात्रियों को बिना टिकट अथवा अनियमित यात्रा करते हुए पकड़ा गया। इन यात्रियों से जुर्माने एवं शुल्क के रूप में 25.06 लाख की राशि वसूली गई। इससे पहले, वर्ष 2022 में मंडल ने एक दिन में 24.5 लाख का टिकट चैकिंग राजस्व अर्जित कर अपना सर्वोच्च रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब पीछे छोड़ते हुए मंडल ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार ने समस्त टिकट चैकिंग स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि यह सफलता उनके परिश्रम, अनुशासन, समन्वय और समर्पण का परिणाम है।  उन्होंने बताया कि मंडल में टिकट चैकिंग अभियानों को सुदृढ़ बनाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है, जिसमें अधिक भीड़ वाले मार्गों, प्रमुख ट्रेनों एवं स्टेशनों पर निगरानी बढ़ाई गई है। इसके साथ ही यात्रियों को जागरूक करने हेतु नियमों के पालन का संदेश भी दिया जा रहा है। संजीव कुमार ने कहा कि बिना टिकट एवं अनियमित यात्रा रेलवे की आय को प्रभावित करती है, साथ ही यह ईमानदार यात्रियों के अधिकारों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है। ऐसे में यात्रियों से अपेक्षा की जाती है कि वे नियमों का पालन करें और यात्रा से पहले वैध टिकट अवश्य लें। 11 जोड़ी नई त्यौहार स्पैशल ट्रेनों का संचालन वहीं, रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि छठ पर्व पर नियमित निर्धारित ट्रेनों के अलावा त्यौहार स्पैशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में स्पैशल ट्रेनों के माध्यम से आज फिरोजपुर मंडल से कुल 1.20 लाख यात्रियों ने अपने गंतव्यों के लिए यात्रा की। वहीं, मंडल द्वारा 11 जोड़ी नई त्यौहार स्पैशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है जोकि जालंधर, लुधियाना, अमृतसर सहित विभिन्न स्टेशनों से संचालित होगी। 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के अथक प्रयासों से प्रदेश में निवेश का नया कीर्तिमान

हर जिले में औद्योगिक निवेश की अपार संभावनाएं भोपाल  मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य के हर जिले में निवेश को सक्रिय रूप से लाने का काम किया है। उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल, सागर और रीवा में आयोजित क्षेत्रीय रीजनरल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (RIC) उद्योग सम्मेलन ने स्थानीय उद्यमियों और उद्योगपतियों को सीधे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के साथ जोड़ा। मुख्यमंत्री ने जर्मनी, स्पेन और जापान सहित प्रमुख देशों के दौरे किए, जहाँ उन्होंने मध्यप्रदेश के औद्योगिक अवसरों और निवेश की संभावनाओं को वैश्विक मंच पर पेश किया। देश के प्रमुख औद्योगिक शहरों में रोड शो के माध्यम से निवेशकों को प्रदेश की सरल सुगम औद्योगिक नीतियों, योजनाओं और अवसरों से सीधे परिचित किया। इन पहलों से न केवल निवेश बढ़ा बल्कि उद्यमियों के लिए औद्योगिक अवसर और युवाओं के लिए रोजगार भी सृजित हुए। औद्योगिक अधोसंरचना और प्रमुख परियोजनाएँ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में औद्योगिक अधोसंरचना का विस्तार तेजी से हुआ है। राज्य के लगभग 85 प्रतिशत जिलों में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं, जो प्रत्येक जिले की विशेषताओं और क्षमताओं के अनुरूप हैं। सितंबर 2025 तक 33 हजार 450 हेक्टेयर में 139 औद्योगिक पार्क तैयार हो चुके हैं जो 2023 की तुलना में दोगुने से अधिक हैं। नए औद्योगिक क्षेत्रों के लिए 4 हजार 861 हेक्टेयर में 5,700 करोड़ रुपए, मौजूदा क्षेत्रों के उन्नयन के लिए 761.77 करोड़ रुपए, और विशेष सहायता योजना के तहत 5 हजार 165.36 करोड़ रुपए मूल्य की 43 परियोजनाएँ स्वीकृत हुई हैं। उज्जैन में विक्रम उद्योगपुरी एक स्मार्ट औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा हाल में शिलान्यास किए गए धार में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क टेक्सटाइल मूल्य श्रृंखला का आधार बन रहा है। सितापुर-मुरैना में मेगा लेदर और फुटवियर पार्क 162.70 हेक्टेयर में फैला निर्यातोन्मुख केंद्र बन गया है। नर्मदापुरम के मोहासा-बाबई में नवकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण क्षेत्र में 17 हजार 750 करोड़ रु. का निवेश हुआ है, 21,777 रोजगार सृजित हुए और 514.50 एकड़ भूमि 22 इकाइयों को आवंटित की गई। Phase-II में नौ अतिरिक्त इकाइयों के लिए 551 एकड़ भूमि आवंटित की गई है, जिससे 39,210 करोड़ रुपए का प्रस्तावित निवेश और 14 हजार 700 से अधिक रोजगार सृजित होंगे। रतलाम में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क, सीहोर में आष्टा क्लस्टर, जमोदी में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और ग्वालियर में टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन राज्य में औद्योगिक विविधता और आधुनिक उत्पादन को मजबूत कर रहे हैं। इंदौर आर्थिक कॉरिडोर के माध्यम से भूमि पूलिंग और औद्योगिक विस्तार सुगम हुआ है। तकनीक, नवाचार और क्षेत्रीय कौशल भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में स्थापित आईटी और डिजिटल उद्योग केंद्र राज्य को बहु-क्षेत्रीय औद्योगिक शक्ति केंद्र बना रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मानना है कि तकनीक और नवाचार को स्थानीय प्रतिभा के साथ जोड़कर ही औद्योगिक विकास की सार्थकता है। क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन और प्रशिक्षण पहलों के माध्यम से स्थानीय युवाओं और उद्यमियों को उद्योग की मांग के अनुसार कौशल प्रदान किया जा रहा है। क्षेत्रीय औद्योगिक विकास के स्पष्ट परिणाम मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों से जिलों में औद्योगिक विकास स्पष्ट रूप से दिख रहा है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने निवेशकों को हर जिले की विशेष क्षमताओं और निवेश अवसरों जिससे निवेश सीधे धरातल पर आया। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से यह सुनिश्चित हुआ कि विकास सिर्फ शहरों तक सीमित न रहे, बल्कि जिले और स्थानीय स्तर पर हर कोने में निवेश और उद्योगों का विस्तार हो। निवेश से साकार हुई प्रगति प्रदेश में निवेश परियोजनाएँ तेजी से धरातल पर उतर रही हैं। विक्रम उद्योगपुरी, पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क और नर्मदापुरम के नवकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण क्षेत्र जैसी परियोजनाओं ने औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को मजबूती दी है। निवेश बढ़ने के साथ ही रोजगार, स्थानीय व्यवसाय और नए उद्योग स्थापित हुए हैं। यह साबित करता है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निवेश प्रयास वास्तविक परिणाम में बदल रहे हैं और प्रदेश की औद्योगिक प्रगति को मजबूती दे रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दृष्टिकोण स्पष्ट है कि औद्योगिकीकरण केवल निवेश तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि स्थानीय रोजगार, क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना चाहिए। प्रदेश में निवेश आने से जिले और क्षेत्रों में उद्योग स्थापित हो रहे हैं, स्थानीय युवाओं और उद्यमियों के लिए नए अवसर पैदा हो रहे हैं और मध्यप्रदेश अब निवेशकों के लिए भरोसेमंद और सक्रिय औद्योगिक केंद्र बन गया है।  

सीताराम केसरी का अपमान उठाया मोदी ने, कांग्रेस पर किया जमकर कटाक्ष

बेगूसराय  भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. सीताराम केसरी की आज पुन्यतिथि है। इस मौके पर बिहार के दलित नेता को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के खिलाफ पार्टी अध्यक्ष के अपमान का मुद्दा उछाल दिया। कहा कि कांग्रेस परिवार (गांधी परिवार) ने केसरी उन्हीं के मकान में बाथरूम में बंद करवा दिया और अध्यक्ष पद की चोरी कर ली। पीएम ने राहुल गांधी के वोट चोरी नारे पर उन्हीं के अंदाज में जवाब दे दिया। बेगूसराय की चुनावी रैली में जुटी लाखों की भीड़ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केसरी की पुण्यतिथि है। देश यह कभी नहीं भूल सकता कि कांग्रेस के इस परिवार ने किस प्रकार से सीताराम केसरी को अपमानित किया। आज का दिन हमें याद दिलाता है कि कांग्रेस पार्टी दलित और पिछड़ों के अधिकार छीनने के लिए क्या कुछ कर सकती है। इन लोगों के लिए सिर्फ अपना परिवार ही सबसे ऊपर है। आपने टीवी पर देखा होगा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे सीताराम केसरी जो हमारे बिहार के गौरव थे, उन्हें उनके घर के बाथरूम में बंद कर दिया गया और उनको उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया। इतने से भी मन नहीं भरा तो उनके जिम्मे जो कांग्रेस का अध्यक्ष पद था, इस परिवार ने अध्यक्ष पद की भी चोरी कर ली। यह ऐसे लोग हैं जिन्हें आपके परिवार की कोई चिंता नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि जंगल राज में हमारी माताएं बहने सबसे ज्यादा पीड़ित रहीं। आज एनडीए के सुशासन में वही बहनें निर्भीक होकर अपने को आत्मनिर्भर बना रही हैं। देश दुनिया में बड़ा नाम करने के लिए आगे आ रही हैं। जीविका दीदी के रूप में बिहार की बहने गांव में अपना व्यवसाय कर रही हैं लखपति डॉन में बिहार की बहनों की संख्या अच्छी है। कांग्रेस राजद की सरकार में बहनों के कुछ नहीं किया गया।  

सीनियर महिला हॉकी टीम: 39 खिलाड़ियों के कोर ग्रुप की घोषणा, नई उम्मीदों के साथ शिविर शुरू

बेंगलुरु हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को सीनियर महिला राष्ट्रीय कोचिंग शिविर के लिए 39 सदस्यीय कोर संभावित ग्रुप की घोषणा की। यह शिविर 24 अक्टूबर से 7 दिसंबर तक बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में आयोजित होगा। यह शिविर चीन के हांग्जो में आयोजित महिला एशिया कप 2025 में भारतीय महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन पर आधारित है, जहां उन्होंने रजत पदक जीतकर एशिया की शीर्ष टीमों में से एक के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत किया। गोलकीपिंग यूनिट में बिचू देवी खारीबाम, बंसरी सोलंकी, और माधुरी किंडो के साथ-साथ असम हॉकी की प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी समीक्षा सक्सेना भी शामिल हैं, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया था। रक्षात्मक लाइनअप का नेतृत्व अनुभवी खिलाड़ियों निक्की प्रधान, सुशीला चानू पुखरामबम, उदिता और महिमा चौधरी द्वारा किया जाएगा, जो उभरती हुई प्रतिभाओं इशिका चौधरी, ज्योति छत्री, अंजना डुंगडुंग, अक्षता अबासो ढेकाले और सुमन देवी थौदाम द्वारा पूरक हैं, जो ऊर्जा और युवा को बैकलाइन में लाते हैं। मिडफील्ड में, टीम कौशल और निरंतरता का संयोजन करती है, जिसे नेहा, सलीमा टेटे, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, मनीषा चौहान और शर्मिला देवी के अनुभव के साथ-साथ उभरती प्रतिभाएं सुजाता कुजूर, महिमा टेटे, अलबेला रानी टोप्पो और पूजा यादव का समर्थन प्राप्त है। फॉरवर्ड लाइन में गति और स्कोरिंग प्रतिभा का एक रोमांचक मिश्रण है, जिसमें नवनीत कौर, दीपिका सोरेंग, संगीता कुमारी, रुतुजा दादासो पिसल, मुमताज खान, ब्यूटी डुंगडुंग, अन्नू, ऋतिका सिंह, दीपिकामोनिका टोप्पो, चंदना जगदीश और काजल सदाशिव अटपडकर शामिल हैं। दीपिका, जो अपने ड्रैग-फ्लिकिंग कौशल के लिए जानी जाती हैं और हाल ही में एक चोट से उबरी हैं, जो महिला एशिया कप 2025 में नहीं खेल पाई थीं, सीनियर कैंप का भी हिस्सा हैं। भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “टीम ने हाल ही में हुए महिला एशिया कप में शानदार खेल दिखाया, और यह कैंप हमें उस गति को और आगे बढ़ाने का अवसर देगा। हमारा ध्यान अपनी संरचना को बेहतर बनाने, महत्वपूर्ण क्षणों में अपने रूपांतरण में सुधार करने और शारीरिक कंडीशनिंग को बेहतर बनाने पर होगा। हम आक्रमण में अपनी स्वतंत्रता को बढ़ाने और अपने खेल के सिद्धांतों के साथ अधिक निकटता से जुड़ने के लिए अपनी रक्षात्मक संरचना पर भी अधिक जोर देना चाहते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हमारे पास अनुभवी खिलाड़ियों और होनहार युवा प्रतिभाओं का अच्छा मिश्रण है, और यह देखना रोमांचक होगा कि वे समूह के समग्र स्तर को ऊंचा उठाने के लिए एक-दूसरे को कैसे प्रेरित करते हैं। यह राष्ट्रीय कोचिंग शिविर आगामी अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम और भविष्य के वैश्विक टूर्नामेंटों की तैयारी के लिए अंतिम कोर टीम का चयन करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।” भारतीय महिला हॉकी टीम का नया 39 सदस्यीय सीनियर कोर ग्रुप: गोलकीपर बिचु देवी खारीबाम, बंसरी सोलंकी, माधुरी किंडो, समीक्षा सक्सेना। डिफेंडर महिमा चौधरी, निक्की प्रधान, सुशीला चानू पुखरामबम, उदिता, इशिका चौधरी, ज्योति छत्री, ज्योति, अक्षता अबासो ढेकाले, अंजना डुंगडुंग, सुमन देवी थौदम। मिडफील्डर सुजाता कुजूर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, नेहा, सलीमा टेटे, मनीषा चौहान, अजमीना कुजूर, सुनीता टोप्पो, लालरेम्सियामी, शर्मिला देवी, बलजीत कौर, महिमा टेटे, अलबेला रानी टोप्पो, और पूजा यादव। फॉरवर्ड दिपीमोनिका टोप्पो, रितिका सिंह, दीपिका सोरेंग, नवनीत कौर, संगीता कुमारी, दीपिका, रुताजा दादासो पिसल, ब्यूटी डुंगडुंग, मुमताज खान, अन्नू, चंदना जगदीश, काजल सदाशिव अतपडकर।  

सीवान में गरजे अमित शाह: बोले, ‘ओसामा को जीतने मत देना’, RJD पर बोला जोरदार हमला

सीवान बिहार चुनाव का घमासान तेज हो गया है। शुक्रवार को एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्तीपुर और बेगूसराय में चुनावी रैली को संबोधित किया। तो वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीवान में चुनावी जनसभा की। इस दौरान उनके निशाने पर लालू यादव की आरजेडी रही। शहाबुद्दीन का नाम लेकर शाह ने लालू-राबड़ी पर हमला बोला। उन्होने कहा कि सीवान की जनता ने कभी शहाबुद्दीन के सामने सरेंडर नहीं किया। 20 साल के लालू और राबड़ी के जंगलराज को सीवान के लोगों ने सहा है। लेकिन कभी झुके नहीं है। एक बार फिर लालू ने रघुनाथपुर से शहाबुद्दी के बेटे ओसामा शहाब को टिकट दिया है। सीवान वाले इस धरती से आरजेडी को जवाब देंगे, और ओसामा को जीतने नहीं देंगे। शाह ने बताया कि मैंने बिहार प्रदेश भाजपा को कहा था, कि मेरा सबसे पहले दौरा सीवान में लगाइएगा। नामांकन के बाद मेरा सबसे पहला दौरा सीवान में हो। आपको लगेगा क्यों सीवान आना चाहते हैं? मैं सीवान की जनता को सलाम करने आया हूं। क्योंकि 20 साल के लालू-राबड़ी के जंगलराज को सीवान की जनता ने सहा। शहाबुद्दीन का खौफ सीवान ने सहा है। भूमि लालवान हो गई, लेकिन सीवान वालों ने झुकने का नाम नहीं लिया और लालू -राबड़ी के राज को खत्म किया। शहाबुद्दीन का नाम लेकर शाह ने कहा कि 20 साल तक ए- कैटेगरी हिस्ट्रीशीटर। जिस पर 75-75 केस, 2-2 कारावास, ट्रिपल मर्डर, एसपी सिंघल पर हमला। छोटा लाल गुप्ता और मुन्ना चौधरी की हत्या, के साथ व्यापारियों के बेटों को तेजाब में निलहाकर कर गला देने का आरोप था। लेकिन सीवान की जनता शहाबुद्दी के सामने कभी सरेंडर नहीं हुई। शहाबुद्दीन के सामने सीवान से हमारे ओम प्रकाश को आपने सांसद बनाकर भेजा। शाह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप सब एकजुट हो जाइए, इसी शहाबुद्दीन के बेटे को रघुनाथपुर से लालू ने प्रत्याशी बनाया है। लेकिन मैं कहने आया हूं, कि बिहार में मोदी और नीतीश कुमार का राज है। 100 शहाबुद्दीन भी आ जाएं, तो भी किसी का बाल बांका नहीं हो सकता। सीवान वालों इसी भूमि से लालू-राबड़ी को जवाब दे दो। फिर से जंगलराज नहीं आने देंगे। ओसामा को नहीं जीतने देंगे। शहाबुद्दीन की विचारधारा को नहीं आने देंगे। शाह ने लोगों से पूछते हुए कहा कि शहाबुद्दीन की विचारधारा को वोट दे सकते हैं क्या? आज में कहने आया है कि दीपावली मनाई, छठ बनाएंगे और असली दिवाली 14 नवंबर को होगी, जब लालू के बेटे का सूपड़ा साफ हो जाएगा।  

छात्र संघ चुनाव से पहले JNU में विवाद, ‘आई लव मुहम्मद’ स्लोगन हटवाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप

दक्षिणी दिल्ली जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में धार्मिक स्लोगन लिखे जाने का मामला सामने आया है। परिसर में रात के अंधेरे में कई जगहों पर पेंट से 'आई लव मुहम्मद' लिखा गया था। सुबह होने के बाद दीवारों पर स्लोगन लिखे हुए दिखाई दिए। हालांकि इस बारे में सूचना मिलते है विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इन्हें तुरंत साफ करवा दिया गया है। छात्रों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों की ओर से छात्रसंघ चुनाव को लेकर परिसर में माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले देश के कई राज्यों में 'आR लव मुहम्मद' विवाद सामने आ चुका है। जेएनयू छात्रसंघ चुनाव से पहले विश्वविद्यालय परिसर में भी ये मामला पहुंच चुका है। छात्रों के मुताबिक जेएनयू के बराक होस्टल के मुख्य द्वार सहित कुछ जगहों पर पेंट से स्लोगन लिखे गए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इन्हें हटवा दिया गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) की जेएनयू इकाई ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि छात्रसंघ चुनाव से पहले विवाद फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है।  

चिराग पासवान ने महागठबंधन की नीतियों पर साधा निशाना, कहा- मुस्लिम वोट का सिर्फ उपयोग

पटना केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि विपक्ष मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करता है, और उनके वास्तविक प्रतिनिधित्व से हमेशा किनारा करता है। मुस्लिम समाज के प्रतिनिधित्व पर खड़े किए ये सवाल पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पासवान ने कहा, “‘इंडिया' गठबंधन यादवों और सहनी समाज के नाम पर राजनीति कर रहा है, लेकिन मुसलमानों की बात वह केवल वोट के समय करता है। मुसलमानों की जनसंख्या बिहार में लगभग 18 फीसदी है, फिर भी ‘इंडिया' गठबंधन ने किसी मुस्लिम नेता को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या किसी प्रमुख पद का उम्मीदवार नहीं बनाया।” उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव, यादव समाज से हैं, जिनकी आबादी करीब 13 फीसदी है, जबकि मुकेश सहनी, साहनी समाज से आते हैं, जिनकी आबादी लगभग 2 फीसदी है। लेकिन 18 फीसदी मुस्लिम आबादी के बावजूद, मुसलमानों को सत्ता की भागीदारी से वंचित रखा गया है। ये लोग सिर्फ मुसलमानों को डराकर और भावनात्मक मुद्दों पर भड़का कर वोट लेना जानते हैं, उन्हें असली प्रतिनिधित्व देने की उनकी नीयत कभी नहीं रही।” VIP प्रमुख मुकेश सहनी पर बोला हमला पासवान ने वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा “सहनी समाज के नाम पर राजनीति करने वाले मुकेश सहनी ने अपने समाज को भुला दिया है। उन्होंने केवल अपने लिए उपमुख्यमंत्री का पद मांगा, समाज के अधिकारों के लिए एक शब्द नहीं कहा। अब वह केवल स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं।” लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने कहा कि महागठबंधन जाति और धर्म के आधार पर समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है, जबकि केंद्र सरकार सभी वर्गों के लिए समान रूप से योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा, “2005 में मेरे पिता रामविलास पासवान ने कहा था कि बिहार में मुख्यमंत्री मुस्लिम समाज से बनाया जाना चाहिए, लेकिन तब भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज भी मुसलमानों को सिर्फ वोट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।” चिराग पासवान ने दावा किया कि अब मुसलमान भी समझ चुके हैं कि तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी केवल चुनाव के वक्त उन्हें याद करते हैं, शासन और सत्ता में उन्हें कोई जगह नहीं देते। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सभी तबकों के विकास के लिए काम कर रही है, जबकि महागठबंधन समाज को जाति और धर्म के आधार पर विभाजित करने की राजनीति कर रहा है।

जनपदों में होगी ‘जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी’ की तैनाती, नया पद सृजित करने के लिए मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

 औषधि नियंत्रण संवर्ग का होगा पुनर्गठन, उपायुक्त (औषधि) के पद भी बढ़ेंगे मुख्यमंत्री का निर्देश, औषधि नियंत्रक के पद के लिए योग्यता और निश्चित कार्यकाल तय हो दोगुनी होगी औषधि निरीक्षकों की संख्या, नए पद होंगे सृजित, साक्षात्कार नहीं, अब लिखित परीक्षा से होगी औषधि निरीक्षकों की भर्ती लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में औषधियों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से औषधि नियंत्रण तंत्र को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने पर बल दिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिलास्तर पर कार्य व्यवस्था को और मज़बूत करने के लिए अब ‘जिला औषधि नियंत्रण अधिकारी’ का पद सृजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि औषधि निरीक्षकों की संख्या को वर्तमान के सापेक्ष दोगुना किया जाए। इन पदों पर चयन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए अब साक्षात्कार के स्थान पर लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्ती कराई जाएगी। मुख्यमंत्री शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में औषधि नियंत्रण संवर्ग के पुनर्गठन एवं नए पदों के सृजन से संबंधित प्रस्तावों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में औषधि निरीक्षकों की समुचित तैनाती सुनिश्चित की जाए तथा जिला स्तर पर प्रभावी पर्यवेक्षण और समयबद्ध जांच व्यवस्था लागू की जाए। बैठक में बताया गया कि विभाग में वर्तमान में 109 औषधि निरीक्षक कार्यरत हैं, जो भारत सरकार के मानकों की दृष्टि से अपर्याप्त हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में औषधि निरीक्षण व्यवस्था को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना जनस्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है। बैठक में औषधि नियंत्रण संवर्ग के उच्च पदों के पुनर्गठन पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने उप आयुक्त (औषधि) पदों की संख्या में वृद्धि तथा संयुक्त आयुक्त (औषधि) के पद पर पदोन्नति हेतु अर्हकारी सेवा में संशोधन के प्रस्ताव को अपनी सहमति दी। मुख्यमंत्री ने विभाग में औषधि नियंत्रक पद के लिए स्पष्ट योग्यताएं एवं मानक तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस पद के लिए एक निश्चित कार्यकाल निर्धारित किया जाए, ताकि तंत्र के शीर्ष स्तर पर नेतृत्व और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।

बिहार की राजनीति में हलचल: उपमुख्यमंत्री पद पर दलित-मुस्लिम गठजोड़, पप्पू यादव ने दी प्रतिक्रिया

पटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की हलचल के बीच निर्दलीय सांसद पप्पू यादव  ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी तो हमारे नेता राहुल गांधी दलित और मुस्लिम समुदाय से एक-एक उपमुख्यमंत्री अवश्य बनाएंगे। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। दरअसल, पप्पू यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर दावा किया कि अगर बिहार में INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी तो हमारे नेता राहुल गांधी जी दलित औरमुस्लिम समुदाय से एक-एक उपमुख्यमंत्री अवश्य बनाएंगे! उन्होंने आगे लिखा कि वह सभी समाज को समुचित प्रतिनिधि देने के  पक्षधर रहे हैं। उनके पिता राजीव गांधी जी, तारिक अनवर साहब को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे तो इंदिरा जी ने भोला पासवान शास्त्री जी और गफ़ूर साहब को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया था!